पीटीआई, कोलकाता
Published by: देव कश्यप
Updated Wed, 16 Mar 2022 02:25 AM IST
सार
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने एक से तीन मार्च तक रजिस्ट्रार आशीष अग्रवाल के कार्यालय का घेराव किया था और मंगलवार को हुई प्रशासनिक बैठक में भी उन्हें छात्रों के आक्रोश का सामना करना पड़ा था। अग्रवाल को कुछ महीने पहले ही केंद्रीय विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया गया था।
विश्वभारती विश्वविद्यालय के छात्रावासों को फिर से खोलने की मांग को लेकर जारी छात्रों के विरोध-प्रदर्शन के बीच विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार आशीष अग्रवाल ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि अग्रवाल ने कुलपति विद्युत चक्रवर्ती को अपना त्यागपत्र सौंपा, लेकिन उन्होंने पद छोड़ने के फैसले का कोई कारण नहीं बताया।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने एक से तीन मार्च तक अग्रवाल के कार्यालय का घेराव किया था और मंगलवार को हुई प्रशासनिक बैठक में भी उन्हें छात्रों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। प्रवक्ता ने कहा कि अग्रवाल का परिवार राज्य में कहीं और रहता है, उनके इस्तीफा देने का यह एक कारण हो सकता है। अग्रवाल को कुछ महीने पहले ही केंद्रीय विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया गया था।
इस बीच, छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर के अंदर अपना विरोध जारी रखा। हालांकि अधिकारियों ने छात्रावासों को फिर से खोलने की उनकी मांग को मान लिया, लेकिन छात्रावासों में उपलब्ध सुविधाएं अभी तक पूरी तरह व्यवस्थित नहीं हुई हैं।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के विश्व-भारती इकाई के नेता सोमनाथ सॉ ने कहा कि “उन्हें रजिस्ट्रार के लिए खेद है। छात्रों के सामने आने वाले मुद्दों के प्रति शीर्ष अधिकारियों के विरोधी रवैये के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।”
सोमनाथ और दो अन्य छात्र छात्रावासों को तत्काल फिर से खोलने की मांग को लेकर परिसर के अंदर भूख हड़ताल पर थे। छात्रों ने यूजी और पीजी स्तर की ऑफलाइन सेमेस्टर परीक्षाओं का भी बहिष्कार किया था।
विस्तार
विश्वभारती विश्वविद्यालय के छात्रावासों को फिर से खोलने की मांग को लेकर जारी छात्रों के विरोध-प्रदर्शन के बीच विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार आशीष अग्रवाल ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि अग्रवाल ने कुलपति विद्युत चक्रवर्ती को अपना त्यागपत्र सौंपा, लेकिन उन्होंने पद छोड़ने के फैसले का कोई कारण नहीं बताया।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने एक से तीन मार्च तक अग्रवाल के कार्यालय का घेराव किया था और मंगलवार को हुई प्रशासनिक बैठक में भी उन्हें छात्रों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। प्रवक्ता ने कहा कि अग्रवाल का परिवार राज्य में कहीं और रहता है, उनके इस्तीफा देने का यह एक कारण हो सकता है। अग्रवाल को कुछ महीने पहले ही केंद्रीय विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया गया था।
इस बीच, छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर के अंदर अपना विरोध जारी रखा। हालांकि अधिकारियों ने छात्रावासों को फिर से खोलने की उनकी मांग को मान लिया, लेकिन छात्रावासों में उपलब्ध सुविधाएं अभी तक पूरी तरह व्यवस्थित नहीं हुई हैं।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के विश्व-भारती इकाई के नेता सोमनाथ सॉ ने कहा कि “उन्हें रजिस्ट्रार के लिए खेद है। छात्रों के सामने आने वाले मुद्दों के प्रति शीर्ष अधिकारियों के विरोधी रवैये के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।”
सोमनाथ और दो अन्य छात्र छात्रावासों को तत्काल फिर से खोलने की मांग को लेकर परिसर के अंदर भूख हड़ताल पर थे। छात्रों ने यूजी और पीजी स्तर की ऑफलाइन सेमेस्टर परीक्षाओं का भी बहिष्कार किया था।
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