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चीन में फूटा कोरोना बम : 13 शहर मंगलवार तक पूरी तरह बंद, घरों में कैद हुए पांच करोड़ लोग

सार

चीन में गुप्त ओमिक्रॉन (बीए.2) बहुत तेजी से फैल रहा है। इसे मूल ओमिक्रॉन स्वरूप से दस गुना ज्यादा शक्तिशाली बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, चीन के कई शहर इन दिनों इसी वायरस की चपेट में हैं। दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची बिल्डिंग शंघाई टावर को भी सील कर दिया गया है। इसके अलावा और भी कई शहरों में सख्त उपाय लागू कर दिए गए हैं।

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चीन में पिछले तीन दिनों से कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में देश में 5,280 नए मामले दर्ज हुए हैं जिनमें 3,507 घरेलू केस हैं। महामारी की वुहान से हुई शुरुआत के बाद से दूसरी बार ये सर्वाधिक मामले हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन के 13 शहरों और काउंटियों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। जानकारी के मुताबिक वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का नया स्वरूप देश में फैल चुका है।

मौजूदा लहर में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित जिलिन प्रांत है। इसके अलावा चीन का तकनीकी हब कहे जाने वाले शेनझेंग प्रांत में भी सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं। कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण करीब 5 करोड़ चीनी नागरिक अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं। देश भर में करीब 13 शहर मंगलवार तक पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं और कई अन्य शहरों में भी आंशिक तालाबंदी की गई है। 

विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में बढ़ते कोरोना मामलों से उसकी बेहद सख्त ‘जीरो कोविड नीति’ अप्रभावी साबित हो रही है। औद्योगिक शहर शंघाई में कड़े नियम एक बार फिर से आवासीय इलाकों और ऑफिस परिसर में लागू कर दिए गए हैं। शहर में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। जिलिन प्रांत में अस्थायी अस्पताल का निर्माण शुरू किया जा चुका है। उम्मीद है कि एक सप्ताह में 6,000 बेड का अस्थायी अस्पताल यहां शुरू हो जाएगा।

तैयारियां बताती हैं कि एक माह से फैला संक्रमण
चीन में अक्सर महामारी पीड़ितों का सही आंकड़ा उजागर नहीं करने का आरोप लगता रहा है। लेकिन इस बार पहले से ही संक्रमण के हालात विकट हो चुके थे। इसका पता इसी बात से चलता है कि जिलिन प्रांत में 12 मार्च तक तीन अस्थायी अस्पताल पहले ही बनाए जा चुके हैं।

शंघाई में दो और शेनझेंग में एक अस्पताल भी 12 मार्च से पहले बन चुके हैं। इसके अलावा कोरोना प्रसार रोकने के लिए बड़े स्तर पर देशभर में परीक्षण बढ़ा दिए गए। जिलिन प्रांत में लोगों ने अब तक छह दौर की जांच पूरी कर ली है। ये तैयारियां बताती हैं कि चीन में करीब एक माह से चौथी लहर फैल चुकी है।

ओमिक्रॉन का बीए.2 वैरिएंट ज्यादा खतरनाक 
चीन में गुप्त ओमिक्रॉन (बीए.2) बहुत तेजी से फैल रहा है। इसे मूल ओमिक्रॉन स्वरूप से दस गुना ज्यादा शक्तिशाली बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, चीन के कई शहर इन दिनों इसी वायरस की चपेट में हैं। दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची बिल्डिंग शंघाई टावर को भी सील कर दिया गया है। इसके अलावा और भी कई शहरों में सख्त उपाय लागू कर दिए गए हैं।

ईस्टर की छुट्टियों से पूर्व सभी यात्रा प्रतिबंध हटाएगा ब्रिटेन
ब्रिटेन सरकार ने कहा है कि ईस्टर के अवसर पर स्कूल की छुट्टियों से पहले कोविड-19 संबंधी सभी यात्रा प्रतिबंधों को शुक्रवार को समाप्त कर दिया जाएगा। ब्रिटिश परिवहन मंत्री ग्रांट शैप्स ने कहा, इन बदलावों का अर्थ है कि लोग पुराने अच्छे दिनों की तरह यात्रा कर पाएं। अब देश में यात्रियों को एक प्रपत्र में यात्रा संबंधी विवरण और टीकाकरण की जानकारी देने की अनिवार्यता खत्म हो जाएगी।

मालदीव ने मदद के लिए भारत को कहा- धन्यवाद
मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सालेह ने कोविड-19 महामारी के दौरान मदद के लिए भारत को धन्यवाद दिया है और इस बात को रेखांकित किया कि भारत ने कई मौकों पर कोविड-19 रोधी टीकों का दान किया तथा द्वीपीय राष्ट्र की खुले दिल से सहायता की। अपने देश के नागरिकों को संबोधित करते हुए सालेह ने मालदीव के मित्र द्विपक्षीय भागीदारों को धन्यवाद दिया जिन्होंने कोविड-19 से मुकाबला के उसके प्रयासों में सहायता की। 

उन्होंने कहा, मैं इस अवसर पर भारत, जापान, अमेरिका, यूएई, चीन, बांग्लादेश, डब्ल्यूएचओ और यूएन की एजेंसियों का जिक्र करना चाहता हूं जिन्होंने देश की सहायता की। उन्होंने कहा,भारत ने सबसे अधिक टीके दान किए। भारत ने हमारी अर्थव्यवस्था को ठीक करने में मदद करने के लिए 25 करोड़ अमेरीकी डॉलर के वित्तीय बांड खरीदे। इन सभी प्रयासों का शुक्रिया।

विस्तार

चीन में पिछले तीन दिनों से कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में देश में 5,280 नए मामले दर्ज हुए हैं जिनमें 3,507 घरेलू केस हैं। महामारी की वुहान से हुई शुरुआत के बाद से दूसरी बार ये सर्वाधिक मामले हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन के 13 शहरों और काउंटियों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। जानकारी के मुताबिक वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का नया स्वरूप देश में फैल चुका है।

मौजूदा लहर में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित जिलिन प्रांत है। इसके अलावा चीन का तकनीकी हब कहे जाने वाले शेनझेंग प्रांत में भी सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं। कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण करीब 5 करोड़ चीनी नागरिक अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं। देश भर में करीब 13 शहर मंगलवार तक पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं और कई अन्य शहरों में भी आंशिक तालाबंदी की गई है। 

विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में बढ़ते कोरोना मामलों से उसकी बेहद सख्त ‘जीरो कोविड नीति’ अप्रभावी साबित हो रही है। औद्योगिक शहर शंघाई में कड़े नियम एक बार फिर से आवासीय इलाकों और ऑफिस परिसर में लागू कर दिए गए हैं। शहर में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। जिलिन प्रांत में अस्थायी अस्पताल का निर्माण शुरू किया जा चुका है। उम्मीद है कि एक सप्ताह में 6,000 बेड का अस्थायी अस्पताल यहां शुरू हो जाएगा।

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