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रुचि सोया का एफपीओ लॉन्च: 4300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना, बाबा रामदेव ने किया ये बड़ा दावा

रुचि सोया का एफपीओ लॉन्च: 4300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना, बाबा रामदेव ने किया ये बड़ा दावा

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Thu, 24 Mar 2022 05:15 PM IST

सार

बाबा रामदेव की कंपनी रुचि सोया का फॉलो-ऑन-पब्लिक (एफपीओ) गुरुवार को लॉन्च हुआ। यह सब्क्रिप्शन के लिए 28 मार्च तक खुला रहेगा। कंपनी की इस एफपीओ के जरिए 4300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। बाजार नियामक सेबी ने इसे अगस्त 2021 में अपनी मंजूरी दी थी। रामदेव ने दावा किया कि अगले महीने कंपनी कर्जमुक्त हो जाएगी।

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गुरुवार को बाबा रामदेव की कंपनी रुचि सोया का एफपीओ लॉन्च किया गया। इसके जरिए कंपनी की बाजार से 4300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इस दौरान बाबा रामदेव ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पतंजलि परिवार के लिए यह बड़ा दिन है। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में पंतंजलि और रुचि सोया नंबर वन एफएमसीजी फर्म होगी।  

एंकर निवेशकों से जुटाए 1290 करोड़
बाबा रामदेव ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉन्च से पहले एंकर निवेशकों के माध्यम से कंपनी ने 1290 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में चंद लोग ही लाभ उठाते हैं, जबकि आम लोगों को बाजार की बातें समझ नहीं आती थी। रामदेव ने कहा कि हमने जैसे योग को घर-घर पहुंचाने का काम किया है, ठीक वैसे ही अब समृद्धि का संदेश घर-घर पहुंचा रहे हैं।

रुचि सोया को कर्जमुक्त बनाएंगे
इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि अगले महीने रुचि सोया कंपनी पूरी तरह से कर्ज मुक्त हो जाएगी। बता दें कि कंपनी पर 3300 करोड़ रुपये का कर्ज है और बाबा रामदेव की मानें तो अप्रैल के शुरू में ये कर्ज चुकता हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव भरे माहौल के बीच जब कोई बाजार में उतरने को तैयार ही है, ऐसे समय में हमने बाजार में पैर रखा है।

28 मार्च तक खुला है एफपीओ
गौरतलब है कि रामदेव की कंपनी रुचि सोया फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर गुरुवार 24 मार्च को खुला और यह सब्सक्रिप्शन के लिए 28 मार्च तक खुला रहेगा। इसके लिए कंपनी ने प्राइस बैंड 615 से 650 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इस ऑफर के जरिए 4,300 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बना रही है। रुचि सोया का मालिकाना हक बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के पास है। 

अगस्त 2021 में मिली थी मंजूरी
खाद्य तेल बनाने वाली कंपनी रुचि सोया को पिछले साल अगस्त में एफपीओ लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिली थी। पतंजलि ने साल 2019 में 4,350 करोड़ रुपये में एक दिवाला प्रक्रिया के माध्यम से रुचि सोया को खरीदा था। कंपनी के प्रमोटर्स के पास फिलहाल करीब 99 फीसद हिस्सेदारी है। कंपनी को एफपीओ के इस दौर में कम से कम नौ फीसदी हिस्सेदारी बेचनी है।

विस्तार

गुरुवार को बाबा रामदेव की कंपनी रुचि सोया का एफपीओ लॉन्च किया गया। इसके जरिए कंपनी की बाजार से 4300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इस दौरान बाबा रामदेव ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पतंजलि परिवार के लिए यह बड़ा दिन है। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में पंतंजलि और रुचि सोया नंबर वन एफएमसीजी फर्म होगी।  

एंकर निवेशकों से जुटाए 1290 करोड़

बाबा रामदेव ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉन्च से पहले एंकर निवेशकों के माध्यम से कंपनी ने 1290 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में चंद लोग ही लाभ उठाते हैं, जबकि आम लोगों को बाजार की बातें समझ नहीं आती थी। रामदेव ने कहा कि हमने जैसे योग को घर-घर पहुंचाने का काम किया है, ठीक वैसे ही अब समृद्धि का संदेश घर-घर पहुंचा रहे हैं।

रुचि सोया को कर्जमुक्त बनाएंगे

इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि अगले महीने रुचि सोया कंपनी पूरी तरह से कर्ज मुक्त हो जाएगी। बता दें कि कंपनी पर 3300 करोड़ रुपये का कर्ज है और बाबा रामदेव की मानें तो अप्रैल के शुरू में ये कर्ज चुकता हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव भरे माहौल के बीच जब कोई बाजार में उतरने को तैयार ही है, ऐसे समय में हमने बाजार में पैर रखा है।

28 मार्च तक खुला है एफपीओ

गौरतलब है कि रामदेव की कंपनी रुचि सोया फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर गुरुवार 24 मार्च को खुला और यह सब्सक्रिप्शन के लिए 28 मार्च तक खुला रहेगा। इसके लिए कंपनी ने प्राइस बैंड 615 से 650 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इस ऑफर के जरिए 4,300 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बना रही है। रुचि सोया का मालिकाना हक बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के पास है। 

अगस्त 2021 में मिली थी मंजूरी

खाद्य तेल बनाने वाली कंपनी रुचि सोया को पिछले साल अगस्त में एफपीओ लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिली थी। पतंजलि ने साल 2019 में 4,350 करोड़ रुपये में एक दिवाला प्रक्रिया के माध्यम से रुचि सोया को खरीदा था। कंपनी के प्रमोटर्स के पास फिलहाल करीब 99 फीसद हिस्सेदारी है। कंपनी को एफपीओ के इस दौर में कम से कम नौ फीसदी हिस्सेदारी बेचनी है।

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