वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, कीव
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Tue, 15 Mar 2022 05:11 PM IST
सार
रूस के टीवी चैनल पर युद्ध का विरोध करने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने जहां इस महिला के साहस की तारीफ की है, वहीं रूस ने उसे उपद्रवी करार दिया है।
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विस्तार
जेलेंस्की ने इसे लेकर कहा कि मैं उन रूसी नागरिकों का आभारी हूं जो सच को सामने लाने के लिए कोशिश करना जारी रख रहे हैं। जो लोग गलत सूचनाओं के खिलाफ लड़ते हैं और अपने परिजनों को असली तथ्य और सच बताते हैं। इस महिला की पहचान मारिना ओव्स्यान्निकोवा को रूप में हुई है। वह रूसी टीवी चैनल पर्व्यी कनाल (चैनल वन) में एडिटर थीं।
उन्होंने चैनल के शाम के प्रमुख कार्यक्रम व्रेम्या के दौरान एक बैनर पर लिखा संदेश प्रदर्शित किया था। इसमें लिखा था, ‘युद्ध रोको! प्रोपेगंडा में यकीन मत करो! वो यहां आपसे झूठ बोल रहे हैं! रूसी युद्ध के खिलाफ हैं।’ जेलेंस्की ने मारिना को संबोधित करते हुए कहा कि आपका देश एक बहुत बड़ा उत्तर कोरिया न बन जाए इसके लिए आपको लड़ना होगा।
बैनर दिखाने के साथ मारिना ने युद्ध विरोधी नारे भी लगाए लेकिन तुरंत ही प्रसारण रोक दिया गया। इस बहादुरी पूर्ण कदम से पहले मारिना ने घर पर एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया था। इसमें उसने कहा था कि ‘इस हमले के लिए केवल एक व्यक्ति जिम्मेदार है: व्लादिमीर पुतिन।’ वहीं, कहा जा रहा है कि इस काम के लिए उसे 15 साल तक जेल हो सकती है।
इस घटना के बाद मारिना को गिरफ्तार कर लिया गया था। जानकारी के अनुसार मारिना को मॉस्को को ओस्टांकिनो पुलिस स्टेशन में रखा गया है। लेकिन, उसके वकील दिमित्री जख्वातोव का कहना है कि मैं अपनी क्लाइंट से संपर्क नहीं कर पा रहा हूं।
चैनल वन सोवियत यूनियन के पतन के बाद रूसी संघ में प्रसारित होने वाला पहला स्टेशन था। इसके पूरी दुनिया में 25 करोड़ से अधिक दर्शक हैं। उधर, रूस ने भी मारिना के इस कदम पर प्रतिक्रिया दी है और उन्हें उपद्रवी बताया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि जहां तक इस महिला का सवाल है, यह उपद्रव है। उन्होंने चैनल वन की तारीफ की।
