Shukra Gochar: वैदिक ज्योतिष में, शुक्र को बृहस्पति के बाद दूसरा सबसे शुभ ग्रह माना जाता है। अपनी विभिन्न अभिव्यक्तियों में, शुक्र हमें ईश्वर की रचना में सुंदरता और अद्भुत हर चीज की सराहना करने में सक्षम बनाता है। शुक्र को प्रेम, रोमांस, सौंदर्य और सौंदर्य का ग्रह कहा जाता है। यह वैदिक ज्योतिष के अनुसार रिश्तों, विवाह और कामुक सुख के लिए प्रमुख कारक है। हमारी जन्म कुंडली में शुक्र की ताकत रिश्ते की गुणवत्ता निर्धारित करती है। ज्योतिष शास्त्र में यह मान्यता है कि जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है या मार्गी होता है तो उसका अच्छा या बुरा असर सभी राशियों पर होता है। वैभव और ऐश्वर्य के दाता शुक्र ग्रह शनिदेव की राशि कुंभ में गोचर करने जा रही हैं। यह गोचर 31 मार्च, बृहस्पतिवार को प्रातः 08:54 को होगा और इसके बाद 27 अप्रैल, बुधवार को सायं 6: 29 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र ग्रह का कुम्भ राशि में गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन कुछ राशियां ऐसीं हैं, जिनको यह गोचर लाभकारी सिद्ध हो सकता है। आइए जानते हैं कौन सी हैं ये राशियां…
मेष राशि
शुक्र ग्रह मेष राशि के सप्तम भाव का स्वामी है और इस गोचर काल में शुक्र ग्रह मेष राशि के एकादश भाव यानी आय और लाभ स्थान में गोचर करेंगे। यह गोचर मेष राशि के जातकों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करेगा। इस अवधि के दौरान एक से अधिक स्रोतों से कमाई की प्रबल संभावना है। जो जातक व्यवसाय करते हैं उनके व्यवसाय में लगातार वृद्धि होने की संभावना है। अपने व्यवसाय की वृद्धि और विस्तार के लिए आप कुछ यात्रा की योजना भी बना सकते हैं और यह फलदायी परिणाम लाएगा। आप इस अवधि के दौरान अच्छे संपर्क बनाएंगे जो आपको आर्थिक उन्नति प्रदान करेंगे।
सिंह राशि
शुक्र ग्रह सिंह राशि के तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है। इस अवधि के दौरान शुक्र ग्रह सिंह राशि की गोचर कुंडली के सप्तम भाव में गोचर करेगा। सिंह राशि के जो जातक साझेदारी में काम कर रहे हैं उनके लिए शुक्र का या गोचर बहुत ही ज्यादा फलदायी रहेगा। आपको अपने व्यवसाय में वृद्धि देखने को मिलेगी। नौकरीपेशा जातकों को इस दौरान काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है। आपकी यात्राएं सफल होंगी और आपकी कड़ी मेहनत और प्रयास आपको आपकी मेहनत का फल जरूर दिलाएंगे। आप इस दौरान अपने सहकर्मियों और अन्य कर्मचारियों के बीच अच्छी पहचान बनाने में सफल होंगे।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र एक लाभकारी ग्रह है और गोचर के दौरान यह धन, और वाणी के भाव यानी द्वितीय भाव में गोचर करेगा। शुक्र ग्रह मकर राशि के पंचम और दशम भाव का स्वामी है। धन भाव में शुक्र का यह गोचर मकर राशि के जातकों के लिए उत्साहवर्धक रहेगा। व्यापारियों के लिए यह अवधि विशेष रूप से आपके के लिए अनुकूल होगी। आपको अपने पिछले महीनों के लेन-देन से लाभ मिलेगा, आपका अटका हुआ पैसा वापस मिलने की संभावना है। साथ ही आप कुछ नए सौदे भी करेंगे जिससे अच्छा मुनाफा होगा। नौकरीपेशा जातकों को इस अवधि के दौरान वेतन वृद्धि और बेहतर भत्तों के साथ पदोन्नति मिलने की संभावना है। जो लोग साझेदारी में काम कर रहे हैं उनको लाभ और सफलता अवश्य मिलेगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए शुक्र योगकारक ग्रह है। शुक्र ग्रह कुंभ राशि के चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी है। इस गोचर काल में शुक्र आपकी उदीयमान राशि में रहेगा। कार्यक्षेत्र संबंधी मामलों में कुंभ राशि के जातक भाग्यशाली रहेंगे और इस गोचर के दौरान आपको उच्च अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। आपको अपने सभी प्रयासों में सफलता मिलेगी, चाहे वह बड़ा हो या छोटा। यह अवधि विशेष रूप से प्रॉपर्टी डीलर्स, रियल एस्टेट एजेंट्स, ट्रैवल एजेंट्स और ऑटोमोबाइल उद्योग में कार्य कर रहे लोगों के लिए बेहतरीन परिणाम लाएगी। आप अपने व्यवसाय में वृद्धि होती हुई देख सकते हैं। इसके अलावा, इस अवधि के दौरान आर्थिक संपन्नता मिलने की संभावना है। इस दौरान कुंभ राशि के जातक जिस प्रकार का भी निवेश करेंगे उसमें सफलता हासिल करेंगे। और पहले किए गए निवेश से भी आपको अच्छे परिणाम हासिल होंगे।
