न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Tue, 15 Mar 2022 08:46 PM IST
सार
इससे पहले बीते रविवार को हुई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी के नेतृत्व पर विश्वास जताया था। उनका कहना था कि सोनिया गांधी संगठनात्मक चुनाव पूरा होने तक पद पर बनी रहें और पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
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विस्तार
दरअसल, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू तमकुही राज विधानसभा सीट पर तीसरे नंबर पर रहे। लल्लू अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। उन्हें महज 14.78% वोट मिले। उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल श्रीनगर सीट से चुनाव हार गए। उन्हें भाजपा के धन सिंह रावत ने 587 वोट से हराया। हालांकि, सोनिया गांधी के फैसले के थोड़ी देर बाद ही उन्होंने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर पूर्वी सीट से चुनाव हार गए। उन्हें आप की जीवन ज्योत कौर ने 6,750 वोट से हराया। मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष एन लोकेन सिंह नंबोल विधानसभा सीट से चुनाव हार गए। उन्हें भाजपा के टी बसंत कुमार सिंह ने 3,060 वोट से हराया। वहीं, गोवा के पार्टी अध्यक्ष गिरीश राया चोडनकर ने चुनाव परिणाम के बाद ही इस्तीफे की पेशकश कर दी थी।
पांचों राज्यों में कांग्रेस की हालत खराब
- उत्तर प्रदेश में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही। यहां भाजपा ने 403 में से 273 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया और सपा ने 125 सीटें जीतीं। इसके अलावा कांग्रेस ने दो और बसपा ने एक सीट जीती।
- उत्तराखंड़ में भाजपा ने 60 में से 47 सीट जीकर इतिहास बनाया। कांग्रेस यहां भी मुकाबले में नहीं आ सकी और सिर्फ 19 सीट ही जीत पाई।
- पंजाब में कांग्रेस को आम आदमी पार्टी के सामने घुटने टेकने पड़े। आप ने यहां 92 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 18 सीटों से संतोष करना पड़ा।
- गोवा में कांग्रेस ने 40 में से 11 आर मणिपुर में 60 में से सिर्फ पांच सीट ही जीत पाई। मणिपुर में भाजपा ने बहुमत हासिल किया और गावा में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।
