वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लवीव
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Thu, 24 Mar 2022 07:59 PM IST
सार
ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा है कि ब्रिटेन न सिर्फ यूक्रेन की मदद करेगा बल्कि रूसी सेना से लड़ने के लिए उसे सहायता भी देगा। वह यूक्रेन को 6,000 मिसाइलें और 54 लाख डॉलर की मदद भेजेगा।
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विस्तार
उन्होंने पश्चिमी देशों से एकजुट रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि रूस अपने हितों की पैरवी कराने के लिए कुछ भागीदारों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रहा है। एक भावुक भाषण में उन्होंने कहा, हम देखेंगे कि कौन मित्र है, कौन साझेदार है और कौन बिक गया है और किसने हमें धोखा दिया है। जेलेंस्की ने कहा, हमें मिलकर, रूस को नाटो, यूरोपीय संघ या जी-7 में से किसी भी सदस्य देश को युद्ध के समर्थन में लाने से रोकना होगा। वहीं, जेलेंस्की ने रूस के लोगों से अपील की कि वह रूस छोड़ दें, ताकि उनके दिए हुए कर के पैसे का इस्तेमाल युद्ध के लिए न किया जाए।
यूक्रेन के रूस के खिलाफ 6,000 मिसाइलें देगा ब्रिटेन
ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा है कि ब्रिटेन न सिर्फ यूक्रेन की मदद करेगा बल्कि रूसी सेना से लड़ने के लिए उसे सहायता भी देगा। वह यूक्रेन को 6,000 मिसाइलें और 54 लाख डॉलर की मदद भेजेगा। यूक्रेन को दिए जाने वाले अतिरिक्त सैन्य हार्डवेयरों में टैंक रोधी और उच्च विस्फोटक हथियार शामिल होंगे। जबकि आर्थिक मदद से वह गलत सूचनाओं का मुकाबला कर सकेगा।
रूसी हमले पर चर्चा के लिए निर्धारित नाटो और जी 7 शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर बोरिस जॉनसन की ओर से ये घोषणा की गई है। जॉनसन ने कहा, हम यूक्रेन को सैन्य व आर्थिक समर्थन बढ़ाने के लिए अपने सहयोगियों के साथ काम करेंगे। ब्रिटेन ने यूक्रेन में संकट के लिए मानवीय और आर्थिक सहायता में 40 करोड़ की प्रतिबद्धता जताई है। वहीं 54 डॉलर का नया फंड यूक्रेनी सैनिकों, पायलटों व पुलिस के वेतन का भुगतान करने में मदद करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि देश के सशस्त्र बल उच्च गुणवत्ता वाले उपकरणों से सुसज्जित हैं।
कीव में गोलाबारी में एक रूसी पत्रकार की मौत
यूक्रेन की राजधानी कीव में गोलाबारी में एक रूसी पत्रकार की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, पत्रकार ओक्साना बौलिना बुधवार को मारी गईं। बौलिना, राजधानी कीव के पोडिल जिले में रूसी गोलाबारी से हुए नुकसान के बारे में ‘रिपोर्टिंग’ कर रही थीं और उसी दौरान स्वयं भी हमले की जद में आ कर मारी गईं।
‘द इनसाइडर’ के अनुसार, बौलिना के साथ मौजूद एक अन्य नागिरक की भी मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इससे पहले बौलिना, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अलोचक एलेक्सी नवेलनी के ‘एंटी-करप्शन फाउंडेशन’ के लिए काम करती थीं। इस संगठन को चरमपंथी घोषित करने के बाद बौलिना को रूस छोड़ना पड़ा था।