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खतरनाक : रूस ने मिसाइल से उड़ा डाला अपना ही उपग्रह, बड़े खतरे से बचा अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन

न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस, मॉस्को/वाशिंगटन।
Published by: योगेश साहू
Updated Wed, 17 Nov 2021 01:42 AM IST

सार

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा, रूस द्वारा मिसाइल परीक्षण पर उठाया गया यह कदम खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना था। रूस ने इस बारे में अमेरिका को पहले से नहीं बताया, इस कारण अंतरिक्ष यात्रियों को खतरा पैदा हुआ।

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रूस ने एक नई मिसाइल का परीक्षण करते हुए अपने ही एक पुराने उपग्रह कॉसमॉस-1408 को नष्ट कर दिया है। इस परीक्षण के दौरान हुए धमाके से बड़ी मात्रा में निकले मलबे के चलते अंतरिक्ष में चक्कर लगा रहे अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के अंतरिक्ष यात्रियों की जान को खतरा पैदा हो गया। उन्हें खुद को बचाने के लिए अपने ट्रांसपोर्ट स्पेसक्राफ्ट में शरण लेनी पड़ी।

अमेरिका इस परीक्षण से नाराज है और उसने इसका जवाब देने की बात कही है। रूस ने अब तक न तो इस पर कोई बयान जारी किया है और न ही उसने यह बताया है कि इसका परीक्षण कब किया गया। इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए विशेषज्ञों ने बताया कि मलबे की गति इतनी तेज थी कि प्रत्येक 90 मिनट या उसके बाद रूसी सेटेलाइट का मलबा आईएसएस के पास से गुजरा। यद्यपि रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोसमॉस ने मलबे के आईएसएस के पास से गुजरने की पुष्टि की है।

इस बीच, नासा के अंतरिक्ष यात्री मार्क वेंदे हेई ने नासा के मिशन कंट्रोल से कहा, पागलपन से भरे लेकिन पूरी तरह से समन्वय से भरे दिन के लिए धन्यवाद। आपने हर परिस्थिति के लिए जो जानकारी दी, उसके लिए हम आपके प्रयास की प्रशंसा करते हैं। इस तरह के परीक्षण से अंतरिक्ष में मार कर सकने वाले हथियारों की होड़ शुरू हो सकती है। 

इसलिए खतरनाक था यह परीक्षण
आईएसएस पर इस समय चार अमेरिकी, एक जर्मन और दो रूसी अंतरिक्ष यात्री काम कर रहे हैं। यदि मलबे का टुकड़ा अंतरिक्ष स्टेशन से टकराता तो इनकी जान को खतरा पैदा हो जाता। इसी कारण सभी यात्रियों ने आपातकालीन व्यवस्था के तहत पृथ्वी पर लौटने में सक्षम वाहन में शरण ले ली। विशेषज्ञों का कहना है कि रूस का यह उपग्रह अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से बस थोड़ा ही ऊंचाई पर था।

खतरनाक और गैर-जिम्मेदार कदम
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा, रूस द्वारा मिसाइल परीक्षण पर उठाया गया यह कदम खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना था। रूस ने इस बारे में अमेरिका को पहले से नहीं बताया, इस कारण अंतरिक्ष यात्रियों को खतरा पैदा हुआ। इस परीक्षण में मलबे के 1,500 से ज्यादा बड़े टुकड़े और हजारों छोटे-छोटे टुकड़े पैदा हुए। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि रूसी संघ ने लापरवाही से एंटी-सैटेलाइट मिसाइल टेस्ट किया। इस परीक्षण से फैला मलबा कई देशों के हितों के लिए खतरा है। उन्होंने कहा, यह कार्रवाई हमारे बाहरी अंतरिक्ष की दीर्घकालिक स्थिरता को खतरे में डालती है। 

अंतरिक्ष में सुरक्षा की उपेक्षा की : ब्रिटेन
ब्रिटेन के रक्षामंत्री बेन वालेस ने उपग्रह-रोधी मिसाइल के कथित परीक्षण की निंदा करते हुए कहा कि यह अंतरिक्ष में सुरक्षा और स्थिरता की पूरी तरह से उपेक्षा को दर्शाता है। इन परीक्षणों से निकला मलबा अंतरिक्ष गतिविधियों को खतरे में डाल सकता है। वालेस के हवाले से ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया कि इस परीक्षण को लेकर सहयोगियों से बात करके उचित प्रतिक्रिया दी जाएगी।

विस्तार

रूस ने एक नई मिसाइल का परीक्षण करते हुए अपने ही एक पुराने उपग्रह कॉसमॉस-1408 को नष्ट कर दिया है। इस परीक्षण के दौरान हुए धमाके से बड़ी मात्रा में निकले मलबे के चलते अंतरिक्ष में चक्कर लगा रहे अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के अंतरिक्ष यात्रियों की जान को खतरा पैदा हो गया। उन्हें खुद को बचाने के लिए अपने ट्रांसपोर्ट स्पेसक्राफ्ट में शरण लेनी पड़ी।

अमेरिका इस परीक्षण से नाराज है और उसने इसका जवाब देने की बात कही है। रूस ने अब तक न तो इस पर कोई बयान जारी किया है और न ही उसने यह बताया है कि इसका परीक्षण कब किया गया। इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए विशेषज्ञों ने बताया कि मलबे की गति इतनी तेज थी कि प्रत्येक 90 मिनट या उसके बाद रूसी सेटेलाइट का मलबा आईएसएस के पास से गुजरा। यद्यपि रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोसमॉस ने मलबे के आईएसएस के पास से गुजरने की पुष्टि की है।

इस बीच, नासा के अंतरिक्ष यात्री मार्क वेंदे हेई ने नासा के मिशन कंट्रोल से कहा, पागलपन से भरे लेकिन पूरी तरह से समन्वय से भरे दिन के लिए धन्यवाद। आपने हर परिस्थिति के लिए जो जानकारी दी, उसके लिए हम आपके प्रयास की प्रशंसा करते हैं। इस तरह के परीक्षण से अंतरिक्ष में मार कर सकने वाले हथियारों की होड़ शुरू हो सकती है। 

इसलिए खतरनाक था यह परीक्षण

आईएसएस पर इस समय चार अमेरिकी, एक जर्मन और दो रूसी अंतरिक्ष यात्री काम कर रहे हैं। यदि मलबे का टुकड़ा अंतरिक्ष स्टेशन से टकराता तो इनकी जान को खतरा पैदा हो जाता। इसी कारण सभी यात्रियों ने आपातकालीन व्यवस्था के तहत पृथ्वी पर लौटने में सक्षम वाहन में शरण ले ली। विशेषज्ञों का कहना है कि रूस का यह उपग्रह अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से बस थोड़ा ही ऊंचाई पर था।

खतरनाक और गैर-जिम्मेदार कदम

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा, रूस द्वारा मिसाइल परीक्षण पर उठाया गया यह कदम खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना था। रूस ने इस बारे में अमेरिका को पहले से नहीं बताया, इस कारण अंतरिक्ष यात्रियों को खतरा पैदा हुआ। इस परीक्षण में मलबे के 1,500 से ज्यादा बड़े टुकड़े और हजारों छोटे-छोटे टुकड़े पैदा हुए। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि रूसी संघ ने लापरवाही से एंटी-सैटेलाइट मिसाइल टेस्ट किया। इस परीक्षण से फैला मलबा कई देशों के हितों के लिए खतरा है। उन्होंने कहा, यह कार्रवाई हमारे बाहरी अंतरिक्ष की दीर्घकालिक स्थिरता को खतरे में डालती है। 

अंतरिक्ष में सुरक्षा की उपेक्षा की : ब्रिटेन

ब्रिटेन के रक्षामंत्री बेन वालेस ने उपग्रह-रोधी मिसाइल के कथित परीक्षण की निंदा करते हुए कहा कि यह अंतरिक्ष में सुरक्षा और स्थिरता की पूरी तरह से उपेक्षा को दर्शाता है। इन परीक्षणों से निकला मलबा अंतरिक्ष गतिविधियों को खतरे में डाल सकता है। वालेस के हवाले से ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया कि इस परीक्षण को लेकर सहयोगियों से बात करके उचित प्रतिक्रिया दी जाएगी।

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