न्यूज डेस्क, अमर उजाला, तिरुवनंतपुरम
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Fri, 28 Jan 2022 08:29 AM IST
सार
केरल के चार फीसदी से भी कम कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी। जिन्हें भर्ती किया गया, उनमें से भी एक फीसदी से कम को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी।
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विस्तार
तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से चर्चा में केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि कोविड पॉजिटिव मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग लगातार की जा रही है। 94 फीसदी मरीजों में ओमिक्रॉन और 6 फीसदी में डेल्टा वैरिएंट मिला है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि केरल में तीसरी लहर ‘ओमिक्रॉन लहर’ है, यह स्पष्ट नहीं है।
चार फीसदी से कम को पड़ी भर्ती करने की जरूरत
केरल की मंत्री ने बताया कि राज्य के चार फीसदी से भी कम कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी। जिन्हें भर्ती किया गया, उनमें से भी एक फीसदी से कम को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी। केरल के कुल पॉजिटिव मामलों में से केवल 3.6 प्रतिशत अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से 0.7 प्रतिशत को ऑक्सीजन बेड की आवश्यकता पड़ी और केवल 0.6 प्रतिशत को ही आईसीयू की आवश्यकता हुई।
जॉर्ज ने बताया कि राज्य के कुल सक्रिय केस में से 3.6 फीसदी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से 0.7 फीसदी को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी और 0.6 फीसदी को आईसीयू की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 27 जनवरी तक देश में कुल 22,02,472 सक्रिय केस थे। बीते सप्ताह नमूनों की सकारात्मकता दर 17.75 फीसदी थी। 11 राज्यों में 50 हजार से ज्यादा सक्रिय मामले थे। महाराष्ट्र, कर्नाटक व केरल में 3 लाख से ज्यादा सक्रिय मामले थे। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 14 राज्यों में 1 लाख से लेकर 50 हजार तक सक्रिय केस थे, जबकि 11 राज्यों में 10 हजार से कम सक्रिय केस थे।