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Chandramukhi: प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने वाले महाराष्ट्र के नेता की दिलचस्प कहानी, तमाशे में नाचने वाली खोलेगी राज

कंगना रणौत को हिंदी सिनेमा में फिल्म ‘रज्जो’ में उस वक्त की सबसे ज्यादा फीस देने वाले निर्माता निर्देशक विश्वास पाटिल के उपन्यास ‘चंद्रमुखी’ पर बनी फिल्म को लेकर महाराष्ट्र में इन दिनों खासी हलचल है। उत्तर भारत की नौटंकी की तरह महाराष्ट्र के तमाशा में काम करने वाली एक नर्तकी और दिल्ली की राजनीति में अपना दबदबा कायम करने की कोशिश में लगे एक मराठा नेता की कहानी पर बनी इस फिल्म में मुंबई से लेकर दिल्ली तक की तमाम ऐसी घटनाओं का जिक्र बताया गया है, जिनके बारे में जानने वाले इन्हें देखकर तुरंत समझ जाएंगे। लंबे अरसे से बन रही इस फिल्म में मुख्य भूमिका अमृता खानविलकर निभाने जा रही हैं और उनके चेहरे पर से पर्दा फिल्म के निर्माताओं ने बीती रात हटा ही दिया।

दिल्ली के विजयपथ पर नर्तकी का सपना

दिल्ली के विजयपथ पर प्रधानमंत्री के रूप में खुद को देखने का सपना देखने वाले महाराष्ट्र के एक नेता को देश की महिला प्रधानमंत्री से मिलने से पहले दिवा स्वप्न आने के दृश्यों से विश्वास पाटिल का उपन्यास ‘चंद्रमुखी’ शुरू होता है। यहीं पहली बार जिक्र आता है कि इस नेता के ख्यालों में महाराष्ट्र की कोई नर्तकी भी रहती है। ये पूरा किस्सा तो इसी नाम से बनी निर्देशक प्रसाद ओक की फिल्म ‘चंद्रमुखी’ में ही खुलेगा, लेकिन इस फिल्म का टीजर पिछले महीने जब रिलीज हुआ था तो देश विदेश में इस फिल्म का खूब हल्ला हुआ।

‘द कश्मीर फाइल्स’ के ‘बिट्टा’ ने लिखे संवाद

फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ में बिट्टा को रोल करने वाले मशहूर मराठी अभिनेता चिन्मय मांडलेकर ने फिल्म ‘चंद्रमुखी’ के संवाद लिखे हैं। विश्वास पाटिल के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित फिल्म के निर्देशक प्रसाद ओक हैं जिनकी ‘कच्चा लिंबू’ और ‘हिरकणी’ जैसी फिल्मों की गिनती मराठी फिल्मों की कालजयी फिल्मों में होती है। फिल्म ‘चंद्रमुखी’ पर हालांकि काम दो साल पहले शुरू हुआ था और फिल्म रिलीज भी तभी हो जानी थी लेकिन कोरोना संक्रमण काल के चलते फिल्म की रिलीज लगातार टलती रही।

अमृता को मिला शीर्षक रोल

फिल्म ‘चंद्रमुखी’ का शीर्षक रोल अमृता खानविलकर कर रही हैं, इसका खुलासा मुंबई में बीती रात फिल्म का पोस्टर सामने आने के बाद हुआ। इस मौके पर अमृता ने मंच पर एक शानदार लावणी नृत्य भी पेश किया। फिल्म में अपने किरदार के बारे में वह कहती हैं, ‘इस भूमिका को निभाने का अवसर पाकर ही मैं धन्य हूं। इसमें प्यार, रोमांस, समर्पण और संघर्ष के गहन रंग हैं। मैंने चंद्रमुखी के किरदार में अपना दिल और आत्मा डाल दी है और इसे पर्दे पर चित्रित करने के लिए चरित्र को जिया है। फिल्म पूरी टीम के लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हमें उम्मीद है कि प्रयासों की सराहना की जाएगी।’

आदिनाथ कोठारे नेता के किरदार में

दिल्ली की राजनीति में अपना दबदबा जमाने के लिए प्रयत्नशील सियासी नेता का किरदार फिल्म ‘चंद्रमुखी’ में अभिनेता आदिनाथ कोठारे ने किया है। वह हाल ही में हिंदी फिल्म ’83’ में दिलीप वेंगसरकर के रूप में नजर आए थे। वह कहते हैं, ‘अमृता एक शानदार और जादुई नर्तकी है जो दर्शकों को सहजता से मंत्रमुग्ध कर देती है, और यह हमारे लिए एक दिलचस्प यात्रा रही है क्योंकि हमें पहली बार साथ काम कर रहे है। मुझे यकीन है कि दर्शक फिल्म में हमारी केमिस्ट्री को निश्चित रूप से पसंद करेंगे।’

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