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युद्ध का 21वां दिन : रूस-यूक्रेन में शांति वार्ता फिर शुरू, रूसी विदेशमंत्री ने कहा- समझौते के आसार

सार

रूस-यूक्रेन के बीच बातचीत से समझौते की उम्मीद जगी है।  जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा गारंटी स्वीकार करने के लिए तैयार है। इसके चलते लंबे समय से नाटो में शामिल होने की हमारी इच्छा पूरी नहीं हो सकी। वहीं क्रेमलिन ने कहा कि असैन्यीकृत यूक्रेन ऑस्ट्रिया-स्वीडन की तर्ज पर अपनी सेना वाला देश बनेगा। वार्ता में इसी पहलू पर बात हो रही है। इस पर सहमति से समझौता संभव है।

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यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने में रूसी सेना की नाकाम कोशिशों के बीच दोनों देशों में समझौते की नई उम्मीद जगी। शांति वार्ता फिर से शुरू होने से ठीक पहले बुधवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, अब कुछ अधिक वास्तविक होने के संकेत हैं। वहीं, रूस के विदेशमंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, समझौते के आसार हैं, यूक्रेन की तटस्थ स्थिति वाली हमारी प्रमुख मांग की ओर बातचीत बढ़ रही है। दोनों देशों के प्रतिनिधि इस बार वीडियो लिंक के जरिये वार्ता शुरू कर रहे हैं।

बातचीत से समझौते की उम्मीद के बीच रूसी हमले भी जारी रहे। राजधानी कीव में सुबह-सुबह कई धमाके हुए। हालांकि, प्रशासन की ओर से मंगलवार रात से ही कर्फ्यू लगाए दिए जाने के कारण जानमाल का अधिक नुकसान नहीं हुआ। 

इन बयानों से जगी उम्मीद

दिया भरोसा, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा गारंटी मानेगा यूक्रेन
जेलेंस्की ने कहा, यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा गारंटी स्वीकार करने के लिए तैयार है। इसके चलते लंबे समय से नाटो में शामिल होने की हमारी इच्छा पूरी नहीं हो सकी।

रूस ने कहा-अपनी सेना वाला देश बनेगा यूक्रेन
क्रेमलिन ने कहा, असैन्यीकृत यूक्रेन ऑस्ट्रिया-स्वीडन की तर्ज पर अपनी सेना वाला देश बनेगा। वार्ता में इसी पहलू पर बात हो रही है। इस पर सहमति से समझौता संभव है। पुतिन बोले-वार्ता काे तैयार, पर हम अपना लक्ष्य हासिल करेंगे।

अमेरिका से बोले जेलेंस्की : हमें अभी आपकी जरूरत 
जेलेंस्की ने अमेरिकी कांग्रेस से मदद मांगी है। वर्चुअल संबोधन में पर्ल हार्बर और 9/11 आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए कहा, रूस से लड़ने में हमें अभी आपकी जरूरत है। अमेरिका को रूसी सांसदों और आयात पर रोक लगा देनी चाहिए। यूक्रेन में तबाही का भावनात्मक वीडियो दिखाते हुए जेलेंस्की ने अमेरिका से और अधिक मदद करने की अपील की। अमेरिकी सांसदों ने खड़े होकर जेलेंस्की का अभिवादन भी किया।

बाइडन ने किया 80 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त मदद का एलान
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को यूक्रेन को 80 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सैन्य मदद देने का एलान किया। बाइडन ने पत्रकारों से कहा, कि नए पैकेज में 800 एंटी एयक्रॉफ्ट प्रणालियां, 9,000 बख्तरबंद वाहनरोधी प्रणालियां और शॉटगन व ग्रेनेड लॉन्चर जैसे 7,000 छोटे हथियार दिए जाएंगे।

पश्चिमी देशों के आगे नहीं झुकेंगे हासिल करेंगे अपना लक्ष्य : पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार का कहा, रूस यूक्रेन में अपने वांछित लक्ष्य को हर हाल में हासिल करेगा। हम पश्चिमी देशों के सामने झुकने वाले नहीं। साथ ही दोहराया कि वैश्विक प्रभुत्व हासिल करने और रूस को बेदखल करने की पश्चिमी देशों की सभी कोशिशें नाकाम होंगी।
 
सरकार के मंत्रियों को दिए टेलिविजन भाषण में पुतिन ने कहा, यूक्रेन में हो रही तबाही का सिलसिला समाप्त करने के लिए हम यूक्रेन में तटस्थ स्थिति पर बातचीत को तैयार हैं। लेकिन साथ ही रूस वहां अपने सैन्य ऑपरेशन के लक्ष्य को हासिल करके रहेगा। जो कि योजना के मुताबिक जारी है। पुतिन ने कहा, पश्चिमी देशों ने प्रतिबंधों की भरमार कर दी है। यह संघर्ष पश्चिमी देशों के लिए बस प्रतिबंध लगाने का बहाना है। नौबत यह है कि पश्चिमी देश अब इस तथ्य को छिपाने के लिए भी चिंतित नहीं हैं कि उनका लक्ष्य रूस के लोग और हमारी अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना है।

पुतिन ने कहा, प्रतिबंध से अर्थव्यवस्था पर असर होगा लेकिन हम निपट लेंगे। इन प्रतिबंधों से हमारे रुख में नरमी पड़ने के आसार नहीं है। यूक्रेन व पश्चिमी देशों को लेकर हमारा रवैया स्पष्ट है। पुतिन ने कहा, निकट भविष्य में संभव था कि कीव में नाजी समर्थक सत्ता बड़ी तबाही वाले एटमी हथियारों की आमद बढ़ाती। तब निश्चित उसके निशाने पर रूस रहता। 

विस्तार

यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने में रूसी सेना की नाकाम कोशिशों के बीच दोनों देशों में समझौते की नई उम्मीद जगी। शांति वार्ता फिर से शुरू होने से ठीक पहले बुधवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, अब कुछ अधिक वास्तविक होने के संकेत हैं। वहीं, रूस के विदेशमंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, समझौते के आसार हैं, यूक्रेन की तटस्थ स्थिति वाली हमारी प्रमुख मांग की ओर बातचीत बढ़ रही है। दोनों देशों के प्रतिनिधि इस बार वीडियो लिंक के जरिये वार्ता शुरू कर रहे हैं।

बातचीत से समझौते की उम्मीद के बीच रूसी हमले भी जारी रहे। राजधानी कीव में सुबह-सुबह कई धमाके हुए। हालांकि, प्रशासन की ओर से मंगलवार रात से ही कर्फ्यू लगाए दिए जाने के कारण जानमाल का अधिक नुकसान नहीं हुआ। 

इन बयानों से जगी उम्मीद

दिया भरोसा, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा गारंटी मानेगा यूक्रेन

जेलेंस्की ने कहा, यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा गारंटी स्वीकार करने के लिए तैयार है। इसके चलते लंबे समय से नाटो में शामिल होने की हमारी इच्छा पूरी नहीं हो सकी।

रूस ने कहा-अपनी सेना वाला देश बनेगा यूक्रेन

क्रेमलिन ने कहा, असैन्यीकृत यूक्रेन ऑस्ट्रिया-स्वीडन की तर्ज पर अपनी सेना वाला देश बनेगा। वार्ता में इसी पहलू पर बात हो रही है। इस पर सहमति से समझौता संभव है। पुतिन बोले-वार्ता काे तैयार, पर हम अपना लक्ष्य हासिल करेंगे।

अमेरिका से बोले जेलेंस्की : हमें अभी आपकी जरूरत 

जेलेंस्की ने अमेरिकी कांग्रेस से मदद मांगी है। वर्चुअल संबोधन में पर्ल हार्बर और 9/11 आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए कहा, रूस से लड़ने में हमें अभी आपकी जरूरत है। अमेरिका को रूसी सांसदों और आयात पर रोक लगा देनी चाहिए। यूक्रेन में तबाही का भावनात्मक वीडियो दिखाते हुए जेलेंस्की ने अमेरिका से और अधिक मदद करने की अपील की। अमेरिकी सांसदों ने खड़े होकर जेलेंस्की का अभिवादन भी किया।

बाइडन ने किया 80 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त मदद का एलान

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को यूक्रेन को 80 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सैन्य मदद देने का एलान किया। बाइडन ने पत्रकारों से कहा, कि नए पैकेज में 800 एंटी एयक्रॉफ्ट प्रणालियां, 9,000 बख्तरबंद वाहनरोधी प्रणालियां और शॉटगन व ग्रेनेड लॉन्चर जैसे 7,000 छोटे हथियार दिए जाएंगे।

पश्चिमी देशों के आगे नहीं झुकेंगे हासिल करेंगे अपना लक्ष्य : पुतिन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार का कहा, रूस यूक्रेन में अपने वांछित लक्ष्य को हर हाल में हासिल करेगा। हम पश्चिमी देशों के सामने झुकने वाले नहीं। साथ ही दोहराया कि वैश्विक प्रभुत्व हासिल करने और रूस को बेदखल करने की पश्चिमी देशों की सभी कोशिशें नाकाम होंगी।

 

सरकार के मंत्रियों को दिए टेलिविजन भाषण में पुतिन ने कहा, यूक्रेन में हो रही तबाही का सिलसिला समाप्त करने के लिए हम यूक्रेन में तटस्थ स्थिति पर बातचीत को तैयार हैं। लेकिन साथ ही रूस वहां अपने सैन्य ऑपरेशन के लक्ष्य को हासिल करके रहेगा। जो कि योजना के मुताबिक जारी है। पुतिन ने कहा, पश्चिमी देशों ने प्रतिबंधों की भरमार कर दी है। यह संघर्ष पश्चिमी देशों के लिए बस प्रतिबंध लगाने का बहाना है। नौबत यह है कि पश्चिमी देश अब इस तथ्य को छिपाने के लिए भी चिंतित नहीं हैं कि उनका लक्ष्य रूस के लोग और हमारी अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना है।

पुतिन ने कहा, प्रतिबंध से अर्थव्यवस्था पर असर होगा लेकिन हम निपट लेंगे। इन प्रतिबंधों से हमारे रुख में नरमी पड़ने के आसार नहीं है। यूक्रेन व पश्चिमी देशों को लेकर हमारा रवैया स्पष्ट है। पुतिन ने कहा, निकट भविष्य में संभव था कि कीव में नाजी समर्थक सत्ता बड़ी तबाही वाले एटमी हथियारों की आमद बढ़ाती। तब निश्चित उसके निशाने पर रूस रहता। 

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