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भारत-कनाडा: व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर फिर से चर्चा के लिए सहमत हुए दोनों देश, बढ़ेगा द्विपक्षीय कारोबार

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Fri, 11 Mar 2022 09:50 PM IST

सार

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को बताया कि भारत और कनाडा अपने द्विपक्षीय कारोबार को बढ़ाने के लिए सीईपीए पर फिर से चर्चा करने के लिए तैयार हो गए हैं। 

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भारत और कनाडा शुक्रवार को द्विपक्षीय कारोबार की संभावनों की तलाश के लिए व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) पर वार्ता को फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दोनों देशों ने एक अंतरिम समझौते या प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौते पर विचार करने के लिए भी सहमति जताई है।

गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कनाडाई समकक्ष जस्टिन ट्रूडो ने इस भागीदारी को एक बहुत ऊंचे स्तर पर पहुंचाया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम जिस आर्थिक भागीदारी का निर्माण करने का प्रयास कर रहे हैं वह दोनों देशों की उन साझा प्रतिबद्धताओं पर आधारित होगी जो हमारे नेताओं ने व्यक्त की हैं।

पीयूष गोयल ने आगे कहा कि एक बार फिर हम सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। लगभग नौ फीसदी जीडीपी वृद्धि के साथ हम बहुत मजबूत आधार देख रहे हैं। हमें उम्मीद है कि ये आधार आने वाले कुछ वर्षों में और ऊंचे स्तर पर पहुंचेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम पिछले सात वर्षों में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) के बहुत उच्च स्तर के गवाह बने हैं।

जयशंकर बोले- कनाडा हमारी विदेश नीति में अहम
वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसे लेकर कहा कि कनाडा के साथ आर्थिक संबंध विकसित करना हमारी विदेश नीति के उद्देश्यों का एक प्रमुख भाग है।

कनाडा की अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मैरी एनजी ने कहा कि कनाडाई कंपनियों को शुरू होने में, स्तर बढ़ाने में और नए बाजारों तक पहुंच उपलब्ध कराने में मदद करना मेरा दायित्व है। मुझे भारत से बेहतर बाजार और यहां उपलब्ध अवसर कहीं और नजर नहीं आते। पीएम ट्रूडो ने मुझे व्यापार में विविधता लाने और उसे हमारे बीच समान वस्तुओं पर तैयार करने को कहा है।

मैरी एनजी ने यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह हमला विश्व शांति के लिए खतरा है। हम इस हमले की निंदा करते हैं जो नियम आधारित व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती है।

विस्तार

भारत और कनाडा शुक्रवार को द्विपक्षीय कारोबार की संभावनों की तलाश के लिए व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) पर वार्ता को फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दोनों देशों ने एक अंतरिम समझौते या प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौते पर विचार करने के लिए भी सहमति जताई है।

गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कनाडाई समकक्ष जस्टिन ट्रूडो ने इस भागीदारी को एक बहुत ऊंचे स्तर पर पहुंचाया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम जिस आर्थिक भागीदारी का निर्माण करने का प्रयास कर रहे हैं वह दोनों देशों की उन साझा प्रतिबद्धताओं पर आधारित होगी जो हमारे नेताओं ने व्यक्त की हैं।

पीयूष गोयल ने आगे कहा कि एक बार फिर हम सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। लगभग नौ फीसदी जीडीपी वृद्धि के साथ हम बहुत मजबूत आधार देख रहे हैं। हमें उम्मीद है कि ये आधार आने वाले कुछ वर्षों में और ऊंचे स्तर पर पहुंचेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम पिछले सात वर्षों में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) के बहुत उच्च स्तर के गवाह बने हैं।

जयशंकर बोले- कनाडा हमारी विदेश नीति में अहम

वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसे लेकर कहा कि कनाडा के साथ आर्थिक संबंध विकसित करना हमारी विदेश नीति के उद्देश्यों का एक प्रमुख भाग है।

कनाडा की अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मैरी एनजी ने कहा कि कनाडाई कंपनियों को शुरू होने में, स्तर बढ़ाने में और नए बाजारों तक पहुंच उपलब्ध कराने में मदद करना मेरा दायित्व है। मुझे भारत से बेहतर बाजार और यहां उपलब्ध अवसर कहीं और नजर नहीं आते। पीएम ट्रूडो ने मुझे व्यापार में विविधता लाने और उसे हमारे बीच समान वस्तुओं पर तैयार करने को कहा है।

मैरी एनजी ने यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह हमला विश्व शांति के लिए खतरा है। हम इस हमले की निंदा करते हैं जो नियम आधारित व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती है।

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