वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, इस्लामाबाद
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Mon, 14 Mar 2022 09:16 AM IST
सार
पाकिस्तान की वायु सेना में शुक्रवार को जे-10 सी विमानों को औपचारिक रूप से शामिल किया गया। इसके लिए एक हाई प्रोफाइल कार्यक्रम कामरा में आयोजित किया गया। समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल हुए।
ख़बर सुनें
विस्तार
पाकिस्तान की वायु सेना में शुक्रवार को जे-10 सी विमानों को औपचारिक रूप से शामिल किया गया। इसके लिए एक हाई प्रोफाइल कार्यक्रम कामरा में आयोजित किया गया। समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल हुए।
पाकिस्तान ने चीन से 25 जे-10 सी लड़ाकू विमान खरीदने का करार किया है। इन विमानों की पहली खेप कुछ रोज पहले पाकिस्तान पहुंची। इन विमानों का चेंगडू नाम की जगह पर परीक्षण किया गया। पाकिस्तानी वायु सेना का दावा है कि इन चीनी विमानों की वजह से उसकी अपने वायु क्षेत्र की रक्षा करने की क्षमता बढ़ गई है।
सोशल मीडिया में वायरल हो रही तस्वीरें
जे-10 सी लड़ाकू विमानों की तस्वीरें कई दिनों से पाकिस्तान में सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं। इस चर्चा में चीन के रक्षा विश्लेषकों की राय का भी खूब हवाला दिया गया है। इनमें दावा किया गया है कि चीन और पाकिस्तान के सहयोग से ये सौदा हुआ है, जिससे पाकिस्तान की युद्ध क्षमता में भारी बढ़ोतरी होगी। साथ ही उससे चीन की विमानन क्षमता को प्रोत्साहन मिलेगा। यह भी कहा गया है कि इन सौदे की वजह अब चीन इस क्षेत्र में सुरक्षा के लिए अधिक सक्रिय भूमिका निभाएगा।
डब्लूएस-10 बी ताइहांग टर्बोफैन इंजन लगे
पाकिस्तानी मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक जे-10 सी विमानों में चीन में बने डब्लूएस-10 बी ताइहांग टर्बोफैन इंजन लगे हैं। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक टिप्पणी में लिखा है कि जे-10 सी के कारण पाकिस्तान की वायु सेना की युद्ध क्षमता बढ़ेगी। ग्लोबल टाइम्स की इस रिपोर्ट में चीनी रक्षा पत्रिका शिपबोर्न वीपन्स की मुख्य संपादक शि होंग से की गई बातचीत शामिल की गई है। उसमें शि ने कहा- ‘जे-10 सी मध्यम आकार का लड़ाकू विमान है। यह चीन और पाकिस्तान के साझा उद्यम में बने उन जेएफ-17 विमानों से अधिक शक्तिशाली है, जिनका अभी पाकिस्तानी वायु सेना इस्तेमाल कर रही है।’
जेएफ-17 के साथ मोर्चे पर तैनात किए जाएंगे
पाकिस्तानी वायु सेना के अधिकारियों ने कहा है कि जे-10 सी विमान जेएफ-17 विमानों की जगह नहीं लेंगे। बल्कि दोनों प्रकार के विमानों का साथ-साथ इस्तेमाल होगा, जिससे पाक वायु सेना की क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
राफेल से मुकाबला है असली मंतव्य
पाकिस्तान के अखबार द न्यूज ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि ये विमान अमेरिकी एफ-16 विमानों से बेहतर हैं, लेकिन वे किन मामलों और किन क्षमताओं में बेहतर हैं, इसका विवरण उस रिपोर्ट में नहीं दिया गया है। उसमें ग्लोबल टाइम्स के हवाले से शि होंग की ये टिप्पणी जरूर शामिल की गई है कि जे-10 सी विमानों के शामिल करने के बाद पाकिस्तानी वायु सेना भारतीय वायु सेना का मुकाबला करने में सक्षम हो जाएगी, जिसने हाल ही में फ्रांस में बने राफेल विमानों का उपयोग शुरू किया है।
अब कोई बुरी निगाह नहीं डाल सकेगा : इमरान
चीनी विमानों को वायु सेना को सौंपने के लिए हुए समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह दावा किया कि अब कोई पाकिस्तान पर अपनी बुरी निगाह नहीं डाल सकेगा। उन्होंने कहा- अब पाकिस्तान के खिलाफ जो भी आक्रामक रुख अपनाएगा, उसे पाक सेनाएं पुरजोर जवाब देंगी।
