पीटीआई, इस्लामाबाद
Published by: देव कश्यप
Updated Mon, 07 Feb 2022 01:39 AM IST
सार
आतंकवादियों के हमले में पांच पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और खुफिया रिपोर्टों के अनुसार आतंकवादियों को काफी नुकसान हुआ है। प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
ख़बर सुनें
विस्तार
उसने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और खुफिया रिपोर्टों के अनुसार आतंकवादियों को काफी नुकसान हुआ है। प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
बयान में कहा गया है, ‘पाकिस्तान के खिलाफ गतिविधियों के लिए आतंकवादियों द्वारा अफगानिस्तान की धरती के इस्तेमाल की पाकिस्तान कड़ी निंदा करता है और उम्मीद करता है कि अंतरिम अफगान सरकार भविष्य में पाकिस्तान के खिलाफ इस तरह की गतिविधियों के संचालन की अनुमति नहीं देगी।’
इसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना आतंकवाद के खतरे के खिलाफ देश की सीमाओं की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और हमारे बहादुर जवानों के ऐसे बलिदान हमारे संकल्प को और मजबूत करते हैं।
काबुल में तालिबान के सत्ता में आने के बाद अगस्त के बाद से पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में तेजी देखी गई है। ये घटनाएं इस्लामाबाद की उम्मीदों पर पानी फेर देते हैं कि वे प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के खिलाफ कठोर कदम उठाएंगे।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ ने हाल ही में अफगानिस्तान की यात्रा की थी, जहां कार्यवाहक उपप्रधान मंत्री अब्दुल सलाम हनफी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि पाकिस्तान सहित अपने अन्य पड़ोसियों के खिलाफ आतंकी अफगान की धरती का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
टीटीपी, जिसे पाकिस्तानी तालिबान के रूप में जाना जाता है, को पूरे पाकिस्तान में कई घातक हमलों के लिए दोषी ठहराया गया है। जिसमें 2009 में सेना मुख्यालय पर हमला, सैन्य ठिकानों पर हमले और 2008 में इस्लामाबाद के मैरियट होटल में बमबारी शामिल है।