Sports

इस खिलाड़ी से खौफ खाती थी दुनिया, स्वर्णिम दौर के थे अहम किरदार

बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।



Play

3:39

पूर्व भारती हॉकी कप्तान उधम सिंह पंजाब के जालंधर से ताल्लुक रखते थे। इनकी गिनती भारतीय हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ियों में होती थी, अपने करियर में तीन ओलंपिक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता। हॉकी से रिटायरमेंट के बाद उधम सिंह मैनेजर के रूप में भारतीय टीम की कमान संभाली। उनके मैनेजर रहते हैं भारत ने मेक्सिको ओलंपिक 1968 में और बैंकॉक 1970 एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था। 


http://www.amarujala.com/

इस खिलाड़ी से खौफ खाती थी दुनिया, स्वर्णिम दौर के थे अहम किरदार

X

सभी 76 एपिसोड

पूर्व भारती हॉकी कप्तान उधम सिंह पंजाब के जालंधर से ताल्लुक रखते थे। इनकी गिनती भारतीय हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ियों में होती थी, अपने करियर में तीन ओलंपिक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता। हॉकी से रिटायरमेंट के बाद उधम सिंह मैनेजर के रूप में भारतीय टीम की कमान संभाली। उनके मैनेजर रहते हैं भारत ने मेक्सिको ओलंपिक 1968 में और बैंकॉक 1970 एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था। 

17 साल की उम्र में डेब्यू करने वाली पूर्व महिला क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा ने करियर में कई उपलब्धियां हासिल कीं। अब वो कमेंटेटर के रूप में सक्रिय हैं, इनके नाम 100 वनडे मैच खेलने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनने का रिकॉर्ड है। इन्हे साल 2007 में अर्जुन अवॉर्ड और 2014 में पद्मश्री से नवाजा  जा चुका है। 

राहुल द्रविड़ का नाम भारतीय क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में शुमार है। इनके विकेट पर टिके रहने की क्षमता के कारण इन्हें “द वॉल” यानी दीवार के नाम से भी जाना जाता है।  राहुल द्रविड़ ने अपने कॅरियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और हर बार अपने प्रदर्शन से अपनी काबिलियत साबित की है। 

अनिल कुंबले ने भारत की तरफ से 132 टेस्ट मैचों की 236 पारियों में 619 विकेट लेकर टीम इंडिया के सबसे सफल गेंदबाज बने हुए हैं। इसके अलावा 271 एकदिवसीय मैच की 265 पारियों में 337 विकेट लेने का गौरव भी उनके नाम है। अनिल कुंबले टीम इंडिया के कप्तान भी रह चुके हैं। आज देश के स्पिनरों के लिए अनिल कुंबले एक आदर्श बन चुके हैं, क्रिकेट में योगदान के देखते हुए इन्हें भारत सरकार की तरफ से भी सम्मान मिल चुका है। 

बॉक्सर विजेंदर कुमार ने देश को ओलपिंक में बॉक्सिंग में पहला पदक जिताया था। विजेंद्र अब तक 9 फाइट जीत चुके हैं और इनमें से 7 मुकाबले नॉकआउट रहे। बॉक्सिंग रिंग के बाहर इन्होंनेे बॉलूवुड और राजनीति में भी हात आजमाया है, ये अक्षय कुमार के साथ फिल्म फगली में काम कर चुके हैं। इन्होंने साल 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर दिल्ली से लड़ चुके हैं।
   

मंसूर अली खान पटौदी भारतीय टीम के सफल कप्तानों में से एक थे। इन्हें क्रिकेट का खेल विरासत में मिला था, इनके पिता इफ्तिखार अली खान ने भारत के अलावा इंग्लैंड की क्रिकेट टीम का भी प्रतिनिधित्व किया। पटौदी ने कई गुटों में बंटी टीम को  एक यूनिट में बदलने का काम किया और अपने नेतृत्व में भारतीय टीम को 1967 में न्यूजीलैंड टीम को उसके घर में हराकर इतिहास रचा था। 

वीनू मांकड़  की गिनती अपने जमाने में एक बेहतरीन ऑल राउंडर की थी। साल 1956 में इन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में पंकज राय के साथ पारी का आगाज करते हुए पहले विकेट के लिए 413 रन जोड़े थे। इस मुकाबले में जहां पंकज ने 173 रन बनाए वहीं वीनू ने 213 रनों की पारी खेली थी। टेस्ट क्रिकेट में उनका ये रिकॉर्ड 52 साल तक रहा। इसके अलावा इन्होंने भारत को 1952 में मिली पहली टेस्ट जीत में अहम योगदान भी दिया था।

पंजाब के अमृतसर के मियादी कलां गांव की रहने वाली 25 साल की गुरजीत के परिवार का हॉकी से कुछ लेना-देना नहीं था। लेकिन कुछ सालों पहले हॉकी खेलने वाली गुरजीत ने महिला हॉकी में वो कर दिखाया है, जिसके लोग सिर्फ सपने देखते हैं इन्होंने देश के लिए 100 मैच खेलने का रिकॉर्ड बनाया। अपने बेहतरीन प्रदर्शन से कई बार इन्होंने टीम को जीत भी दिलाई है। इनके ओलंपिक में किए गए प्रदर्शन को देश कभी भूला नहीं पाएगा।

एमसी मैरी कॉम एक ऐसी महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से भारत का नाम रोशन किया है। इसमें कोई शक नहीं है कि वो इस धरती की सबसे दिलचस्प एथलीटों में से एक हैं। हिंदुस्तान के एक गरीब परिवार में जन्मी मैरी कॉम का जीवन संर्घषपूर्ण रहा है। अपने परिवार की मदद करने के लिए वह उनके साथ काम करती थीं। साल 2001 में महिला बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखने के बाद आज भी इनका जलवा कायम है। 

द ग्रेट खली ने पहलवानी में भारत का नाम रोशन कर सबसे ऊंचा स्थान दिलाया है। पूरी दुनिया में महाबली खली  के नाम से जाने जाने वाले खली ने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया और आज उस मुकाम पर पहुंच गए हैं कि उनके रिकॉर्ड को तोड़ना काफी मुश्किल हो गया है।  खली का बचपन काफी गरीबी में बीता सुनिए इनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक जानकारियां 

http://www.amarujala.com/

© 2021-22 Amar Ujala Limited

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: