‘बुलंदी’ ‘कर्ज’, ‘घर हो तो ऐसा’, ‘तेरी मेहरनबानियां’ समेत कई सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाले एक्टर राज किरण सालों से गुमनाम हैं। राज 80 के दशक की लगभग हर फिल्म का हिस्सा हुआ करते थे। एक समय में सूरज की तरह चमकने वाले राज किरण की जिंदगी में कब अंधेरा छा गया ये किसी को नहीं पता। मायानगरी की कहानी ही कुछ ऐसी है। यह एक ऐसी दुनिया है जहां उगते सूरज को सभी सलाम करते हैं और ढलते सूरज को कोई देखता तक नहीं।
राज जब तक फिल्मों में थे, सभी ने उन्हें पूछा, उनका स्वागत किया, लेकिन जब फिल्मों से नाता टूटा तो इंडस्ट्री के लोगों ने भी राज किरण को अपनी जिंदगी से निकाल फेंका, ठीक वैसे ही जैसे कोई दूध से मक्खी निकालकर फेंक देता है। राज किरण को जब अपने परिवार की सबसे ज्यादा जरूरत थी कोई उनके साथ नहीं था। उनके परिवार ने उनका साथ छोड़ दिया।
राज किरण ने अपने करियर में लगभग 100 से अधिक फिल्में की हैंं। उन्होंने ना सिर्फ सहायक अभिनेता के तौर पर काम किया बल्कि कई फिल्मों में एक मुख्य अभिनेता के तौर पर भी काम किया। कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो वे अब पागल हो चुके हैं। राज किरण का पूरा नाम राज किरण मेहतानी है। भारत में उनके फैंस उन्हें कई साल से लापता समझते हैं क्योंकि उनके बारे में ज्यादा जानकारी किसी के पास नहीं है।
दरसदल राजकिरण अपने फिल्मी करियर के उतार चढ़ाव के दौरान अवसाद में आ गए थे। इसी बीच उनके परिवार ने भी उन्हें धोखा दिया था, तब से वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे थे। सालों पहले दीप्ति नवल ने उन्हें अमेरिका में टैक्सी चलाते हुए देखा था। 2011 में ऋषि कपूर ने उनके बारे में पता लगाया और पता चला कि राज किरण अमेरिका के पागलखाने में हैं।
राजकिरण की पत्नी का कहना था कि उनके पति कई साल से गुमशुदा हैं। उनकी तलाश की जा रही है। राज किरण टीवी पर आखिरी बार शेखर सुमन के सीरियल रिपोर्टर 1994 में नजर आए थे। कोई कहता है फिल्में न मिलने की वजह से वह डिप्रेशन में चले गए तो कोई कहता है उनके परिवार ने उनकी सारी प्रॉपर्टी छीन ली। सच्चाई क्या है ये तो कोई नहीं जानता लेकिन सिनेमा की चमक धमक के बीच एक सितारा कहीं हो गया।