ज्योतिष डेस्क, अमरउजाला, नई दिल्ली
Published by: श्वेता सिंह
Updated Sun, 26 Dec 2021 02:18 PM IST
सार
Rahu Ketu Upay: ज्योतिष में राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है। किसी भी कुंडली में राहु और केतु के कारण ही कालसर्प दोष का निर्माण होता है। उसके हर कार्य में रुकावट आती है और जीवन में तनाव कि स्थिति उत्पन्न हो जाती है। अगर आप भी राहु और केतु के अशुभ फल की वजह से परेशान हैं, तो आइए जानते हैं ऐसे उपाय के बारे में जो इस स्थिति से राहत दिलाने में मददगार होंगें। आइए जानते हैं क्या है वो उपाय
ग्रह नक्षत्रों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। ज्योतिष में राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है। किसी भी कुंडली में राहु और केतु के कारण ही कालसर्प दोष का निर्माण होता है। ऐसा माना जाता है कि अगर राहु-केतु की स्थिति व्यक्ति के पक्ष में न हो, तो उसका जीवन नर्क बन जाता है। उसके हर कार्य में रुकावट आती है और जीवन में तनाव कि स्थिति उत्पन्न हो जाती है। यही कारण है कि लोग राहु-केतु के नाम से घबराते हैं। अगर आप भी राहु और केतु के अशुभ फल की वजह से परेशान हैं, तो आइए जानते हैं ऐसे उपाय के बारे में जो इस स्थिति से राहत दिलाने में मददगार होंगें। आइए जानते हैं क्या है वो उपाय
घंटी से है राहु केतु का संबंध
क्या आप जानते हैं राहु-केतु का प्रकोप शांत करने के लिए घंटी का प्रयोग किया जाता है। रोजाना घंटी बजाने से राहु और केतु का प्रकोप शांत होता है। पूजा के समय घंटी बजाने से कई प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही मान्यता यह भी है कि घंटी बजाने से भगवान की पूजा सफल होती है।
घंटी बजने से भगवान विष्णु होते हैं प्रसन्न
धार्मिक मान्यताओं की मानें तो भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ को घंटी की ध्वनि प्रिय है। ऐसे में घर में रोजाना घंटी बजाने से भगवान विष्णु की कृपा रहती है। और भगवान विष्णु की आराधना के कारण राहु-केतु परेशान नहीं करते। इसलिए पूजा घर में रखी घंटी को देवता का वास माना जाता है।
राहु-केतु को शांत करने के लिए करें ऐसी घंटी का इस्तेमाल
यदि आपको राहु केतु के प्रकोप को शांत करना है तो पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली घंटी में गरुड़ का चिह्न होना चाहिए। दरअसल घर के पूजा स्थल में इस्तेमाल की जाने वाली घंटी गरुड़ घंटी कहलाती है जो व्यक्ति इस घंटी के साथ घर में पूजा करेगा उसके सारे पाप-नष्ट ओ जाते हैं और यदि उसके ऊपर कोई कर्ज है तो वो भी समाप्त हो जाता है।
विस्तार
ग्रह नक्षत्रों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। ज्योतिष में राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है। किसी भी कुंडली में राहु और केतु के कारण ही कालसर्प दोष का निर्माण होता है। ऐसा माना जाता है कि अगर राहु-केतु की स्थिति व्यक्ति के पक्ष में न हो, तो उसका जीवन नर्क बन जाता है। उसके हर कार्य में रुकावट आती है और जीवन में तनाव कि स्थिति उत्पन्न हो जाती है। यही कारण है कि लोग राहु-केतु के नाम से घबराते हैं। अगर आप भी राहु और केतु के अशुभ फल की वजह से परेशान हैं, तो आइए जानते हैं ऐसे उपाय के बारे में जो इस स्थिति से राहत दिलाने में मददगार होंगें। आइए जानते हैं क्या है वो उपाय
घंटी से है राहु केतु का संबंध
क्या आप जानते हैं राहु-केतु का प्रकोप शांत करने के लिए घंटी का प्रयोग किया जाता है। रोजाना घंटी बजाने से राहु और केतु का प्रकोप शांत होता है। पूजा के समय घंटी बजाने से कई प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही मान्यता यह भी है कि घंटी बजाने से भगवान की पूजा सफल होती है।
घंटी बजने से भगवान विष्णु होते हैं प्रसन्न
धार्मिक मान्यताओं की मानें तो भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ को घंटी की ध्वनि प्रिय है। ऐसे में घर में रोजाना घंटी बजाने से भगवान विष्णु की कृपा रहती है। और भगवान विष्णु की आराधना के कारण राहु-केतु परेशान नहीं करते। इसलिए पूजा घर में रखी घंटी को देवता का वास माना जाता है।
राहु-केतु को शांत करने के लिए करें ऐसी घंटी का इस्तेमाल
यदि आपको राहु केतु के प्रकोप को शांत करना है तो पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली घंटी में गरुड़ का चिह्न होना चाहिए। दरअसल घर के पूजा स्थल में इस्तेमाल की जाने वाली घंटी गरुड़ घंटी कहलाती है जो व्यक्ति इस घंटी के साथ घर में पूजा करेगा उसके सारे पाप-नष्ट ओ जाते हैं और यदि उसके ऊपर कोई कर्ज है तो वो भी समाप्त हो जाता है।
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