हर कोई चाहता है कि उसका अपना एक घर हो और घर खरीदने के लिए ज्यादातर लोगों को होम लोन लेना पड़ता है। कभी-कभी लोग नौकरी के दौरान घर नहीं खरीद पाते, इसलिए वो रिटायरमेंट के बाद अपना घर बनाना चाहते हैं। अगर आप भी रिटायर्ड हैं और होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो होम लोन मिलना आपके लिए नामुमकिन तो नहीं लेकिन थोड़ा मुश्किल जरूर हो सकता है। रिटायरमेंट के बाद होम लोन लेना व्यक्ति के लिए परेशानी भरा हो सकता है, क्योंकि रिटायर्ड व्यक्ति को होम लोन के लिए कुछ अधिक शर्तों का पालन करना पड़ता है। अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आज हम आपको कुछ जरूरी बातें बताएंगे, अगर आप इन बातों को फॉलो करते हैं, तो रिटायरमेंट के बाद होम लोन मिलना आपके लिए आसान हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे….
लोन लेने से पहले पात्रता चेक कर लें
- होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले अलग-अलग बैंकों की होम लोन के लिए पात्रता चेक कर लें। एक बात ध्यान रहे कि सभी बैंकों की पात्रता अलग होती है। साथ ही आवेदन से पहले ये भी ध्यान रखें कि आपकी उम्र आवेदन की तारीख से 70 साल से अधिक ना हो, क्योंकि लोन रीपेमेंट के लिए आवेदक को 75 साल का होने तक का समय दिया जाएगा। ऐसे में आपके पास सिर्फ 5 साल का समय होगा लोन रीपेमेंट के लिए।
कम से कम कर्ज लें
- होम लोन लेते समय आप अपना कॉन्ट्रिब्यूशन ज्यादा रखें। इससे आपकी बनने वाली ईएमआई की वैल्यू कम हो जाएगी और बैंक का रिस्क फैक्टर भी कम होगा। इसलिए दोनों हे वजहों से आपको लोन मिलने की संभावना बढ़ेगी।
स्टेबल पेंशन
- अगर आप स्टेबल पेंशन वाले रिटायर्ड व्यक्ति हैं, तो ऐसे लोगों को लोन मिलने की संभावना अधिक होती है।
सरकारी बैंक का करें रुख
- रिटायरमेंट के बाद अगर आप आप पेंशन पर ही निर्भर हैं तो, प्राइवेट बैंक की जगह सरकारी बैंकों में लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। सरकारी बैंक में पेंशनर को अलग से लोन भी दिए जाते हैं। सबसे बड़ी बात, यहां आपको पर्सनल लोन की अपेक्षा ब्याज दरें भी थोड़ी कम मिल जाती हैं।
