सार
धार्मिक मान्यता के अनुसार हनुमान जन्मोत्सव का दिन बजरंगबली की कृपा पाने के लिए श्रेष्ठ दिन है,इस दिन आप कुछ उपाय करके इनकी कृपा पा सकते हैं।
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विस्तार
कर्ज से मुक्ति के लिए
यदि दिन पर दिन आपकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है और आप के ऊपर कर्ज बहुत हो गया है,हनुमान मंदिर में जाकर हनुमानजी के सामने चौमुखी आटे के बने दीपक में चमेली का तेल डालकर उसे बड़ के पत्ते पर रखकर जलाएं। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इसके अलावा हनुमानजी को तुलसी की माला चढ़ाने से समृद्धि के द्वार खुल जाते हैं और धनलाभ होता है।
ग्रहदोष निवारण के लिए
हनुमानजी को घी या चमेली के तेल के साथ सिन्दूर या चोला अर्पित करने से श्रीराम की कृपा प्राप्त होती है, बिगड़े हुए काम बन जाते हैं, मंगल दोष शांत होता है एवं सौभाग्य की प्राप्ति होकर जातक की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। इसी प्रकार सरसों के तेल का दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनिदोषों से मुक्ति मिलती है।
कार्य में सफलता के लिए
किसी भी कठिन कार्य में सफलता की प्राप्ति के लिए हनुमानजी को लाल या केसरिया ध्वज या झंडा चढ़ाया जाता है। ऐसा करने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है और हर कार्य में सफलता मिलती है। यह झंडा त्रिकोणीय होना चाहिए और उस पर ‘राम’ नाम अवश्य लिखा होना चाहिए।
रोग निवारण के लिए
यदि आप बीमारियों से परेशान हैं तो जल का एक पात्र हनुमान जी कि प्रतिमा के सामने रखकर हनुमान बाहुक का हनुमान जयंती से 26 या 21 दिनों तक पाठ करें। प्रतिदिन उस जल को ग्रहण करें और दूसरा जल रखें। हनुमानजी की कृपा से शरीर की समस्त पीड़ाओं से आपको मुक्ति मिल जाएगी।
कष्ट निवारण के लिए
पीपल के पत्ते पर चमेली के तेल और सिन्दूर से •’राम’ नाम लिखें और इसे हनुमानजी को चढ़ाएं। यह कार्य करने से सभी तरह की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। यह भी कर सकते हैं- पीपल के 11 पत्तों पर चंदन या कुमकुम से श्रीराम का नाम लिखें। इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर हनुमानजी को चढ़ाएं। हनुमानजी को हनुमान जन्मोत्सव पर पंच मेवा, केसरिया बूंदी लड्डू, इमरती, बेसन के लड्डू, चूरमा, रोठ, मालपुआ या मलाई-मिश्री के लड्डू का भोग लगाएं। खासकर उन्हें गुड़-चने का प्रसाद अर्पित करते हैं। यदि घोर संकट में हैं तो पान का बीड़ा अर्पित करें।