टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Fri, 15 Apr 2022 09:58 AM IST
सार
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो महीने से चल रहे युद्ध के कारण कच्चे माल की आवक नहीं हो रही है जिसके कारण प्रोडक्शन में दिक्कत हो रही है। कच्चे माल के आवक में कमी का दूसरा कारण चीन में लगातार लग रहा लॉकडाउन भी है।
नींबू के बाद अब स्मार्ट टीवी और टीवी के महंगे होने की बारी है। भारतीय टीवी मैन्यूफैक्चरर कंपनियां जल्द ही अपने टीवी की कीमतों में इजाफा करने वाली हैं। रिपोर्ट के मुताबिक रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो महीने से चल रहे युद्ध के कारण कच्चे माल की आवक नहीं हो रही है जिसके कारण प्रोडक्शन में दिक्कत हो रही है। कच्चे माल के आवक में कमी का दूसरा कारण चीन में लगातार लग रहा लॉकडाउन भी है। यूक्रेन और रूस के बीच करीब दो महीने से चल रहे संघर्ष ने दुनियाभर की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। इसका सबसे बड़ा असर भारत में टीवी निर्माताओं पर पड़ने जा रहा है, क्योंकि देश की अधिकतर कंपनियां बजट सेगमेंट में टीवी की बिक्री करती हैं जिनमें मार्जिन बहुत ही कम होता है।
यूक्रेन-रूस संकट के साथ-साथ चीन में लॉकडाउन के कारण कंपनियों को आयात में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण निर्माताओं ने देश में अपने शिपमेंट के लिए अधिक भुगतान करना पड़ रहा है।
सुपर प्लास्ट्रोनिक्स (एसपीपीएल) के सीईओ अवनीत सिंह मारवाह ने इस मसले पर कहा है कि तमाम तरह के कच्चे माल से लेकर सर्विसेज और प्रोडक्ट तक की कीमतों में कम-से-कम 10 फीसदी का इजाफा होगा। बता दें कि एसपीपीएल के पास Blaupunkt, Thomson, Kodak और Westinghouse का मैन्यूफैक्चरिंग लाइसेंस है।
उन्होंने आगे कहा कि चीन में लॉकडाउन के कारण मालवाहक जहाज अचानक से बंद हो गए हैं और जो चल रहे हैं कि उनमें से सभी 100 प्रतिशत क्षमता पर काम नहीं कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप शिपिंग में बड़ी देरी हो रही है। इसका असर निश्चित रूप से ग्राहकों पर पड़ेगा।
SPPL की तरह Indkal टेक्नोलॉजी ने भी कीमतों को लेकर चेतावनी दी है। इस कंपनी के पास Acer TVs का लाइसेंस है। इंडकल टेक्नोलॉजीज के सीईओ आनंद दुबे ने कहा है कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने स्थिति को और खराब कर दिया है, क्योंकि ये दोनों देश चिप के निर्माण के लिए कच्चे माल के रूप में उपयोग किए जाने वाले कुछ प्रमुख खनिजों के सबसे बड़े उत्पादक हैं जिनकी कमी लंबे समय से चलती आ रही है।
उन्होंने आगे कहा कि यदि संघर्ष और आगे बढ़ता है, तो इससे कच्चे माल की कीमतों में बड़ी वृद्धि हो सकती है जिससे भारत और दुनियाभर में विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की कीमतों में इजाफा होगा। यह पहला मौका नहीं है जब भारत में स्मार्ट टीवी और नॉन-स्मार्ट टीवी की कीमतों में इजाफा होने जा रहा है। पिछले साल भी Xiaomi, Samsung, LG, और Realme जैसी कंपनियों ने अपने टीवी की कीमतों में 10 फीसदी तक का इजाफा किया था। पिछले साल टीवी की कीमतों में इजाफा कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से हुआ था।
विस्तार
नींबू के बाद अब स्मार्ट टीवी और टीवी के महंगे होने की बारी है। भारतीय टीवी मैन्यूफैक्चरर कंपनियां जल्द ही अपने टीवी की कीमतों में इजाफा करने वाली हैं। रिपोर्ट के मुताबिक रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो महीने से चल रहे युद्ध के कारण कच्चे माल की आवक नहीं हो रही है जिसके कारण प्रोडक्शन में दिक्कत हो रही है। कच्चे माल के आवक में कमी का दूसरा कारण चीन में लगातार लग रहा लॉकडाउन भी है। यूक्रेन और रूस के बीच करीब दो महीने से चल रहे संघर्ष ने दुनियाभर की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। इसका सबसे बड़ा असर भारत में टीवी निर्माताओं पर पड़ने जा रहा है, क्योंकि देश की अधिकतर कंपनियां बजट सेगमेंट में टीवी की बिक्री करती हैं जिनमें मार्जिन बहुत ही कम होता है।
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