हिंदी सिनेमा की क्लासिक फिल्मों के पोस्टरों के दीवाने दुनिया भर में फैले हैं। जब भी कोई सिनेप्रेमी परदेस में भी अपना घर सजाता है तो उसे याद आती है अपनी पसंदीदा फिल्मों की और उनके पोस्टरों की। लेकिन 20 साल पहले हुए ओसियान नीलामी के बाद से क्लासिक हिंदी फिल्मों के रिलीज के लिए जारी पोस्टरों की फिर दोबारा नीलामी ही नहीं हुई। लेकिन अब हिंदी सिनेमा के सुधी दर्शक अब ये पोस्टर आसानी से ऑन लाइन नीलामी के जरिये खरीद सकेंगे। हिंदी सिनेमा के इन दुर्लभ ओरीजनल पोस्टरों की नीलामी का भार ऑनलाइन ऑक्शन हाउस डिरिवाज एंड आइव्स ने संभाला है।
हिंदी सिनेमा की सुपरहिट फिल्मों या कहें कि हिंदी सिनेमा के स्वर्णिम दौर यानी 50,60 और 70 दशक की फिल्मों के पोस्टरों की सिनेमा के शौकीनों के बीच बड़ी मांग रही है। ये वो दौर था जब सिनेमाघरों में हाथों से पेंट किए गए बड़े बड़े होर्डिंग लगते थे और फिल्मों के प्रचार के लिए जो पोस्टर जारी होते थे, वे भी अपने दौर के चुनिंदा कलाकारों द्वारा ही बनाए जाते थे। ये सिलसिला 80 और 90 के दशक तक भी रुक रुक कर जारी रहा। लेकिन इसके बाद डिजिटल प्रिंटिंग का दौर आया और सिने कलाकारों के हाई रेजोल्यूशन फोटोग्राफ्स से ही फिल्मों के पोस्टर छपने लगे।
अमेरिका में रहने वाली सुरभि जैन अभी कुछ अरसा पहले हिंदी फिल्मों के पोस्टरों को लेकर काफी परेशान रहीं। जहां भी उन्हें लगा कि ये पोस्टर मिल सकते हैं, सबसे उन्होंने संपर्क किया लेकिन डिजिटल क्रांति के दौर में भी हिंदी फिल्मों के असली पोस्टर मिल पाना सुगम नहीं रहा है। अब मौका है कि हिंदी सिनेमा की चुनिंदा फिल्मों के पहले ओरिजनल पोस्टर लोगों को मिलने की आशा फिर से बंधी है। 20 साल पहले ये काम ओसियान नामक संस्था ने शुरू किया था, लेकिन अपेक्षित बिक्री न होने के चलते ही बाद में ये बंद हो गया।
ऑनलाइन ऑक्शन हाउस डिरिवाज एंड आइव्स से मिली जानकारी के मुताबिक हिंदी सिनेमा की चंद चर्चित फिल्मों मसलन ‘आवारा’, ‘मदर इंडिया’, ‘मुगल-ए-आजम’, ‘जंगली’, ‘मजबूर’ और ‘धरम वीर’ जैसी तमाम फिल्मों के इनकी रिलीज के वक्त तैयार किए गए पोस्टर अब हिंदी फिल्मों के दर्शकों के लिए सहज उपलब्ध हैं। इन ओरिजनल पोस्टर की नीलामी फिर से होने से हिंदी सिनेमा के प्रशंसक भी प्रसन्न हैं। डिरिवाज एंड आइव्स ने इन पोस्टरों की ऑन लाइन नीलामी की व्यस्था की है।
जानकारी यह भी मिली है कि आनेवाले दिनों में मुंबई और दिल्ली में विभिन्न समारोहों और प्रदर्शनियां का आयोजन भी इस सिलसिले में होने वाला है। इन कार्यक्रमों के जरिये हिंदी सिनेमा के सुधी दर्शक सत्यजीत रे, दिलीप कुमार, बिमल रॉय, धर्मेद्र, राजेश खन्ना, सायरा बानू जैसे हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकारों को और करीब से जान सकेंगे और इनके सिनेमा को फिर से याद कर सकेंगे।