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Goa Election 2022: पीएम के बाद अमित शाह ने साधा पं. नेहरू पर निशाना, कहा- गोवा को 1947 में ही मिलनी चाहिए थी आजादी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और उनके नेतृत्व पर सवाल उठाए। उन्होंने बुधवार को कहा कि अगर पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू का नेतृत्व निर्णायक होता, तो गोवा को देश के बाकी हिस्सों की तरह 1947 में आजादी मिल जाती।

14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि गोवा के साथ हमेशा कांग्रेस ने अन्याय किया है। चाहे आजादी हासिल करने की बात हो या फिर विकास की। इतिहास गवाह है। 

उन्होंने कहा कि अगर नेहरू का नेतृत्व निर्णायक होता, तो गोवा भी देश के बाकी हिस्सों की तरह 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त कर लेता। दरअसल, गोवा 19 दिसंबर 1961 को लगभग 450 साल पुराने पुर्तगाली शासन से आजाद हुआ था।

उन्होंने कहा कि काफी संघर्ष के बाद गोवा को आजादी मिली। इसे हासिल करने में काफी समय लगा। लोकसभा और राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद को अपने संबोधन में यह मुद्दा उठाया कि गोवा को इतनी देर से आजादी मिलने के लिए कौन जिम्मेदार है? शाह ने कहा कि गोवा में मतदाताओं के सामने केवल दो विकल्प हैं- एक कांग्रेस पार्टी है, जिसका नेतृत्व राहुल गांधी करते हैं, और दूसरा पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गोवा के लोगों को यह तय करना है कि उसे पांच साल का जनादेश देना है। गोवा ने दोनों शासनों को देखा है। कांग्रेस शासन अस्थिरता और अराजकता से भरा था, जबकि भाजपा ने स्थिरता दी और विकास लाई।

तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि छोटे-छोटे दल भी चुनावी मैदान में हैं। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा केंद्र में सत्ता में है। इन पार्टियों का एक इतिहास है। जहां वे सत्ता में हैं, उन्होंने केंद्र के साथ लड़ाई की है। पीएम मोदी एक योजना शुरू करेंगे, लेकिन वे इसे जमीनी स्तर पर नहीं आने देंगे।

उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार के पास प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना नहीं है। बंगाल में किसानों को केंद्र द्वारा भेजा गया पैसा नहीं मिलता है। जो विकास में बाधक साबित होते हैं, वे यहां अलग-अलग रूपों में आए हैं। उन्होंने कहा कि ममता-बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधानों को रद्द करने का विरोध किया था।

शाह ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के शासन के दौरान पाकिस्तान से आलिया, मालिया, जमालिया घुसपैठ करते थे और देश के सैनिकों को जान से मारते थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह चुपचाप बैठे रहते थे, लेकिन 2015 में उरी हमले के बाद और 2019 में पुलवामा हमले के बाद हमने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की।

उन्होंने कहा कि अलग-अलग चेहरे और अलग-अलग कपड़े पहनकर यहां आए विपक्षी दल न तो गोवा का विकास कर सकते हैं और न ही देश का। वे न तो देश को समृद्ध बना सकते हैं और न ही इसे सुरक्षित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह केवल भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार है, जो ऐसा कर सकती है।

गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन तटीय राज्य के विकास के लिए प्रयास करते हुए बिताया।  शाह ने कहा कि 2012, 2014, 2017, 2019 में गोवा की जनता ने बीजेपी को आशीर्वाद दिया। उन्होंने भाजपा के लिए लगातार तीसरे कार्यकाल की ओर इशारा करते हुए जनता से हैट्रिक लगाने की अपील की। 

उन्होंने कहा कि अगले पांच साल गोवा के लिए समृद्धि और इसे आत्मनिर्भर बनाने वाले होंगे। पार्टी ने गोवा के विकास के लिए 22 संकल्प किए हैं। शाह ने दावा किया कि भाजपा के पिछले 10 वर्षों के शासन के बाद गोवा हर मामले में आगे है- चाहे वह प्रति व्यक्ति आय हो, हर घर में शौचालय हो या घर-घर कूड़ा उठाना हो। भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में 40 में से 22 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा है।

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