स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: रोहित राज
Updated Sat, 05 Mar 2022 11:51 PM IST
सार
भारत को डेविस कप विश्व ग्रुप-1 में पहुंचने के लिए रोहन बोपन्ना और दिविज शरण को जीत की जरूरत थी। दिल्ली में दोनों खिलाड़ियों ने तीन मैच प्वाइंट बचाकर तीन सेटों के संघर्ष में नीलसन और टोर्पगार्ड को हराकर भारत को विश्व ग्रुप में जगह दिलाई।
रोहन बोपन्ना और दिविज शरण
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
भारत को डेविस कप विश्व ग्रुप-1 में पहुंचने के लिए रोहन बोपन्ना और दिविज शरण को जीत की जरूरत थी। दिल्ली जिमखाना के कोर्ट पर दोनों खिलाड़ियों ने तीन मैच प्वाइंट बचाकर तीन सेटों के संघर्ष में फ्रेडरिक नीलसन और मिकेल टोरपीगार्ड को हराकर भारत को विश्व ग्रुप में जगह दिलाई।
फरवरी 2019 के बाद से अपना पहला डेविक कप मुकाबला खेल रहे बोपन्ना-शरण ने 118 मिनट के संघर्ष में 6-7 (3), 6-4, 7-6 (4) से नीलसन-टोरपीगार्ड को हराया। बोपन्ना ने पहला सेट टाईब्रेकर में हारने के बाद दूसरे सेट के पहले ही गेम में नीलसन की सर्विस तोड़ दूसरा सेट अपने नाम किया। तीसरे सेट में स्कोर 5-6 था और दिविज अपनी सर्विस पर 0-40 से पिछड़े थे। डेनमार्क के पास तीन मैच प्वाइंट थे, लेकिन डेनिस टीम तीन प्वाइंट भुना नहीं पाई और भारत को 3-0 से अजेय बढ़त मिली।
रामकुमार के हाथ लगी बाजी
पहले उलट एकल में रामकुमार रामानाथन ने इंगिल्डसन को 5-7, 7-5, 10-7 से परास्त कर भारत को 4-0 से जीत दिलाई। पहले उलट एकल में रामानाथन हार की कगार पर थे। दूसरे सेट में इंगिल्डसन को कई मौके मिले। 5-6 और 30-30 के स्कोर पर उन्होंने लगातार दो डबल फॉल्ट कर रामकुमार को सेट झोली में दे दिया। सुपर टाईब्रेकर में भी संघर्ष हुआ, लेकिन बाजी रामकुमार के हाथ लगी। महत्वहीन दूसरे उलट एकल को खेलने की जरूरत महसूस नहीं की गई। इस दौरान दिग्गज विजय अमृतराज को डेविस कप में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।