न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Mon, 27 Dec 2021 02:59 AM IST
सार
भारतीय निर्वाचन आयोग 27 दिसंबर को स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण सहित स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक करेगा।
उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर चुनाव आयोग आज यानी 27 दिसंबर को अहम बैठक करने वाला है। बताया जा रहा है कि भारतीय निर्वाचन आयोग 27 दिसंबर को स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण सहित स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाया है। बैठक में पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए मौजूदा कोरोना के हालात पर चर्चा होगी।
दरअसल, तीन दिन पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग से कोरोना के हालात देखकर विधानसभा चुनावों को फिलहाल टालने की अपील की थी। इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ने अगले सप्ताह उत्तर प्रदेश का दौरा कर हालात का जायजा लेने के बाद कोई फैसला करने की घोषणा की थी।
भीड़ को नहीं रोकी गई, तो परिणाम दूसरी लहर से भी भयावह
हाईकोर्ट ने कहा था कि दूसरी लहर में लाखों की संख्या में लोग कोरोना संक्रमित हुए और लोगों की मृत्यु हुई। ग्राम पंचायत चुनाव और पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव ने लोगों को काफी संक्रमित किया, जिससे लोग मौत के मुंह में गए। अब यूपी विधानसभा का चुनाव निकट है। सभी पार्टियां रैली, सभाएं करके भीड़ जुटा रहीं हैं, जहां किसी भी प्रकार का कोरोना प्रोटोकॉल संभव नहीं है और इसे समय से नहीं रोका गया तो परिणाम दूसरी लहर से कहीं अधिक भयावह होंगे।
विस्तार
उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर चुनाव आयोग आज यानी 27 दिसंबर को अहम बैठक करने वाला है। बताया जा रहा है कि भारतीय निर्वाचन आयोग 27 दिसंबर को स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण सहित स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाया है। बैठक में पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए मौजूदा कोरोना के हालात पर चर्चा होगी।
दरअसल, तीन दिन पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग से कोरोना के हालात देखकर विधानसभा चुनावों को फिलहाल टालने की अपील की थी। इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ने अगले सप्ताह उत्तर प्रदेश का दौरा कर हालात का जायजा लेने के बाद कोई फैसला करने की घोषणा की थी।
भीड़ को नहीं रोकी गई, तो परिणाम दूसरी लहर से भी भयावह
हाईकोर्ट ने कहा था कि दूसरी लहर में लाखों की संख्या में लोग कोरोना संक्रमित हुए और लोगों की मृत्यु हुई। ग्राम पंचायत चुनाव और पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव ने लोगों को काफी संक्रमित किया, जिससे लोग मौत के मुंह में गए। अब यूपी विधानसभा का चुनाव निकट है। सभी पार्टियां रैली, सभाएं करके भीड़ जुटा रहीं हैं, जहां किसी भी प्रकार का कोरोना प्रोटोकॉल संभव नहीं है और इसे समय से नहीं रोका गया तो परिणाम दूसरी लहर से कहीं अधिक भयावह होंगे।
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