सार
कोर्ट ने बेकर को 1985 और 1989 के विंबलडन टूर्नामेंट, 1991 और 1996 के ऑस्ट्रेलियन ओपन और 1992 के ओलंपिक में जीते गए नौ टेनिस ट्राफियां सौंपने में विफल रहने सहित अन्य सभी आरोपों से मुक्त कर दिया।
छह बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन और पूर्व दिग्गज टेनिस स्टार बोरिस बेकर को सात साल जेल की सजा सुनाई गई है। उन्हें इनसोल्वेंस एक्ट के तहत चार मामलों में साउथवार्क क्राउन कोर्ट ने दोषी पाया है। इसके अलावा 20 मामलों में बरी भी किया गया। बेकर को जून 2017 में दिवालिया घोषित कर दिया गया था। उन पर 24 आरोप तय किए गए थे।
बेकर पर लगे आरोपों में ओलंपिक स्वर्ण पदक समेत अपनी दो विम्बलडन ट्रॉफियां और अन्य पुरस्कार सौंपने में विफल और ट्रस्टीज से अपनी संपत्ति छुपाने का आरोप है। इसके साथ ही बेकर पर जर्मनी में मर्सिडीज कार डीलरशिप की बिक्री से मिले 10 लाख डॉलर कथित तौर पर छुपाने का और सैंकड़ों हजार पौंड अन्य खाते में स्थांतरित करने का आरोप था। हालांकि, बेकर ने इन आरोपों से इनकार किया था।
बेकर पर स्पेन के मलोर्का में तीन मिलियन पाउंड स्टर्लिंग यानी 29.66 करोड़ रुपये लोन का भुगतान नहीं करने का आरोप था। इसके बाद उन्हें दिवालिया घोषित किया गया था। बेकर को संपत्ति छुपाने के लिए राशि को अपनी पूर्व पत्नियों बारबरा और लिली सहित नौ लोगों में बांट देने का दोषी पाया गया।
इसके साथ ही बेकर ने जर्मनी के लीमेन में अपने 1.8 मिलियन पाउंड के विला ‘इम शिलिंग’ के मालिकाना हक को छिपाने की कोशिश की। इतना ही नहीं उन्होंने 75,000 डेटा कॉर्प शेयरों के अपने स्वामित्व को छिपाने की भी कोशिश की। कोर्ट ने उन्हें इन सभी मामलों में दोषी पाया। जूरी सदस्यों ने बेकर लिचेंस्टीन के बैंक एल्पिनम में 825,000 यूरो छुपाने का भी दोषी पाया। बेकर को अधिकतम सात साल की जेल हो सकती है।
बेकर ने अपना पहला विम्बलडन टाइटल 1985 में जीता था। तब वह केवल 17 साल 228 दिन के थे। तब वह यह खिताब जीतने वाले सबसे युवा चैंपियन बने थे। बेकर ने अपने 16 साल के करियर में 77 सिंगल्स फाइनल खेले और 49 में जीत हासिल की। बेकर के साथी लिलियन डी कार्वाल्हो मोंटेइरो ने कोर्ट में उनका समर्थन किया।
कोर्ट ने बेकर को 1985 और 1989 के विंबलडन टूर्नामेंट, 1991 और 1996 के ऑस्ट्रेलियन ओपन और 1992 के ओलंपिक में जीते गए नौ टेनिस ट्राफियां सौंपने में विफल रहने सहित अन्य सभी आरोपों से मुक्त कर दिया।
विस्तार
छह बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन और पूर्व दिग्गज टेनिस स्टार बोरिस बेकर को सात साल जेल की सजा सुनाई गई है। उन्हें इनसोल्वेंस एक्ट के तहत चार मामलों में साउथवार्क क्राउन कोर्ट ने दोषी पाया है। इसके अलावा 20 मामलों में बरी भी किया गया। बेकर को जून 2017 में दिवालिया घोषित कर दिया गया था। उन पर 24 आरोप तय किए गए थे।
बेकर पर लगे आरोपों में ओलंपिक स्वर्ण पदक समेत अपनी दो विम्बलडन ट्रॉफियां और अन्य पुरस्कार सौंपने में विफल और ट्रस्टीज से अपनी संपत्ति छुपाने का आरोप है। इसके साथ ही बेकर पर जर्मनी में मर्सिडीज कार डीलरशिप की बिक्री से मिले 10 लाख डॉलर कथित तौर पर छुपाने का और सैंकड़ों हजार पौंड अन्य खाते में स्थांतरित करने का आरोप था। हालांकि, बेकर ने इन आरोपों से इनकार किया था।
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