खेसारी लाल यादव आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। अपने गानों से लेकर फिल्मों में अपने अभिनय तक से उन्होंने दर्शकों का खूब दिल जीता है और भोजपुरी सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। हालांकि अपने शुरुआती दौर में खेसारी लाल यादव को कई संघर्षों का सामना करने के साथ-साथ कई ताने भी सुनने पड़ें, लेकिन इससे कभी उनका हौंसला नहीं डगमगाया और आज वो भोजपुरी सिनेमा के सबसे चहेते सितारे होने के साथ-साथ भोजपुरी के सुपरस्टार्स की लिस्ट में शुमार हैं।
इस चीज से है खेसारी लाल यादव को लगाव
हालांकि खेसारी लाल यादव की जिंदगी में एक ऐसी चीज है, जिससे उन्हें बहुत ही लगाव है और वो चीज है सोने के गहने। खेसारी लाल यादव का सोने के प्रति लगाव किसी से छुपा नहीं है। अपनी कई फिल्मों में भी खेसारी लाल यादव ने सोने के गले ही भारी-भारी गहने पहने हैं। एक मीडिया से खास बातचीत के दौरान उनकी बेटी ने ये बताया था कि आखिर खेसारी लाल यादव इतना सोना कहां से लाते हैं।
फिल्मों में भी दिखा सोने से लगाव
खेसारी लाल यादव उनकी फिल्में हो या फिर कोई भी प्रमोशनल इवेंट, आप उनके गले में अक्सर सोने की मोटी चैन और हाथों में ब्रेसलेट पहने हुए देखेंगे। अपनी फिल्मों और गानों में भी खेसारी लाल यादव सोने के प्रति अपना प्यार दर्शाने से पीछे नहीं हटते। एक फिल्म की शूटिंग के दौरान खेसारी लाल यादव शर्टलेस हो गए, लेकिन उन्होंने अपने गले में कई सोने की चैन पहनी हुई थीं।
खेसारी लाल यादव की बेटी ने किया खुलासा
दरअसल एक मीडिया से खास बातचीत के दौरान खेसारी लाल यादव अपनी बेटी के साथ पहुंचें थे। जहां उनकी बेटी से जब ये पूछा गया कि उनके पिता इतना सोना कहां से लाते हैं, तो उनकी बेटी ने ऐसा जवाब दिया जिससे सुनने के बाद वहां पर मौजूद हर किसी की हंसी छूट गई। खेसारी लाल यादव की बेटी ने कहा उनके पापा खरीदकर इतना सारा सोना लाते हैं।
खेसारी लाल यादव के बेटे ने की थी जबरदस्त एक्टिंग
खेसारी लाल यादव अपने परिवार के काफी करीब हैं। वो अक्सर अपने परिवार के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करते हैं। हाल ही में खेसारी लाल यादव ने अपने बेटे का एक वीडियो साझा किया था। जिसमें उनके बेटे शाहरुख खान की तरह डायलॉग बोलते हुए नजर आए तो वहीं सलमान खान की तरह उनके बेटे ने अपना जलवा दिखाया। उनके बेटे का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
खेसारी लाल यादव ने देखा संघर्ष भरा समय
खेसारी लाल की शादी गरीबी के दिनों में ही गई थी। घर का खर्च चलाने के लिए खेसारी पत्नी के साथ दिल्ली आ गए थे। इस दौरान खेसारी ने लिट्टी-चोखे की दुकान खोली, जहां उनकी पत्नी उनकी हेल्प किया करती थीं। पत्नी लिट्टी में सत्तू भरती थी और वो उसे सेंकते थे। गरीबी का आलम ये था कि उनकी पत्नी चंदा ने एक ही साड़ी में कई महीने गुजार दिए थे।