न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Sun, 17 Apr 2022 12:24 PM IST
सार
शिवसेना नेता व राज्यसभा सांसद संजय राउत ने अपने मुखपत्र सामना में साप्ताहिक कॉलम में रामनवमी और उसके बाद हुई हिंसा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
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विस्तार
जिन दस राज्यों में दंगे हुए, वहां जल्द ही विधानसभा चुनाव होनेवाले: राउत
राउत ने कहा कि रामनवमी के दिन जिन दस राज्यों में दंगे हुए, वहां जल्द ही विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं। इनमें झारखंड, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं। रामनवमी के उपलक्ष्य में शोभा यात्रा निकाली गई और उस पर दूसरे समूहों द्वारा पथराव किया गया। मुंबई के मानखुर्द इलाके में भी इस दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई। उन्होंने कहा कि देश का माहौल जानबूझकर चुनाव जीतने के लिए जिस तरह से खराब किया जा रहा है, मुझे लगता है यह देश के लिए ठीक नहीं है। दिल्ली में कल हनुमान जयंती और रामनवमी पर हमला हुआ था इससे पहले यह कभी नहीं हुआ करता था
जो मोदी और शाह का राज्य है वहां मुसलमान पत्थर फेंके होंगे, ये कोई मानेगा क्या? : राउत
राउत ने कहा कि गुजरात के साबरकांठा जिले में विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित रामनवमी यात्रा पर एक अन्य समूह के लोगों ने पथराव किया। गुजरात राज्य में, जो मोदी और शाह का राज्य है और आज जिसे हिंदुत्व का गढ़ माना जाता है, उस राज्य में मुसलमान रामनवमी यात्रा पर पत्थर फेंकेंगे? ये कोई मानेगा क्या?
खरगोन में जो कुछ हुआ, उसे देखकर श्रीराम परेशान हो गए होंगे
राउत ने कहा कि मध्यप्रदेश के खरगोन में रामनवमी के अवसर पर जो हिंसा हुई उसे देखकर श्रीराम परेशान हो गए होंगे। अयोध्या में राम मंदिर की लड़ाई से जो भाग निकले वो अब राम के नाम पर तलवारें निकाल रहे हैं। इसे हिंदुत्व नहीं कहा जा सकता।
संजय राउत ने इशारे में राज ठाकरे को हिंदू ओवैसी कहा
संजय राउत से जब पूछा गया कि आपने राज ठाकरे को हिंदू ओवैसी कहा? तो उन्होंने कहा कि मैंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन यूपी चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने जो एआईएमआईएम के ओवैसी से काम कराया वही अब महाराष्ट्र में नए हिंदू ओवैसी से करवा रहे हैं।