वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, जिनेवा
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Mon, 14 Mar 2022 11:05 PM IST
सार
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष को तुरंत रोकने की मांग उठाई और बताया कि भारत ने यूक्रेन में संघर्ष के क्षेत्रों से अपने नागरिकों को निकालने के लिए गहन और तत्काल कदम उठाए और अब तक करीब 22,500 भारतीयों को सकुशल घर पहुंचाया जा चुका है।
भारत ने सोमवार को रूस और यूक्रेन के बीच सभी शत्रुताओं को समाप्त करने के लिए दोनों देशों को सीधे संपर्क और वार्ताओं का रुख करने के लिए कहा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर रवींद्र ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में ब्रीफिंग के दौरान कहा कि भारत हमेशा से मास्को और कीव, दोनों के संपर्क में रहा है और बना रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत यूएन चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और देशों की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करता है।
रवींद्र ने कहा कि भारत यूक्रेन में सभी शत्रुताओं को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करता रहा है। हमारे प्रधानमंत्री ने बार-बार तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया है। इस विवाद का समाधान ढूंढने के लिए बातचीत और कूटनीति के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि भारत शत्रुता को समाप्त करने की दृष्टि से सीधे संपर्क और बातचीत का आह्वान करता है। हिंसा और संघर्ष को तुरंत बंद होना चाहिए और दोनों पक्षों को शांति का तरीका अपनाना चाहिए।
यूक्रेन में जान गंवाने वाले लोगों की बढ़ती संख्या और गंभीर होती मानवीय स्थिति पर चिंता जताते हुए रवींद्र ने कहा कि भारत ने यूक्रेन में संघर्ष के क्षेत्रों से अपने नागरिकों को निकालने के लिए गहन और तत्काल कदम उठाए। अब तक हम करीब 22,500 भारतीयों को सकुशल घर पहुंचा चुके हैं। ओएससीई (यूरोप में सुरक्षा एवं सहयोग के लिए संगठन) यूक्रेन में संपर्क लाइन के दोनों किनारों पर उपायों के पैकेज के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की निकासी में मदद के लिए पोलैंड और अन्य देशों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ओएससीई यूक्रेन में उल्लेखनीय काम कर रहा है लेकिन, यहां हाल के घटनाक्रमों और इसके परिणामस्वरूप सुरक्षा स्थिति में आई गिरावट ने विशेष निगरानी मिशन के कामकाज को रोक दिया है। बता दें कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले की शुरुआत की थी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसको एक विशेष सैन्य अभियान बताते हैं।
विस्तार
भारत ने सोमवार को रूस और यूक्रेन के बीच सभी शत्रुताओं को समाप्त करने के लिए दोनों देशों को सीधे संपर्क और वार्ताओं का रुख करने के लिए कहा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर रवींद्र ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में ब्रीफिंग के दौरान कहा कि भारत हमेशा से मास्को और कीव, दोनों के संपर्क में रहा है और बना रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत यूएन चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और देशों की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करता है।
रवींद्र ने कहा कि भारत यूक्रेन में सभी शत्रुताओं को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करता रहा है। हमारे प्रधानमंत्री ने बार-बार तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया है। इस विवाद का समाधान ढूंढने के लिए बातचीत और कूटनीति के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि भारत शत्रुता को समाप्त करने की दृष्टि से सीधे संपर्क और बातचीत का आह्वान करता है। हिंसा और संघर्ष को तुरंत बंद होना चाहिए और दोनों पक्षों को शांति का तरीका अपनाना चाहिए।
यूक्रेन में जान गंवाने वाले लोगों की बढ़ती संख्या और गंभीर होती मानवीय स्थिति पर चिंता जताते हुए रवींद्र ने कहा कि भारत ने यूक्रेन में संघर्ष के क्षेत्रों से अपने नागरिकों को निकालने के लिए गहन और तत्काल कदम उठाए। अब तक हम करीब 22,500 भारतीयों को सकुशल घर पहुंचा चुके हैं। ओएससीई (यूरोप में सुरक्षा एवं सहयोग के लिए संगठन) यूक्रेन में संपर्क लाइन के दोनों किनारों पर उपायों के पैकेज के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की निकासी में मदद के लिए पोलैंड और अन्य देशों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ओएससीई यूक्रेन में उल्लेखनीय काम कर रहा है लेकिन, यहां हाल के घटनाक्रमों और इसके परिणामस्वरूप सुरक्षा स्थिति में आई गिरावट ने विशेष निगरानी मिशन के कामकाज को रोक दिया है। बता दें कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले की शुरुआत की थी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसको एक विशेष सैन्य अभियान बताते हैं।
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