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युद्ध संकट: ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय का दावा- लगातार तीसरे दिन रूस ने यूक्रेन में संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लंदन
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Wed, 09 Mar 2022 09:03 AM IST

सार

रूस और यूक्रेन के बीच लगातार 14वें दिन भी जंग जारी है। इस बीच ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूसी सेना  युद्धविराम समझौते का उल्लंघन कर रही है। मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध प्रभावित शहर भोजन, बिजली और पानी की कमी से जूझ रहे हैं।

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ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूस ने लगातार तीसरे दिन यूक्रेन में अपने स्वयं के युद्धविराम समझौते का उल्लंघन किया है। रूसी बलों ने मारियुपोल और सुमी में मानवीय गलियारों को कथित तौर पर बाधित कर दिया है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की गई एक पोस्ट में कहा गया है कि रूस द्वारा दिन भर गोलाबारी और छोटे हथियारों से गोलीबारी की सूचना मिली। हालांकि यह संभावना जताई जा रही है कि कुछ नागरिक घिरे हुए शहरों से सफलतापूर्वक जान बचाकर भागने में सफल रहे। युद्ध प्रभावित शहर भोजन, बिजली और पानी की कमी से जूझ रहे हैं, जो कि नागरिकों के लिए एक बड़ी चुनौती है। 

यूक्रेन में अब तक 1,335 नागरिक हताहत: संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यूक्रेन में अब तक 1,335 नागरिक हताहत हुए हैं। कीव का कहना है कि अब तक 12,000 से अधिक रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं। जबकि मॉस्को ने कथित तौर पर केवल 500 मौतों की पुष्टि की है। संयुक्त राष्ट्र ने बढ़ते शरणार्थी संकट पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि 20 लाख से अधिक लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने के लिए मजबूर किया गया है। डब्ल्यूएचओ ने भी बार-बार स्वास्थ्य सुविधाओं को लक्षित किए जाने को लेकर चिंता जताई है।

करीब 40 लाख लोग छोड़ सकते हैं घर: संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि करीब 40 लाख लोग यूक्रेन छोड़ सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने कहा कि यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में सबसे तेजी से बढ़ रहा शरणार्थी संकट है।

विस्तार

ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूस ने लगातार तीसरे दिन यूक्रेन में अपने स्वयं के युद्धविराम समझौते का उल्लंघन किया है। रूसी बलों ने मारियुपोल और सुमी में मानवीय गलियारों को कथित तौर पर बाधित कर दिया है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की गई एक पोस्ट में कहा गया है कि रूस द्वारा दिन भर गोलाबारी और छोटे हथियारों से गोलीबारी की सूचना मिली। हालांकि यह संभावना जताई जा रही है कि कुछ नागरिक घिरे हुए शहरों से सफलतापूर्वक जान बचाकर भागने में सफल रहे। युद्ध प्रभावित शहर भोजन, बिजली और पानी की कमी से जूझ रहे हैं, जो कि नागरिकों के लिए एक बड़ी चुनौती है। 

यूक्रेन में अब तक 1,335 नागरिक हताहत: संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यूक्रेन में अब तक 1,335 नागरिक हताहत हुए हैं। कीव का कहना है कि अब तक 12,000 से अधिक रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं। जबकि मॉस्को ने कथित तौर पर केवल 500 मौतों की पुष्टि की है। संयुक्त राष्ट्र ने बढ़ते शरणार्थी संकट पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि 20 लाख से अधिक लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने के लिए मजबूर किया गया है। डब्ल्यूएचओ ने भी बार-बार स्वास्थ्य सुविधाओं को लक्षित किए जाने को लेकर चिंता जताई है।

करीब 40 लाख लोग छोड़ सकते हैं घर: संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि करीब 40 लाख लोग यूक्रेन छोड़ सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने कहा कि यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में सबसे तेजी से बढ़ रहा शरणार्थी संकट है।

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