Business

International Women's day: भारतीय महिलाएं जो स्टार्टअप के बूते पहुंचीं बुलंदियों पर, दुनियाभर में बनाई अलग पहचान

International Women's day: भारतीय महिलाएं जो स्टार्टअप के बूते पहुंचीं बुलंदियों पर, दुनियाभर में बनाई अलग पहचान

सार

International Women’s day 2022: ऐसी भारतीय महिलाएं जो अपना स्टार्टअप शुरू कर उद्यमी बनी हैं, उनकी सूची वैसे तो बहुत लंबी है। नायका की फाउंडर फाल्गुनी नायर हों या फिर डिजिटल पेमेंट और बाय नाउ पे लेटर कंपनी मोबिक्विक की फाउंडर उपासना टाकू, यात्रा डॉट कॉम की सबीना चोपड़ा हों या फिर शॉपक्लूज डॉट कॉम की राधिका घई अग्रवाल सभी ने अपनी मेहनत और दम पर अलग मुकाम हासिल किया है।

ख़बर सुनें

आज के आधुनिक युग में महिलाएं सभी क्षेत्रों में पुरुषों को टक्कर देते हुए उनके कदम से कदम मिलाकर चल रही है या ये कहना भी गलत नहीं होगा कि कई मोर्चों पर पुरुषों को भी पीछे छोड़ रही हैं। किचन और घर के कामों से बाहर निकलकर शिक्षा, रक्षा, कारोबार शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र हो, जिसमें महिलाओं की मौजूदगी न हो। आजकल लगी स्टार्टअप्स की होड़ में भी महिलाएं लगातार खुद को साबित कर रही हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हम आपको ऐसी ही सफल भारतीय महिलाओं से रूबरू कराने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने स्टार्टअप के बूते दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बनाई।  

लंबी है सफल महिलाओं की फेहरिस्त
ऐसी भारतीय महिलाएं जो अपना स्टार्टअप शुरू कर उद्यमी बनी हैं, उनकी सूची वैसे तो बहुत लंबी है। इन महिलाओं ने थोड़ी सी पूंजी के साथ अपना काम शुरू कर आज देश- विदेश में करोड़ों का साम्राज्य फैला रखा है। नायका की फाउंडर फाल्गुनी नायर हों या फिर डिजिटल पेमेंट और बाय नाउ पे लेटर कंपनी मोबिक्विक की फाउंडर उपासना टाकू, यात्रा डॉट कॉम की सबीना चोपड़ा हों या फिर शॉपक्लूज डॉट कॉम की राधिका घई अग्रवाल सभी ने अपनी मेहनत और दम पर अलग मुकाम हासिल किया है और खुद को एक सफल उद्यमी के तौर पर सबित कर आज हजारों लोगों को रोजगार भी मुहैया करा रही हैं। आइए महिला दिवस के मौके पर आपको बताते हैं देश की ऐसी ही कुछ खास शख्सियतों के बारे में। 

फाल्गुनी नायर:  नायका
निवेश बैंकिंग में दो दशक के लंबे करियर को छोड़कर, 50 के पड़ाव पर उम्र में एक ब्यूटी स्टार्टअप शुरू करके, फाल्गुनी नायर साल 2021 की सबसे सफल महिलाओं में से एक बनीं। नायका के नाम से शुरू किए स्टार्टअप की संस्थापक, फाल्गुनी अब भारत की सबसे बड़ी सेल्फमेड अरबपति बन चुकी हैं। बीते साल 2021 की अंतिम तिमाही में नायका के शेयरों में 89 फीसदी की तेजी आने के चलते उनकी दौलत में बड़ा उछाल आया है। वह 6.5 अरब डॉलर की कंपनी के आधे हिस्से की मालिक हैं। बता दें कि फाल्गुनी ने जब साल 2012 में नायका शुरू करने का फैसला किया था तब वे कोटक महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक का पद संभाल रही थीं, लेकिन अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए उन्होंने ये  पद छोड़ दिया। नायका, भारतीयों के लिए सस्ती, दुर्लभ और लग्जरी ब्रांड्स के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का तैयार करता है।

सबीना चोपड़ा:  यात्रा.कॉम
दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद सबीना चोपड़ा ने जापानी एयरलाइंस के साथ अपने करियर की शुरुआत की। सबीना टूर एंड ट्रैवल स्टार्टअप यात्रा डॉट कॉम की सह-संस्थापक हैं और उन्होंने कंपनी में 13 साल पूरे कर लिए हैं। उन्होंने एक साक्षात्कार के दौरान इस बात का जिक्र किया था कि जब वह ईबुकर्स (2000 और 2005 के बीच) के साथ काम कर रही थीं तो ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग तेजी से बढ़ रही थी और वहीं से ऑनलाइन ट्रैवल के व्यवसाय का विचार उनके दिमाग में आया। आज उन्होंने अपने प्रयासों से अपनी टीम के साथ यात्रा.कॉम को भारत के सबसे लोकप्रिय ट्रैवल पोर्टल में से एक या कहें सबसे लोकप्रिय बना दिया है।

उपासना टाकू: मोबिक्विक
डिजिटल पेमेंट और बाय नाउ पे लेटर कंपनी  मोबिक्विक की फाउंडर उपासना टाकू ने अपने घर से इस स्टार्टअप की शुरुआत की और इसे बुलंदियों तक पहुंचाया। कंपनी को उपासना ने अपने पति बिपिन प्रीत सिंह के साथ 2009 में शुरू किया। उस वक्त भारत में डिजिटल पेमेंट बिल्कुल शुरुआती चरण पर था। उपासना के मुताबिक, वे उस समय अमेरिका में पे-पाल में आरामदायक नौकरी कर रही थीं और भारत आकर अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए उन्हें घरवालों के विरोध का सामना भी करना पड़ा था। गौरतलब है कि मोबिक्विक का प्रमुख कार्यक्षेत्र इसके वॉलेट और बीएनपीएल बिजनेस हैं। इसकी 70 पर्सेंट रेवेन्यू अभी भी वॉलेट बिजनेस से आता है। लगातार सफलता की सीढ़ी चढ़ते हुए यह भारत के तेजी से बढ़ रहे यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो गया।

राधिका घई अग्रवाल:  शॉपक्लूज.कॉम
एलेक्सा रेटिंग्स द्वारा अग्रणी ई-कॉमर्स वेबसाइट में से एक के रूप में रैंक किए गए शॉकक्लूज डॉट कॉम की सह संस्थापक और सीएमओ राधिका घई अग्रवाल भी इस सूची में शामिल हैं,जिन्होंने अपने बूते सफलता के झंडे गाड़े। ई-कॉमर्स वेबसाइट की स्थापना 2011 में सिलिकॉन वैली में की गई और यह वर्तमान में पूरी तरह मैनेज्ड भारत की पहली और सबसे बड़ी वेबसाइट है। इसकी स्थापना से पूर्व राधिका ने नॉर्डस्ट्रॉम के कॉर्पोरेट हेडक्वाटर में स्ट्रेटेजी प्लानिंग के फील्ड में काम किया। इसके साथ ही उन्होंने न्यूयॉर्क और अमेरीका के मेनलो पार्क में अपने वेल्थ मैनेजमेंट ग्रुप में गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया। वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन में एमबीए करने वाली राधिका ने अपनी मेहनत की दम पर शॉपक्लूज को भारत की सबसे अच्छी ई-कॉमर्स वेबसाइट के रूप में स्थापित किया। 

पद्मश्री वारियर: फेबल
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक पद्मश्री वारियर, फेबल की संस्थापक और सीईओ हैं। इस स्टार्टअप की स्थापना उन्होंने साल 2019 की थी। इसे शुरू करने से पहले पद्मश्री ने सिस्को और मोटोरोला के चीफ टेक्नॉलजी अधिकारी के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थीं। इसके अलावा वे इलेक्ट्रिक कार कंपनी नियो यूएसए की सीईओ भी रहीं। भारत के विजयवाड़ा में जन्मी और पली-बढ़ीं, वारियर ने आईआईटी दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री पाने के बाद  कॉर्नेल विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री प्राप्त की है। फेबल उन स्टार्टअप में शामिल है जो तेजी से आगे बढ़े और कारोबार की दुनिया में अलग मुकाम हासिल किया। 

प्रिया लखानी: सेंचुरी टेक
सेंचुरी टेक की संस्थापक और सीईओ, प्रिया लखानी ने स्कूलों और कॉलेजों के लिए नवीनतम एआई-आधारित शिक्षण तकनीकों और उपकरणों का विकास किया है। एक वकील के रूप में प्रशिक्षित, लखानी ने अपने पेश को छोड़कर कारोबारी दुनिया में कदम रखा। उन्हें साल 2009 में बिजनेस एंट्रप्रेन्योर ऑफ द ईयर और साल 2014 में ओबीई से सम्मानित किया गया था। लखानी को शिक्षा और एआई का लीडर माना जाता है। भारतीय परिवार में जन्मीं प्रिया का पालन-पोषण यूके के चेशायर में हुआ और उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से लॉ में मास्टर्स डिग्री हासिल की। अपने पेशे के अगल स्टार्टअप शुरू कर उन्होंने कारोबारी दुनिया में अपना अलग नाम किया।

अंकिती बोस – जिलिंगो
अंकिती बोस, एक बहुराष्ट्रीय स्टार्टअप और दक्षिण पूर्व एशिया की सबसे बड़ी बी2बी ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक जिलिंगो की सह-संस्थापक और सीईओ हैं। अंकिती को साल 2018 में फोर्ब्स एशिया की 30 अंडर 30 सूची और फॉर्च्यून के 40 अंडर 40 सूची में भी शामिल किया गया था। उन्हें, साल 2019 में ब्लूमबर्ग 50 में भी फीचर किया गया था। देहरादून में जन्मी अंकिती, मुंबई में पली-बढ़ीं और सेंट जेवियर्स (मुंबई) में गणित और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। इस स्टार्टअप के जरिए वे कारोबार की दुनिया में आगे बढ़ते हुए अपनी अलग पहचान बनाते हुए सफल उद्यमियों की सूची में शामिल हुईं और आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। 

अनीशा सिंह: माय डाला डॉट कॉम
अमेरिका से पॉलिटिकल कम्युनिकेशन में पोस्टग्रेजुएट अनीशा सिंह माय डाला डॉट कॉम की फाउंडर और सीईओ हैं। ये एक ऐसी जगह है जहां आपको अपनी जरूरत की हर चीज मिलेगी। कपड़े, रेस्टोरेंट, डेंटल केयर, जिम सैलून से लेकर हर चीज पर अगर आपको बेस्ट डील और डिस्काउंट की तलाश है तो आप यहां आ सकते हैं। अनीशा को उनके स्टार्टअप के लिए 2016 का ई कॉमर्स एंट्रोप्रेन्योर अवार्ड मिला है। इन्हें जी टीवी वूमन अचीवर अवार्ड मिला है। ऐसी सी कई और भारतीय महिलाएं हैं जिन्होंने स्टार्टअप शुरू कर देखते ही देख्ते बड़ा कारोबारी साम्राज्य खड़ा कर दिया और लगातार चर्चा में रहती हैं। इसके साथ ही इनकी लगन और मेहनत के चलते कई लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिसव के अवसर पर इन दिग्गज कारोबारी महिलाओं को सलाम। 

विस्तार

आज के आधुनिक युग में महिलाएं सभी क्षेत्रों में पुरुषों को टक्कर देते हुए उनके कदम से कदम मिलाकर चल रही है या ये कहना भी गलत नहीं होगा कि कई मोर्चों पर पुरुषों को भी पीछे छोड़ रही हैं। किचन और घर के कामों से बाहर निकलकर शिक्षा, रक्षा, कारोबार शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र हो, जिसमें महिलाओं की मौजूदगी न हो। आजकल लगी स्टार्टअप्स की होड़ में भी महिलाएं लगातार खुद को साबित कर रही हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हम आपको ऐसी ही सफल भारतीय महिलाओं से रूबरू कराने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने स्टार्टअप के बूते दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बनाई।  

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: