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Russia-Ukraine War: अमेरिका ने कसा रूस पर शिकंजा, सेवाएं बैन करने की सूची में जुड़े मैक्डोनल्ड-पेप्सी समेत ये बड़े नाम

Russia-Ukraine War: अमेरिका ने कसा रूस पर शिकंजा, सेवाएं बैन करने की सूची में जुड़े मैक्डोनल्ड-पेप्सी समेत ये बड़े नाम

यूक्रेन पर हमले के विरोध में रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध बढ़ते जा रहे हैं। कई दिनों से इस बात की चर्चा चल रही थी कि अमेरिका रूस से तेल, प्राकृतिक गैस और कोयले के आयात पर पाबंदी लगा सकता है, जिसपर बाइडन प्रशासन ने मुहर लगा दी है। ब्रिटेन ने भी इस साल के अंत तक चरणबद्ध तरीके से रूस से तेल और तेल उत्पादों का आयात खत्म करने की घोषणा की है। 

यूरोपीय संघ की भी बड़ी तैयारी
अमेरिका और ब्रिटेन के साथ ही यूरोपीय संघ भी इस साल के आखिर तक रूसी गैस पर अपनी दो तिहाई निर्भरता घटाने की तैयारी कर रहा हैं। गौरतलब है कि रूसी हमलों की मार झेल रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका समेत पश्चिमी देशों से रूसी तेल आयात में कटौती का अनुरोध किया था। बड़ी तेल और गैस कंपनियों की बात करें तो रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध बढ़ने के बाद बीपी, शेल और एक्वानॉर ने अपनी गतिविधियों को समेटने की घोषणा की है। इसके साथ ही एक के बाद एक कई बड़ी कंपनियों ने रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की बौछार सी कर दी है। 

अब इन कंपनियों ने रोकीं सेवाएं
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का बुधवार को 14वां दिन है। अब तक एपल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, वॉल्वो, मर्सिडीज समेत कई नामी कंपनियों ने अपनी सेवाएं रूस में रोक दी हैं। अब सेवाएं बैन करने वाली इस सूची में मैक्डोनाल्ड पेप्सी, कोक और स्टारबक्स जैसे बड़े नाम भी जुड़ गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, मैक्डोनल्ड ने रूस में अपने 850 रेस्तरां बंद करने की घोषणा की है। पेप्सी, कोक और स्टारबक्स ने भी कड़े कदम उठाते हुए वहां से अपनी सभी सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला लिया है। 

मैकडॉनल्ड्स के अध्यक्ष ने ये कहा
मैकडॉनल्ड्स के अध्यक्ष और सीईओ क्रिस केम्पकिंस्की ने अपने कर्मचारियों को एक खुला पत्र लिखते हुए कहा कि हमारे मूल्यों का मतलब है कि हम यूक्रेन में सामने आने वाली अनावश्यक मानवीय पीड़ा को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि वह अस्थायी रूप से 850 स्टोर बंद कर देगी, लेकिन रूस में अपने 62,000 कर्मचारियों को भुगतान करना जारी रखेगी, जिन्होंने हमारे मैकडॉनल्ड्स ब्रांड में अपना दिल और आत्मा डाल दी है। केम्पकिंस्की ने कहा कि यह जानना असंभव है कि कंपनी अपने स्टोर को फिर से कब खोल पाएगी।

जानें कोक ने क्या कहा
कोका-कोला ने एक बयान में कहा कि हमारा दिल उन लोगों के साथ है जो यूक्रेन में इन दुखद घटनाओं के प्रभाव को झेल रहे हैं। मानवता की रक्षा में योगदान के लिए हम रूस में अपने कारोबार को अस्थायी रूप से निलंबित कर रहे हैं। हालांकि, कोक ने अपने कारोबार को  आंशिक रूप से बंद करने की घोषणा की। दरअसल, कोक के साझेदार, स्विट्जरलैंड स्थित कोका-कोला हेलेनिक बॉटलिंग कंपनी के पास रूस में 10 बॉटलिंग प्लांट हैं, जो इसका सबसे बड़ा बाजार है। कोका-कोला हेलेनिक बॉटलिंग कंपनी में कोक की 21 फीसदी हिस्सेदारी है। 

पेप्सिको-जनरल इलेक्ट्रिक ने रोकी सेवाएं
पेप्सिको और जनरल इलेक्ट्रिक दोनों ने अपने रूसी कारोबार को आंशिक रूप से बंद करने की घोषणा की। न्यूयॉर्क के परचेज में स्थित पेप्सी ने कहा कि वह रूस में पेय पदार्थों की बिक्री को निलंबित कर देगी। हमारी कंपनी किसी भी पूंजी निवेश और प्रचार गतिविधियों को भी रोकेगी।

स्टारबक्स ने भी समेटा व्यापार 
कॉफी श्रृंखला स्टारबक्स ने मंगलवार को कहा कि वह रूस में अपनी सेवाएं रोक देगी। स्टारबक्स ने भी यह फैसला रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले को लेकर ही लिया है। रूस में स्टारबक्स के 130 से अधिक स्टोर हैं। फर्म ने कहा कि हमने सभी स्टारबक्स उत्पादों के शिपमेंट सहित रूस में सभी व्यावसायिक गतिविधियों को निलंबित करने का फैसला किया है। स्टारबक्स के सीईओ केविन जॉनसन ने लिखा है कि इसका लाइसेंस प्राप्त भागीदार स्टोर के संचालन को तुरंत रोकने के लिए सहमत हो गया है और रूस में लगभग 2,000 भागीदारों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा जो अपनी आजीविका के लिए स्टारबक्स पर निर्भर हैं।

रूस ने दी है बड़ी चेतावनी
बता दें कि पश्चिमी देशों के यूक्रेन से जंग के बीच मास्को पर और ज्यादा प्रतिबंधों पर विचार करने की चर्चाओं के बीच सोमवार को रूस के उप प्रधान मंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने चेतावनी देते हुए कहा था कि रूसी तेल आयात पर प्रतिबंध के विनाशकारी परिणाम देखने को मिलेंगे। नोवाक ने कहा था कि रूसी तेल पर प्रतिबंध से वैश्विक बाजारों में हाहाकार मचेगा और कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की कीमत 300 डॉलर प्रति बैरल के पार भी पहुंच सकती है। नोवाक ने कहा कि यूरोपीय बाजार में रूसी तेल का विकल्प असंभव सी बात है। अगर यह प्रक्रिया अपनाई जाती है तो इसमें करीब एक वर्ष से अधिक समय लगेगा और तब तक यह यूरोपीय उपभोक्ताओं के लिए बहुत अधिक महंगा होगा। 

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