Business

बड़ी खबर: एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में होगा विलय, 41 फीसदी हिस्सेदारी का किया जाएगा अधिग्रहण

बड़ी खबर: एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में होगा विलय, 41 फीसदी हिस्सेदारी का किया जाएगा अधिग्रहण

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Mon, 04 Apr 2022 10:03 AM IST

सार

HDFC All Set To Merge With HDFC Bank: एचडीएफसी की ओर से चार अप्रैल को कहा गया कि उसके बोर्ड ने एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के साथ अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक एचडीएफसी इन्वेस्टमेंट लिमिटेड और एचडीएफसी होल्डिंग्स लिमिटेड के विलय को मंजूरी दे दी है।

ख़बर सुनें

हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (एचडीएफसी) का एचडीएफसी बैंक में विलय होने जा रहा है और इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सोमवार को इसकी आधकारिक घोषणा की गई। अध्यक्ष दीपक पारेख ने कहा कि इस परिवर्तनकारी विलय के बाद एचडीएफसी की बैंक में 41 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।  

2024 तक पूरी हो जाएगी प्रक्रिया
एचडीएफसी की ओर से चार अप्रैल को कहा गया कि उसके बोर्ड ने एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के साथ अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक एचडीएफसी इन्वेस्टमेंट लिमिटेड और एचडीएफसी होल्डिंग्स लिमिटेड के विलय को मंजूरी दे दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक की विलय प्रक्रिया वित्त वर्ष 2024 की दूसरी या फिर तीसरी तिमाही तक पूरा होने की उम्मीद है। 

बैंक के पास इतना ग्राहक आधार
दीपक पारेख ने कहा कि यह विलय एचडीएफसी बैंक को अपना आवास ऋण पोर्टफोलियो बनाने और अपने मौजूदा ग्राहक आधार को बढ़ाने में सक्षम करेगा। पारेख ने कहा कि यह बराबरी का विलय है। हमारा मानना है कि रेरा के लागू होने, हाउसिंग सेक्टर को इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति, सबके लिए किफायती आवास जैसी सरकारी पहलों के कारण हाउसिंग फाइनेंस व्यापार तेजी से बढ़ने की ओर अग्रसर है। बता दें कि एचडीएफसी बैंक के पास 6.8 करोड़ का बड़ा ग्राहक आधार है।

टीसीएस से ज्यादा होगा मार्केट कैप
विलय के बाद बनने वाली कंपनी का मार्केट कैप टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (टीसीएस) से अधिक होगा।  गौरतलब है कि फिलहाल, मुकेश अंबानी की रिलांयस इंडस्ट्रीज पहले और टीसीएस दूसरे नंबर पर है। विलय के बाद एचडीएफसी बैंक में शत प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स की होगी। विलय के बाद यह मार्केट कैप के हिसाब से टीसीएस को पछाड़ दूसरी सबसे बड़ी कंपनी होगी। 

ऐसे होगा शेयरों का आदान-प्रदान
प्रस्तावित सौदे के तहत एचडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 25 इक्विटी शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे। एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को शेयर बाजार को बताया कि विलय की योजना भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय प्रतिभूति तथा विनिमय बोर्ड (सेबी) सहित विभिन्न नियामक मंजूरियों के अधीन है। फिलहाल एचडीएफसी की कुल एसेट 6.23 लाख करोड़ रुपये है, जबकि एचडीएफसी बैंक की एसेट्स 19.38 लाख करोड़ रुपये की है।

शेयरों में आया जोरदार उछाल
एचडीएफसी लिमिटेड की सहायक कंपनियां और सहयोगी एचडीएफसी बैंक में स्थानांतरित हो जाएंगे। एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी केकी मिस्त्री ने कहा है कि इस विलय से ग्राहक को बड़ा लाभ होगा। वहीं दूसरी ओर विलय की खबर के साथ एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 10-10 फीसदी का जोरदार उछाल आया है।

विस्तार

हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (एचडीएफसी) का एचडीएफसी बैंक में विलय होने जा रहा है और इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सोमवार को इसकी आधकारिक घोषणा की गई। अध्यक्ष दीपक पारेख ने कहा कि इस परिवर्तनकारी विलय के बाद एचडीएफसी की बैंक में 41 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।  

2024 तक पूरी हो जाएगी प्रक्रिया

एचडीएफसी की ओर से चार अप्रैल को कहा गया कि उसके बोर्ड ने एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के साथ अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक एचडीएफसी इन्वेस्टमेंट लिमिटेड और एचडीएफसी होल्डिंग्स लिमिटेड के विलय को मंजूरी दे दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक की विलय प्रक्रिया वित्त वर्ष 2024 की दूसरी या फिर तीसरी तिमाही तक पूरा होने की उम्मीद है। 

बैंक के पास इतना ग्राहक आधार

दीपक पारेख ने कहा कि यह विलय एचडीएफसी बैंक को अपना आवास ऋण पोर्टफोलियो बनाने और अपने मौजूदा ग्राहक आधार को बढ़ाने में सक्षम करेगा। पारेख ने कहा कि यह बराबरी का विलय है। हमारा मानना है कि रेरा के लागू होने, हाउसिंग सेक्टर को इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति, सबके लिए किफायती आवास जैसी सरकारी पहलों के कारण हाउसिंग फाइनेंस व्यापार तेजी से बढ़ने की ओर अग्रसर है। बता दें कि एचडीएफसी बैंक के पास 6.8 करोड़ का बड़ा ग्राहक आधार है।

टीसीएस से ज्यादा होगा मार्केट कैप

विलय के बाद बनने वाली कंपनी का मार्केट कैप टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (टीसीएस) से अधिक होगा।  गौरतलब है कि फिलहाल, मुकेश अंबानी की रिलांयस इंडस्ट्रीज पहले और टीसीएस दूसरे नंबर पर है। विलय के बाद एचडीएफसी बैंक में शत प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स की होगी। विलय के बाद यह मार्केट कैप के हिसाब से टीसीएस को पछाड़ दूसरी सबसे बड़ी कंपनी होगी। 

ऐसे होगा शेयरों का आदान-प्रदान

प्रस्तावित सौदे के तहत एचडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 25 इक्विटी शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे। एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को शेयर बाजार को बताया कि विलय की योजना भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय प्रतिभूति तथा विनिमय बोर्ड (सेबी) सहित विभिन्न नियामक मंजूरियों के अधीन है। फिलहाल एचडीएफसी की कुल एसेट 6.23 लाख करोड़ रुपये है, जबकि एचडीएफसी बैंक की एसेट्स 19.38 लाख करोड़ रुपये की है।

शेयरों में आया जोरदार उछाल

एचडीएफसी लिमिटेड की सहायक कंपनियां और सहयोगी एचडीएफसी बैंक में स्थानांतरित हो जाएंगे। एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी केकी मिस्त्री ने कहा है कि इस विलय से ग्राहक को बड़ा लाभ होगा। वहीं दूसरी ओर विलय की खबर के साथ एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 10-10 फीसदी का जोरदार उछाल आया है।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

9
Desh

पढ़ें 3 अप्रैल के मुख्य और ताजा समाचार – लाइव ब्रेकिंग न्यूज़

9
Desh

राज ठाकरे की धमकी, मस्जिदों में बंद किए जाएं लाउड स्पीकर, वरना बजाया जाएगा हनुमान चालीसा

To Top
%d bloggers like this: