अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Published by: देव कश्यप
Updated Tue, 28 Dec 2021 04:53 AM IST
सार
नाइटफ्रैंक के ग्लोबल रेसिडेंशियल सिटीज इंडेक्स के मुताबिक, भारतीय शहरों में हैदराबाद में कीमतें सबसे ज्यादा 2.5 फीसदी बढ़ी हैं। इस वृद्धि के साथ यह दुनिया के 150 शहरों की सूची में 128वें स्थान पर है। चेन्नई 2.2 फीसदी बढ़ोतरी के साथ दुनिया में 131वें और भारत में दूसरे स्थान पर है।
हैदराबाद में बढ़े मकानों के दाम (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
इंडेक्स के मुताबिक, भारतीय शहरों में हैदराबाद में कीमतें सबसे ज्यादा 2.5 फीसदी बढ़ी हैं। इस वृद्धि के साथ यह दुनिया के 150 शहरों की सूची में 128वें स्थान पर है। चेन्नई 2.2 फीसदी बढ़ोतरी के साथ दुनिया में 131वें और भारत में दूसरे स्थान पर है। वैश्विक स्तर पर 135वें स्थान पर काबिज कोलकाता 1.5 फीसदी बढ़ोतरी के साथ देश में तीसरे स्थान पर है। अहमदाबाद 0.4 फीसदी व़द्धि के साथ क्रमश: 139वें और चौथे स्थान पर है।
वहीं, बेंगलुरु में मकान पिछले साल से 0.2 फीसदी सस्ते हुए हैं। इसके साथ ही यह शहर दुनिया में 140वें और भारत में पांचवें स्थान पर है। 0.7 फीसदी गिरावट के साथ दिल्ली-एनसीआर क्रमश: 142वें और 6वें स्थान पर हैं। वैश्विक स्तर पर 144वें स्थान पर काबिज पुणे 1.5 फीसदी गिरावट के साथ देश का 7वां शहर है। भारतीय शहरों में आठवें स्थान पर काबिज मुंबई में मकानों के दाम 1.8 फीसदी घटे हैं। इससे यह दुनिया में 146वें स्थान पर पहुंच गया है।
दुनिया के 150 शहरों में 10.6 फीसदी बढ़े दाम
ग्लोबल रेसिडेंशियल सिटीज इंडेक्स के मुताबिक, दुनियाभर के 150 शहरों में 2021 की तीसरी तिमाही में मकानों की कीमतों में सालाना आधार पर 10.6 फीसदी की उछाल देखी गई। यह मकानों की कीमतों में 2005 की पहली तिमाही के बाद सबसे तेज वृद्धि है। इस साल की तीसरी तिमाही में 150 में 93 फीसदी शहरों में कीमतों में इजाफा हुआ है। वहीं, 44 फीसदी शहरों में मकानों के दाम दोहरे अंकों में बढ़े हैं।
शीर्ष-10 : तुर्की के इजमिर में सबसे ज्यादा वृद्धि
शहर | देश | वृद्धि | रैंकिंग |
इजमिर | तुर्की | 34.8 फीसदी | 1 |
वेलिंगटन | न्यूजीलैंड | 33.5 फीसदी | 2 |
फोनिक्स | एरिजोना | 33.1 फीसदी | 3 |
इस्तांबुल | तुर्की | 32.6 फीसदी | 4 |
सियोल | दक्षिण कोरिया | 32.3 फीसदी | 5 |
हैलिफैक्स | कनाडा | 31.7 फीसदी | 6 |
होबर्ट | ऑस्ट्रेलिया | 30.9 फीसदी | 7 |
अंकारा | तुर्की | 30.9 फीसदी | 8 |
डारविन | ऑस्ट्रेलिया | 30.4 फीसदी | 9 |
हैमिल्टन | कनाडा | 28.0 फीसदी | 10 |
भारत में कम ब्याज दरों ने बढ़ाई मांग
नाइटफ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि भारत में सरकारी प्रोत्साहनों, घरेलू बचत में वृद्धि और कम ब्याज दरों की वजह से मकानों की मांग में मजबूत सुधार देखा गया है। बिक्री को बढ़ाने में मूल्य निर्धारण की भी अहम भूमिका रही है। हालांकि, कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ रही चिंताओं और महंगाई के दबाव जैसे कारक खरीदारों की धारणा को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में उम्मीद है कि मकानों की बिक्री को बनाए रखने में मदद करने के लिए सरकार मौजूदा आर्थिक माहौल को अनुकूल और सकारात्मक बनाए रखेगी।