Sun And Jupiter Yog 2022 : ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों की विशेष भूमिका होती है। जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं तो इसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर पड़ता है। ग्रहों के राशि परिवर्तन के अलावा ग्रहों की युति भी बनती है जिसका प्रभाव भी व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। सभी ग्रहों में सूर्यदेव को राजा माना गया है। 13 फरवरी 2022 से सूर्यदेव शनि की राशि कुंभ में विराजमान है, जो 15 मार्च तक कुंभ राशि में विराजमान होंगे। वहीं सबसे ज्यादा शुभ फल प्रदान करने वाले गुरु ग्रह भी इस समय कुंभ राशि में विराजमान है। 12 अप्रैल को गुरु कुंभ राशि से निकलकर स्वराशि मीन में प्रवेश कर जाएंगे। वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य और गुरु का कुंभ राशि में युति बहुत ही शुभ फलदायी रहता है। गुरु और सूर्य ग्रह की आपस में मित्रता का भाव रहता है। गुरु और सूर्य का कुंभ राशि में युति 12 साल के बाद बना है। ऐसे में कुछ राशियों को इसका विशेष लाभ मिलने की संभावना है।
मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए कुंडली में सूर्य और गुरु ग्रह की युति 11वें भाव में है। 11वां भाव लाभ का होता है। इस कारण आपको बिजनेस और नौकरी करने वाले जातकों को फायदा हो सकता है। इस राशि के जातकों की आय में इजाफा देखने को मिलेगा। जमीन-जायदात, प्रापर्टी या व्यापार में किए गए निवेश से अच्छा धनलाभ हो सकता है।
वृष राशि: आपके लिए सूर्य और गुरु की युति 10 वें भाव में है। 10वां भाव करियर और जॉब का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस समय नौकरी करने वाले जातकों के लिए समय अच्छा रहेगा। नई नौकरी का प्रस्ताव आ सकता है या फिर आपका प्रमोशन हो सकता है। वही जो जातक व्यापार में है उनको अच्छा खासा मुनाफा मिलने के संकेत हैं। परिवार में सुख और शांति रहेगी। यात्रा पर जा सकते हैं।
मकर राशि: गुरु और सूर्य की कुंभ राशि में युति बनने से आपके लिए यह कुंडली के दूसरे भाव में है। कुंडली का दूसरा भाव धन का माना गया है इसलिए आपको वर्षो पुराना रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। जिसे प्राप्त होने पर आपको काफी खुशी प्राप्ति होगी।
