न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पणजी
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sun, 13 Mar 2022 08:51 AM IST
सार
विश्वजीत राणे ने राज्यपाल से मुलाकात करके राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि सावंत की जगह राणे मुख्यमंत्री पद का चेहरा हो सकते हैं। हालांकि, राणे ने इस मुलाकात को बेहद निजी बताया है।
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विस्तार
इस बीच पार्टी में आंतरिक कलह भी सामने आने लगी है। दरअसल, भाजपा नेता व विधायक विश्वजीत राणे ने चुनाव परिणाम के बाद राज्यपाल से मुलाकात करके राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि सावंत की जगह राणे मुख्यमंत्री पद का चेहरा हो सकते हैं। हालांकि, राणे ने इस मुलाकात को बेहद निजी बताया है। इस मुलाकात ने सावंत की भी चिंता बढ़ा दी है।
सीएम पद के दावेदार थे राणे
वरिष्ठ नेता मनोहर पर्रिकर के निधन बाद भाजपा नेता विश्वजीत राणे भी सीएम पद के दावेदारों में शुमार था। हालांकि, भाजपा आलाकमान ने राज्य की जिम्मेदारी प्रमोद सावंत को सौंपी, लेकिन इस बार चुनाव परिणाम आते ही राणे की राज्यपाल से मुलाकात ने भीतरघाने दाल में कुछ काला होने के संकेत दे दिए हैं।
सावंत ने बुलाई आपात बैठक
इस मुलाकात के बाद प्रमोद सावंत ने भाजपा विधायकों के साथ एक बैठक भी की। बताया जा रहा है कि, इस बैठक में 20 में से 17 विधायक शामिल हुए। इससे पहले वे खुद को दोबारा सीएम पद का उम्मीदवार बता चुके हैं। हालांकि, चुनावों में सावंत 666 वोटों के अंतर से ही अपनी सीट बचा पाए।
बहुमत से चूक गई भाजपा
गोवा विधानसभा चुनावों में भले ही भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी हो, लेकिन इसे भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। भारतीय जनता पार्टी को 20 सीटें प्राप्त हुईं और वह बहुमत से एक सीट पीछे रह गई। हालांकि, भाजपा की ओर से दावा किया गया है कि उसे तीन निर्दलीय और एमजीपी का समर्थन मिला है।