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आईटीबीपी: ड्यूटी पर शहीद हुए सैनिकों के परिवार को मिलेगी मदद, 300 स्मार्टफोन बांटे जाएंगे

न्यूज डेस्क अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Sat, 12 Mar 2022 06:18 PM IST

सार

सीमा की सुरक्षा करने वाली फोर्स भारतीय-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) 300 स्मार्टफोन बांटने जा रही है। आईटीपीबी के वरिष्ठ अधिकारी और प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।

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सीमा की सुरक्षा करने वाली फोर्स भारतीय-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) 300 स्मार्टफोन बांटने जा रही है। ये स्मार्टफोन उन जवानों के परिजनों को दिए जाएंगे, जो ड्यूटी के दौरान शहीद शहीद हो गए। आईटीपीबी के वरिष्ठ अधिकारी और प्रवक्ता  विवेक कुमार पांडे ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। वहीं, लोधी रोड़ स्थित सीजीओ परिसर में आईटीबीपी के हेड क्वार्टर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम में ऐसी 12 वीर नारियों को सम्मानित किया गया और स्मार्टफोन सौंपे गए। 

आईटीबीपी के डायरेक्टर संजय अरोरा की पत्नी रितु अरोरा ने कहा कि शदीद सैनिकों की पत्नियां या परिवार के सदस्य ऑनलाइन शिकायत निवारण के लिए अपनी शिकायत भेजने के लिए मोबाइल का प्रयोग कर सकती हैं। उन्होंने आगे कहा कि इससे मामलों का जल्दी निपटारा हो सकेगा।
 
शनिवार को आयोजित कार्यक्रम को लेकर आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडेय ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये कार्यक्रम आजादी के 75 साल पूरे होने पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ थीम का हिस्सा था। उन्होंने आगे बताया कि तैनाती के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले हमारे जवानों की पत्नियों या परिजनों को 300 स्मार्टफोन दिए जाएंगे। राजीव पांडेय ने बताया कि शहीद सैनिकों की पत्नियों का संघ डिजिटल जागरुकता के लिए ऑनलाइन क्लास भी चला रहा है। 

1962 में चीनी आक्रमण के बाद आईटीबीपी का गठन किया गया था। लगभग 90,000 सैनिकों के साथ आईटीबीपी देश के आंतरिक मामलों के साथ  चीन के साथ साझा की जाने वाली 3488 किलोमीटर की सीमा रेखा (LAC) की सुरक्षा करती है। 

विस्तार

सीमा की सुरक्षा करने वाली फोर्स भारतीय-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) 300 स्मार्टफोन बांटने जा रही है। ये स्मार्टफोन उन जवानों के परिजनों को दिए जाएंगे, जो ड्यूटी के दौरान शहीद शहीद हो गए। आईटीपीबी के वरिष्ठ अधिकारी और प्रवक्ता  विवेक कुमार पांडे ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। वहीं, लोधी रोड़ स्थित सीजीओ परिसर में आईटीबीपी के हेड क्वार्टर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम में ऐसी 12 वीर नारियों को सम्मानित किया गया और स्मार्टफोन सौंपे गए। 

आईटीबीपी के डायरेक्टर संजय अरोरा की पत्नी रितु अरोरा ने कहा कि शदीद सैनिकों की पत्नियां या परिवार के सदस्य ऑनलाइन शिकायत निवारण के लिए अपनी शिकायत भेजने के लिए मोबाइल का प्रयोग कर सकती हैं। उन्होंने आगे कहा कि इससे मामलों का जल्दी निपटारा हो सकेगा।

 

शनिवार को आयोजित कार्यक्रम को लेकर आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडेय ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये कार्यक्रम आजादी के 75 साल पूरे होने पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ थीम का हिस्सा था। उन्होंने आगे बताया कि तैनाती के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले हमारे जवानों की पत्नियों या परिजनों को 300 स्मार्टफोन दिए जाएंगे। राजीव पांडेय ने बताया कि शहीद सैनिकों की पत्नियों का संघ डिजिटल जागरुकता के लिए ऑनलाइन क्लास भी चला रहा है। 

1962 में चीनी आक्रमण के बाद आईटीबीपी का गठन किया गया था। लगभग 90,000 सैनिकों के साथ आईटीबीपी देश के आंतरिक मामलों के साथ  चीन के साथ साझा की जाने वाली 3488 किलोमीटर की सीमा रेखा (LAC) की सुरक्षा करती है। 

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