सार
2021-22 में वृद्धि दर करीब 10 प्रतिशत रहने का अनुमान है। 2022-23 में जीडीपी की वृद्धि दर 6-7.5 फीसदी रह सकती है। एसबीआई के कार्यक्रम में उन्होंने कहा, हम उच्च विकास दर, उच्च गरीबी उन्मूलन दर, उच्च रोजगार के साथ एक समृद्ध, अधिक विकसित एवं बेहतर शासित भारत की ओर बढ़ रहे हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था
– फोटो : पीटीआई
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने बुधवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेज गति से आगे बढ़ रही है। 2021-22 में वृद्धि दर करीब 10% रहने का अनुमान है। 2022-23 में जीडीपी की वृद्धि दर 6-7.5 फीसदी रह सकती है।
एसबीआई के कार्यक्रम में उन्होंने कहा, हम उच्च विकास दर, उच्च गरीबी उन्मूलन दर, उच्च रोजगार के साथ एक समृद्ध, अधिक विकसित एवं बेहतर शासित भारत की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में वित्त वर्ष 2022 में वास्तविक विकास दर 10% रहेगी। 2021-22 की शुरुआत में वास्तविक वृद्धि 8.5-12.5% रहने का अनुमान था।
हालांकि, जीएसटी वसूली, ई-वे बिल, बिजली-इस्पात खपत, रेलवे भाड़ा, वाहन पंजीकरण, कंपनियों का लाभ, एफडीआई प्रवाह सहित सभी उच्च आवृत्ति वाले संकेतक बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 10% रहेगी। यूबीएस सिक्योरिटीज ने विकास दर अनुमान को 8.9% से बढ़ाकर 9.5% कर दिया है। आइए जानते हैं बिजनेस की अन्य महत्वपूर्ण खबरें…
राकेश झुनझुनवाला निवेशित विमानन कंपनी आकासा बेहद सस्ती उड़ानें शुरू करने के लिए करीब एक लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी ने अपने बोइंग 737 मैक्स विमानों के लिए एलईएपी-1बी इंजन खरीदने को सीएफएम इंटरनेशनल से 33,000 करोड़ रुपये में करार की घोषणा की है। इससे एक दिन पहले अकासा ने 67,000 करोड़ में 72 बोईंग 737 मैक्स विमान खरीदने की घोषणा की थी।
देश का चीनी उत्पादन एक अक्तूबर से 15 नवंबर के बीच 24 फीसदी बढ़कर 20.9 लाख टन पहुंच गया। महाराष्ट्र और कर्नाटक में अत्यधिक उत्पादन के कारण देश का उत्पादन बढ़ा है। उद्योग निकाय इस्मा ने बुधवार को बताया कि चीनी मिलों ने अब तक 25 लाख टन चीनी निर्यात का अनुबंध किया है।
बैंकों का कर्ज 15 नवंबर को समाप्त पखवाड़े में 7.14% बढ़कर 111.64 लाख करोड़ पहुंच गया। जमा राशि 11.42% बढ़कर 160.49 लाख करोड़ हो गई। केंद्रीय बैंक ने बुधवार को बताया कि 6 नवंबर वाले पखवाड़े में आंकड़ा क्रमशः 104.19 व 144.03 लाख करोड़ था।
विस्तार
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने बुधवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेज गति से आगे बढ़ रही है। 2021-22 में वृद्धि दर करीब 10% रहने का अनुमान है। 2022-23 में जीडीपी की वृद्धि दर 6-7.5 फीसदी रह सकती है।
एसबीआई के कार्यक्रम में उन्होंने कहा, हम उच्च विकास दर, उच्च गरीबी उन्मूलन दर, उच्च रोजगार के साथ एक समृद्ध, अधिक विकसित एवं बेहतर शासित भारत की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में वित्त वर्ष 2022 में वास्तविक विकास दर 10% रहेगी। 2021-22 की शुरुआत में वास्तविक वृद्धि 8.5-12.5% रहने का अनुमान था।
हालांकि, जीएसटी वसूली, ई-वे बिल, बिजली-इस्पात खपत, रेलवे भाड़ा, वाहन पंजीकरण, कंपनियों का लाभ, एफडीआई प्रवाह सहित सभी उच्च आवृत्ति वाले संकेतक बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 10% रहेगी। यूबीएस सिक्योरिटीज ने विकास दर अनुमान को 8.9% से बढ़ाकर 9.5% कर दिया है। आइए जानते हैं बिजनेस की अन्य महत्वपूर्ण खबरें…
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