स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: रोहित राज
Updated Thu, 10 Feb 2022 02:07 AM IST
सार
शीतकालीन ओलंपिक में अमेरिका के कोल्बी स्टीवेन्सन ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल स्कीइंग बिग एअर प्रतिस्पर्धा में बुधवार को रजत पदक जीता। दूसरी ओर, 36 वर्षीय अमेरिकी खिलाड़ी लिंडसे जैकोबेलिस ने स्नोबोर्ड क्त्रसस प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है।
कोल्बी स्टीवेन्सन और लिंडसे जैकोबेलिस
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
शीतकालीन ओलंपिक में अमेरिका के कोल्बी स्टीवेन्सन ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल स्कीइंग बिग एअर प्रतिस्पर्धा में बुधवार को रजत पदक जीता। 24 वर्षीय खिलाड़ी ओलंपिक में खेलना और जीत हासिल करना, चमत्कार ही मानते हैं। दूसरी ओर, 36 वर्षीय अमेरिकी खिलाड़ी लिंडसे जैकोबेलिस ने स्नोबोर्ड क्त्रसस प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है।
जैकोबेलिस ने 2006 टोरिनो (इटली) ओलंपिक में पहली बार स्नोबोर्ड क्त्रसस प्रतिस्पर्धा में भाग लिया था और तब से चार ओलंपिक खेलों में शामिल हो चुकीं, लेकिन कभी स्वर्ण पदक नहीं जीत पाई। बुधवार को बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक में अविश्वसनीय खेल का प्रदर्शन करके 16 साल बाद पहली बार पीला तगमा हासिल किया।
लिंडसे ने यह उपलब्धि फ्रांस के क्लो ट्रेस्पेच को हराकर हासिल की। लिंडसे इससे पहले विश्व चैंपियनशिप में पांच बार स्वर्ण और 8 बार एक्स खेलों में खिताब जीत चुकी हैं। वहीं 2014 सोची ओलंपिक में रजत पदक हासिल किया था। अन्य मैच में स्लोवाकिया की पेत्रा व्लहोवा ने स्लैलम दौड़ में अल्पाइन स्कीइंग में स्वर्ण पदक हासिल किया। पेत्रा ने अपनी दौड़ पूरी करने के लिए रजत पदक विजेता कथरीना से 0.08 समय कम लिया।
नाक, जबड़ा और आंख में गंभीर रूप से लगी थी चोट: कोल्बी स्टीवेन्सन
कोल्बी स्टीवेन्सन के मुताबिक, जब 2016 में सड़क दुर्घटना में मेरे सिर की 30 हड्डी टूटी थी। वहीं नाक, जबड़ा और आंख में गंभीर रूप से चोट लगी थी। उस वक्त मुझे लगा कि अब नहीं बचूंगा। क्योंकि मैं असहनीय दर्द और अवसाद से जूझ रहा था। लेकिन उस दुर्घटना से उबरकर 2022 ओलंपिक में शामिल होना और रजत पदक जीतना ये मेरे लिए चमत्कार है। इस प्रतिस्पर्धा में नार्वे के बिर्क रूड ने स्वर्ण पदक हासिल किया।
आगे बढ़ने की रखी सोच
अपने बारे में बताते हुए कोल्बी ने कहा, दुर्घटना के बाद पांच महीने बाद स्की पर वापस आया, लेकिन वह समय बहुत ही कठिन था। मेरा अंदर आत्मविश्वास नहीं था कि कैसे अपने आपको खेल के लिए तैयार करूं। यदि आप किसी बात को सकारात्मक तरीके से सोचते हैं तो अंधेरे से बाहर निकला जा सकता है। मैं उस वक्त आगे बढ़ा और अपने सपने को पूरा किया। आज आपके सामने पोडियम पर खड़ा हूं।
जर्मनी की नताली जिसेनबर्गर ने रचा इतिहास
जर्मनी की नताली जिसेनबर्गर ने तब इतिहास रच दिया, जब पांचवीं बार स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। इस दौरान जर्मनी की सबसे सफल विंटर ओलंपियन होने का गौरव भी हासिल कर लिया। नताली ने लुग स्पर्धा में 3.53.454 समय के साथ ओलंपिक में अपना पांचवां स्वर्ण और कुल छठा पदक जीता। वहीं उनकी हमवतन अन्ना बर्टर ने 3.53.947 के समय के साथ रजत अपने नाम किया। 31 वर्षीय लुग एथलीट ने शीतकालीन ओलंपिक खेलों में दो मौकों पर स्वर्णिम सफलता का डबल पूरा किया है। इसके अलावा छह बार एफआईएल लुग विश्व कप जीतने वाली पहली महिला भी हैं।