राष्ट्र के नाम संदेश में जेलेंस्की ने कहा, रूसी सेना के कब्जे की वजह से लोग जहां-तहां फंसे हैं। रूसी सेना बच्चे और बुजुर्गों को भी निशाना बना रही है। धीरे-धीरे पूरे का नामो-निशान मिटता जा रहा है।
मैरियूपोल के पुलिस अधिकारी माइकल वर्शनिन ने रूसी हमलों की वजह से मलबे से भरी एक सड़क पर खड़े होकर पश्चिमी देशों के नेताओं से मदद की अपील करते कहा, शहर नष्ट हो चुका है, जो खंडहर बचे हैं, रूसी सेना इन्हें भी पूरी तरह मिटा देगी।
इस्राइल से मिसाइल रक्षा प्रणाली देने का आग्रह
जेलेंस्की ने रविवार को इस्राइल की संसद को वीडियो लिंक से संबोधित करते हुए इस्राइल से आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली की मांग की। उन्होंने कहा, सब को पता है कि आपकी मिसाइल रक्षा प्रणाली सबसे अच्छी है और आपको निश्चित रूप से हमारे लोगों की मदद करनी चाहिए। यूक्रेनियों की जान बचाइए, यूक्रेनी यहूदियों की जान बचाइए। जेलेंस्की खुद यहूदी विरासत से आते हैं।
मुकाबले के लिए अतिरिक्त सैनिक नहीं
जेलेंस्की के सलाहकार ओलक्सियी एरेस्टोविच ने बताया कि मैरियूपोल में रूस से मुकाबले के लिए अतिरिक्त सैनिक नहीं हैं। शुक्रवार को हुए रॉकेट हमले में 40 यूक्रेनी मरीन की मौत की पुष्टि हुई।
जेलेंस्की ने रविवार को यूक्रेन में रूस का समर्थन करने वाले 11 राजनीतिक दलों पर प्रतिबंध लगाया। इन दलों के करीब 44 सांसद हैं। जेलेंस्की ने यूक्रेन में मार्शल लॉ लागू रहने तक इन दलों और संबंधित लोगों की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया है।
रूस के हमले में अबतक 6 पत्रकार मारे गए
जेनेवा। रूस के यूक्रेन पर हमले में अबतक छह विदेशी पत्रकार जान गंवा चुके हैं। पत्रकारों के संगठन प्रेस एंब्लम कैंपेन (पीईसी) ने यह जानकारी दी है। पीईसी के अनुसार करीब एक दर्जन पत्रकार घायल हैं। पूरी दुनिया से करीब 3 हजार पत्रकार यूक्रेन में लड़ाई की खबरें देने वहां मौजूद हैं।
847 नागरिकों की मौत, 34 लाख विस्थापित
संयुक्त राष्ट्र संघ ने यूक्रेन में 847 नागरिकों की मौत की पुष्टि की है। हालांकि, उसने कहा है कि वास्तविक संख्या इससे बहुत अधिक हो सकती है। संयुक्त राष्ट्र ने 34 लाख लोगों के शरणार्थी बनने की बात कही है।
सरोगेट मांओं से पैदा 20 बच्चे माता-पिता से दूर
कीव में सरोगेट मांओं के जरिये पैदा हुए 20 बच्चे फंसे हैं और माता-पिता का इंतजार कर रहे हैं जो गोलाबारी के कारण पहुंच नहीं पा रहे।
मैरियूपोल के और नजदीक पहुंची रूसी सेना
रूसी सेना शनिवार को मैरियूपोल के और नजदीक पहुंच गई। यूक्रेन के अधिकारियों ने पश्चिमी देशों से ज्यादा मदद देने की गुहार लगाई है। रूस मैरियूपोल पर कब्जा कर पाया तो बड़ी उपलब्धि होगी क्योंकि रूसी सेना अब तक सभी बड़े शहरों के बाहर ही फंसी है।