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हमले का 25वां दिन: यूक्रेनी प्रशासन का दावा- मैरियूपोल से महिलाओं-बच्चों समेत हजारों लोगों को बंधक बनाकर हमलावर फौजी ले गए साथ

सार

रूसी हमलों से यूक्रेन में मानवीय संकट और गहराता जा रहा है। लाखों लोग जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर भाग रहे हैं। इस बीच, रूसी फौज ने हजारों यूक्रेनियों को बंधक बनाकर रूस भेज दिया है। भारी बमबारी, मिसाइल और रॉकेट हमलों के चलते मैरियूपोल समेत कई शहरों का अस्तित्व ही खतरे में है।

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मैरियूपोल के स्थानीय प्रशासन ने दावा किया है कि रूसी फौजी अपने साथ हजारों महिलाओं, बच्चों और पुरुषों को बंधक बनाकर जबरन रूस ले गए हैं। दूसरी तरफ रूसी सेना ने बड़ी संख्या में लोगों को युद्धक्षेत्र से बचाकर रूस में शरण देने का दावा किया है।

मैरियूपोल नगर परिषद ने टेलीग्राम चैनल पर बताया कि लिवोबेरेजनीव इलाके के एक स्पोर्ट्स सेंटर में शरण लिये लोगों को पिछले एक सप्ताह के दौरान अवैध रूप से रूस निर्वासित किया गया है। ये लोग वहां बमबारी से बचने के लिए छिपे हुए थे। दूसरी तरफ, रूसी समाचार एजेंसियों ने रक्षा मंत्रालय के हवाले बताया कि कई बसों के काफिलों में सैकड़ों शरणार्थियों को मैरियूपोल से रूस लाया गया है।

तास ने खबर दी कि 13 बसों को शनिवार को आते देखा गया। इन बसों में 350 से ज्यादा लोग सवार थे। इनमें से 50 लोगों को ट्रेन से यारोस्लाव्ल भेजा गया तो बाकी को तागानोर्ग स्थित शिविर में रखा गया है। पिछले माह रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि यूक्रेन से लोगों को निकालने के लिए 200 बसों को तैयार रखा गया है। रिया नोवोस्ती ने बताया, लुहांस्क और दोनेस्क इलाकों से 3 लाख से ज्यादा लोगों को रूस लाया गया है। 

अपनी गाड़ियोें से सुरक्षित निकले 40000 लोग
यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि रूस के घेरे के बीच पिछले सप्ताह में मैरियूपोल से करीब 40 हजार लोग अपने वाहनों से सुरक्षित बाहर जाने में कामयाब रहे हैं। यह संख्या शहर की आबादी का 10 प्रतिशत है।

स्टील प्लांट पर कब्जे की लड़ाई
यूक्रेन के गृहमंत्री के सलाहकार, वादिम डेनिसेंको ने कहा कि फिलहाल यूक्रेनी और रूसी सेना के बीच अजोवस्टल स्टील प्लांट को लेकर लड़ाई जारी है, जिसकी वजह से यूरोप का सबसे बड़ा स्टील प्लांट नष्ट हो रहा है।  रूसी सैनिक संयंत्र पर तैनात सुरक्षा बलोंं पर हमले कर रहे हैं।

पुतिन परमाणु युद्ध की तैयारी में परिवार को साइबेरिया में छिपाया
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने सभी सहयोगियों को परमाणु युद्ध के लिए तैयार रहने का इशारा कर दिया है। परमाणु युद्ध की आशंंका के बीच पुतिन ने अपने परिवार को साइबेरिया के किसी बंकर में छिपा दिया है।

यह दावा है मास्को स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन के पूर्व प्रोफेसर वैलेरी सोलोवेई का। सोलोवेई के मुताबिक पुतिन की बेटियां मारिया और कैटेरिना बच्चों के साथ साइबेरिया के अल्ताई रिपब्लिक इलाके में पहाड़ों के बीच भूमिगत शहर के किसी बंकर में मौजूद हैं। इन बंकरों को इस तरह से बनाया गया है कि अगर रूस पर परमाणु हमला भी हो जाए, तो इन बंकरों में मौजूद लोग सुरक्षित बच पाएंगे।

प्रो. सोलोवेई कहते हैं, पुतिन का परिवार पहाड़ों के नीचे बने भूमिगत शहर में अत्याधुनिक सुख-सुविधाओं वाले आलीशान बंकर में छिपा है। रूस के लोगों के लिए यह सतर्क होने का संकेत है। रक्षा जानकार इस बात से सहमत हैं कि पुतिन परिवार को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहेंगे और न कोई ऐसी स्थिति आने देंगे, जहां वे परिवार की वजह से कमजोर पड़ें। सोलोवेई का इशारा कबाएवा और उनके जुड़वा बच्चों की तरफ था। पहले उन्होंने दावा किया था कि पुतिन को भूलने की बीमारी है।

परिवार को छिपाते रहे हैं

  • पुतिन परिवार को हमेशा छिपाकर रखते हैं। पत्नी, बच्चों और उनके परिवार के बारे में आज भी बहुत कम जानकारी उपलब्ध है।
  • 30 साल की उम्र में पहली शादी से लेकर मौजूदा गर्लफ्रेंड तक पुतिन निजी जिंदगी को एक राज की तरह छिपाते आए हैं।

प्रेम संबंधों की खबर छापने वाला अखबार बंद
2008 में रूसी अखबार मॉस्कोवस्काई करेस्पॉन्डेंट ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि एलीना कबाएवा और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच प्रेम संबंध है। हालांकि, बाद में अखबार ने इस खबर का खंडन कर इसे गलत बताया था। इसके कुछ दिन बाद यह अखबार बंद हो गया।

विस्तार

मैरियूपोल के स्थानीय प्रशासन ने दावा किया है कि रूसी फौजी अपने साथ हजारों महिलाओं, बच्चों और पुरुषों को बंधक बनाकर जबरन रूस ले गए हैं। दूसरी तरफ रूसी सेना ने बड़ी संख्या में लोगों को युद्धक्षेत्र से बचाकर रूस में शरण देने का दावा किया है।

मैरियूपोल नगर परिषद ने टेलीग्राम चैनल पर बताया कि लिवोबेरेजनीव इलाके के एक स्पोर्ट्स सेंटर में शरण लिये लोगों को पिछले एक सप्ताह के दौरान अवैध रूप से रूस निर्वासित किया गया है। ये लोग वहां बमबारी से बचने के लिए छिपे हुए थे। दूसरी तरफ, रूसी समाचार एजेंसियों ने रक्षा मंत्रालय के हवाले बताया कि कई बसों के काफिलों में सैकड़ों शरणार्थियों को मैरियूपोल से रूस लाया गया है।

तास ने खबर दी कि 13 बसों को शनिवार को आते देखा गया। इन बसों में 350 से ज्यादा लोग सवार थे। इनमें से 50 लोगों को ट्रेन से यारोस्लाव्ल भेजा गया तो बाकी को तागानोर्ग स्थित शिविर में रखा गया है। पिछले माह रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि यूक्रेन से लोगों को निकालने के लिए 200 बसों को तैयार रखा गया है। रिया नोवोस्ती ने बताया, लुहांस्क और दोनेस्क इलाकों से 3 लाख से ज्यादा लोगों को रूस लाया गया है। 

अपनी गाड़ियोें से सुरक्षित निकले 40000 लोग

यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि रूस के घेरे के बीच पिछले सप्ताह में मैरियूपोल से करीब 40 हजार लोग अपने वाहनों से सुरक्षित बाहर जाने में कामयाब रहे हैं। यह संख्या शहर की आबादी का 10 प्रतिशत है।

स्टील प्लांट पर कब्जे की लड़ाई

यूक्रेन के गृहमंत्री के सलाहकार, वादिम डेनिसेंको ने कहा कि फिलहाल यूक्रेनी और रूसी सेना के बीच अजोवस्टल स्टील प्लांट को लेकर लड़ाई जारी है, जिसकी वजह से यूरोप का सबसे बड़ा स्टील प्लांट नष्ट हो रहा है।  रूसी सैनिक संयंत्र पर तैनात सुरक्षा बलोंं पर हमले कर रहे हैं।

पुतिन परमाणु युद्ध की तैयारी में परिवार को साइबेरिया में छिपाया

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने सभी सहयोगियों को परमाणु युद्ध के लिए तैयार रहने का इशारा कर दिया है। परमाणु युद्ध की आशंंका के बीच पुतिन ने अपने परिवार को साइबेरिया के किसी बंकर में छिपा दिया है।

यह दावा है मास्को स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन के पूर्व प्रोफेसर वैलेरी सोलोवेई का। सोलोवेई के मुताबिक पुतिन की बेटियां मारिया और कैटेरिना बच्चों के साथ साइबेरिया के अल्ताई रिपब्लिक इलाके में पहाड़ों के बीच भूमिगत शहर के किसी बंकर में मौजूद हैं। इन बंकरों को इस तरह से बनाया गया है कि अगर रूस पर परमाणु हमला भी हो जाए, तो इन बंकरों में मौजूद लोग सुरक्षित बच पाएंगे।

प्रो. सोलोवेई कहते हैं, पुतिन का परिवार पहाड़ों के नीचे बने भूमिगत शहर में अत्याधुनिक सुख-सुविधाओं वाले आलीशान बंकर में छिपा है। रूस के लोगों के लिए यह सतर्क होने का संकेत है। रक्षा जानकार इस बात से सहमत हैं कि पुतिन परिवार को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहेंगे और न कोई ऐसी स्थिति आने देंगे, जहां वे परिवार की वजह से कमजोर पड़ें। सोलोवेई का इशारा कबाएवा और उनके जुड़वा बच्चों की तरफ था। पहले उन्होंने दावा किया था कि पुतिन को भूलने की बीमारी है।

परिवार को छिपाते रहे हैं

  • पुतिन परिवार को हमेशा छिपाकर रखते हैं। पत्नी, बच्चों और उनके परिवार के बारे में आज भी बहुत कम जानकारी उपलब्ध है।
  • 30 साल की उम्र में पहली शादी से लेकर मौजूदा गर्लफ्रेंड तक पुतिन निजी जिंदगी को एक राज की तरह छिपाते आए हैं।

प्रेम संबंधों की खबर छापने वाला अखबार बंद

2008 में रूसी अखबार मॉस्कोवस्काई करेस्पॉन्डेंट ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि एलीना कबाएवा और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच प्रेम संबंध है। हालांकि, बाद में अखबार ने इस खबर का खंडन कर इसे गलत बताया था। इसके कुछ दिन बाद यह अखबार बंद हो गया।

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