वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: Jeet Kumar
Updated Tue, 22 Mar 2022 05:40 AM IST
सार
जो बाइडन मे एक खुफिया जानकारी का हवाला दिया कि रूसी सरकार संभावित साइबर हमले के लिए विकल्प तलाश रही है। पश्चिमी प्रतिबंधों के जवाब में रूस साइबर हमले की योजना बना रहा है।
ख़बर सुनें
विस्तार
उन्होंने एक बयान में कहा कि यदि कंपनियों ने पहले से साइबर हमले से बचने क लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं, तो मैं अपने निजी क्षेत्र के भागीदारों से अपने साइबर सुरक्षा को तुरंत सख्त करने का आग्रह करता हूं।
पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के जवाब में कर सकता है साइबर हमला
जो बाइडन मे एक खुफिया जानकारी का हवाला दिया कि रूसी सरकार संभावित साइबर हमले के लिए विकल्प तलाश रही है। पश्चिमी प्रतिबंधों के जवाब में रूस साइबर हमले की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि यह रूस की प्लेबुक का हिस्सा है।
बाइडन ने कहा कि सरकार हर उपकरण का उपयोग करना जारी रखेगी, बाधित करेगी और यदि आवश्यक हो, तो महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के खिलाफ साइबर हमले का जवाब देगी। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि देश में सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे का स्वामित्व और संचालन निजी संस्थाओं के पास है, जिन्हें विशिष्ट साइबर सुरक्षा उपाय करने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है।
बाइडन ने कहा साइबर सुरक्षा प्रणाली को और मजबूत करने की जरूरत
मालिकों और ऑपरेटरों को अपने डिजिटल दरवाजे बंद करने के प्रयासों में तेजी लानी चाहिए। बाइडन ने कहा कि आपके पास साइबर सुरक्षा और महत्वपूर्ण सेवाओं और प्रौद्योगिकियों की लचीलापन को मजबूत करने की जरूरत है, जिस पर अमेरिकी भरोसा करते हैं। हमें हर किसी को अपनी भूमिका निभाने की जरूरत है।
ईंधन आपूर्ति मार्गों से लेकर पानी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है साइबर हमले से
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि साइबर हमलों से ईंधन आपूर्ति मार्गों से लेकर पानी की आपूर्ति तक सब कुछ खतरे में है, साथ ही रूसी हैकर्स को मुख्य खतरों में से एक के रूप में पहचानना है। वहीं साइबर सुरक्षा से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि यदि रूस महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाएगा तो हम भी उसका जबाव देंगे।