वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, कीव
Published by: कुमार संभव
Updated Sun, 27 Feb 2022 03:53 PM IST
सार
नेहा ने कहा कि इस वीडियो के माध्यम से हम यूक्रेन में फंसे दूसरे बच्चों की हिम्मत बढ़ाना चाहते हैं। हम लोग एक दिन पहले बाहर गए थे। हमने कुछ वीडियो भी बनाए थे। ये वीडियो उन बच्चों के लिए हैं, जिनकी मदद के लिए कोई नहीं है।
यूक्रेन के कीव मेंं फंसे राजस्थान के छात्र।
– फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
हर घंटे लगातार बजते सायरन हर पल अनहोनी की आशंका जाहिर करते हैं तो बम, तोप के गोलों व मिसाइलों से होने वाले धमाकों की आवाज से हर किसी का दिल दहल रहा है। वहीं, हर तरफ जवानों के जूतों की धमक हर किसी की रूह कंपाने के लिए काफी है। रूस और यूक्रेन के बीच चार दिन से जारी जंग के चलते हालात इतने खराब हो चुके हैं कि सिर्फ यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र ही नहीं, बल्कि भारत में उनके परिजन भी बेहाल हैं। शुरुआत में तो कई बच्चों ने डर-दहशत और खौफ का माहौल होने की जानकारी दी, लेकिन अब कुछ बच्चे हिम्मत भी दिखा रहे हैं। उन्होंने वीडियो जारी करके कहा है कि हम सुरक्षित हैं और लड़ना सीख रहे हैं।
राजस्थान के बच्चों ने जारी किया वीडियो
राजस्थान के जोधपुर की मूल निवासी दो लड़कियां सुरभि और नेहा तमाम भारतीय बच्चों की तरह यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसी हुई हैं। एक दिन पहले नेहा ने कीव के खराब हालात को लेकर वीडियो जारी किया था और तमाम समस्याएं बताई थीं, लेकिन इस बार उन्होंने वीडियो जारी किया तो यूक्रेन में फंसे हजारों छात्रों की हिम्मत बढ़ाने की कोशिश की। सुरभि और नेहा कीव में एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र हैं।
बंकर में नहीं आता नेटवर्क
सुरभि ने बताया कि अब हमें कीव में बिजली-पानी की सुविधा मिल रही है। जब हम बंकर में होते हैं, तो नेटवर्क की दिक्कत रहती है। इस वजह से हम संपर्क नहीं कर पाते हैं, लेकिन बंकर के बाहर नेटवर्क की कोई समस्या नहीं है। हम अपनी सुरक्षा के लिए बंकर के अंदर रह रहे हैं। बंकर के बाहर निकलकर अपने परिजनों से संपर्क करते हैं।
बच्चों को हिम्मत देने की कोशिश
नेहा ने कहा कि इस वीडियो के माध्यम से हम यूक्रेन में फंसे दूसरे बच्चों की हिम्मत बढ़ाना चाहते हैं। हम लोग एक दिन पहले बाहर गए थे। हमने कुछ वीडियो भी बनाए थे। ये वीडियो उन बच्चों के लिए हैं, जिनकी मदद के लिए कोई नहीं है। वे हमारी तरह बाहर जा सकते हैं। हमने बाहर जाकर कुछ दवाएं और खाने-पीने का सामान भी खरीदा। हम सुरक्षित हैं और बाहर भी हम सुरक्षित थे।
अफवाह न फैलाने की अपील भी की
वीडियो में नेहा ने सभी लोगों से अपील की कि वे फेक न्यूज न फैलाएं। हर किसी के हालात अलग हो सकते हैं। हो सकता है कि किसी सिचुएशन को मैं आसानी से हैंडल कर लूं, लेकिन दूसरा नहीं कर पाए। हो सकता है कि किसी तरह के हालात में मुझे दिक्कत हो, लेकिन बाकी लोग सामान्य रहें। ऐसी स्थिति में कोई भी अफवाह न फैलाएं। अगर आप कोई जानकारी दे रहे हैं तो उसमें अपने बारे में ही बताएं। उससे बाकी लोगों को न जोड़ें।
चार दिन में हो गए हालात के आदी
नेहा ने बताया कि हम लोग सुरक्षित हैं और हम हालात का सामना करना सीख गए हैं, क्योंकि अब चार दिन हो चुके हैं और किसी भी हालात को समझने के लिए चार दिन काफी होते हैं। मैंने पिछले वीडियो में अपने बारे में जानकारी दी थी। उसे प्लीज दूसरे छात्रों के बारे में न जोड़ें। लगातार बम ब्लास्ट हो रहे हैं। उससे हमें तकलीफ भी हो रही है, लेकिन हम सुरक्षित हैं और हमें लगातार मदद मिल रही है। इस दौरान दोनों बच्चों ने भारतीय दूतावास से खुद को यूक्रेन से बाहर निकालने की गुहार भी लगाई। उन्होंने कहा कि यह वीडियो सिर्फ यह बताने के लिए बनाया गया कि किसी भी तरह की गलत जानकारी लोगों में न फैले।