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यूक्रेन संकट: जर्मनी और यूरोपीय संघ ने रूसी उड़ानों के लिए बंद किया अपना हवाई क्षेत्र, कई बैंकों पर भी लगेंगे प्रतिबंध

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, कीव

Published by: Jeet Kumar
Updated Sun, 27 Feb 2022 04:24 AM IST

सार

यूरोपीय आयोग, फ्रांस, जर्मनी, इटली, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेताओं ने घोषणा की कि चुनिंदा रूसी बैंकों पर प्रतिबंध लगाएंगे।

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रूस की सेना के हमलों से यूक्रेन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। अगर ऐसे ही हमले होते रहे तो रूसी सेना जल्द ही कीव पर कब्जा कर लेगी। वहीं रूस का कई देश खुलकर विरोध भी कर रहे हैं। इसके लिए वे देश रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाकर यूक्रेन की मदद करने की कोशिश कर रहे  है।

मंत्रालय के हवाले से एक मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी अपने हवाई क्षेत्र को रूसी उड़ानों के लिए बंद करेगा। साथ ही यूरोपीय संघ रूसी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने के लिए तैयार है। तीन से चल रहे संघर्ष में रूसी सेना ने यूक्रेन को हथियार डालने पर मजबूर कर दिया है। 

बैंकों पर लगेंगे प्रतिबंध
यूरोपीय आयोग, फ्रांस, जर्मनी, इटली, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेताओं ने घोषणा की कि चुनिंदा रूसी बैंकों को स्विफ्ट से हटा दिया जाएगा, रूसी सेंट्रल बैंक पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे।

यूक्रेन के 1.2 लाख नागरिकों ने सीमापार कर पोलैंड में ली शरण
रूसी सैनिकों की राजधानी कीव में बढ़ती तादाद के बीच यूक्रेन के करीब 1.20 लाख नागरिक देश की सीमा पार कर पड़ोसी मुल्क पोलैंड में शरण ले चुके हैं। पोलैंड ने संकट के इस दौर में बिना किसी शर्त यूक्रेन के नागरिकों को अपने यहां शरण दी है। 

पड़ोसी मुल्कों में शरण की आस लेकर कई लोग पूरी रात मीलों पैदल चलकर सीमा तक पहुंचे। सरकार ने सीमाओं पर खास कैंप लगाए हैं जो इन नागरिकों की सीमा पार जाने में मदद कर रहे हैं। इनमें से कई के रिश्तेदार, करीबी जो दूसरे देशों में हैं अपने लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए इन कैंपों मे पहुंचे। मुश्किल वक्त से गुजर रहे यूक्रेन के साथ कई पश्चिमी देश खड़े हैं। एक सरकारी एजेंसी के मुताबिक पोलैंड समेत अन्य पड़ोसी देशों में शरण लेने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। लोग जैसे मौका लग रहा है सीमाओं की ओर बढ़ रहे हैं। 

20 घंटे इंतजार के बाद रोमानिया पहुंची
एक परिवार ने पश्चिमी यूक्रेन के चेर्नेवित्सि में 20 घंटे से अधिक समय तक इंतजार किया। इसके बाद उसे सीमा पार कर रोमानिया के साइरेट पहुंचने का मौका मिला। यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में शरण ले रहे इन परिवारों के बच्चों का बुरा हाल है। अपने बड़ों, दादा दादी व नाना नानी को छोड़कर जाना इनके लिए कष्टकारी है। सीमा पर इन बच्चों को अपने घर और बड़े बूढ़ों के लिए रोते बिलखते देखा गया। 

इन देशों में ले रहे शरण
यूक्रेन के लोग पोलैंड, मोलडोवा, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया में शरण ले रहे हैं। सबसे ज्यादा लोग पोलैंड पहुंचे हैं। वहीं कुछ ने बेलारूस में भी शरण ली है। हालांकि बेलारूस से भी कुछ रूसी सैनिक यूक्रेन में घुसे हैं।

विस्तार

रूस की सेना के हमलों से यूक्रेन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। अगर ऐसे ही हमले होते रहे तो रूसी सेना जल्द ही कीव पर कब्जा कर लेगी। वहीं रूस का कई देश खुलकर विरोध भी कर रहे हैं। इसके लिए वे देश रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाकर यूक्रेन की मदद करने की कोशिश कर रहे  है।

मंत्रालय के हवाले से एक मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी अपने हवाई क्षेत्र को रूसी उड़ानों के लिए बंद करेगा। साथ ही यूरोपीय संघ रूसी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने के लिए तैयार है। तीन से चल रहे संघर्ष में रूसी सेना ने यूक्रेन को हथियार डालने पर मजबूर कर दिया है। 

बैंकों पर लगेंगे प्रतिबंध

यूरोपीय आयोग, फ्रांस, जर्मनी, इटली, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेताओं ने घोषणा की कि चुनिंदा रूसी बैंकों को स्विफ्ट से हटा दिया जाएगा, रूसी सेंट्रल बैंक पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे।

यूक्रेन के 1.2 लाख नागरिकों ने सीमापार कर पोलैंड में ली शरण

रूसी सैनिकों की राजधानी कीव में बढ़ती तादाद के बीच यूक्रेन के करीब 1.20 लाख नागरिक देश की सीमा पार कर पड़ोसी मुल्क पोलैंड में शरण ले चुके हैं। पोलैंड ने संकट के इस दौर में बिना किसी शर्त यूक्रेन के नागरिकों को अपने यहां शरण दी है। 

पड़ोसी मुल्कों में शरण की आस लेकर कई लोग पूरी रात मीलों पैदल चलकर सीमा तक पहुंचे। सरकार ने सीमाओं पर खास कैंप लगाए हैं जो इन नागरिकों की सीमा पार जाने में मदद कर रहे हैं। इनमें से कई के रिश्तेदार, करीबी जो दूसरे देशों में हैं अपने लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए इन कैंपों मे पहुंचे। मुश्किल वक्त से गुजर रहे यूक्रेन के साथ कई पश्चिमी देश खड़े हैं। एक सरकारी एजेंसी के मुताबिक पोलैंड समेत अन्य पड़ोसी देशों में शरण लेने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। लोग जैसे मौका लग रहा है सीमाओं की ओर बढ़ रहे हैं। 

20 घंटे इंतजार के बाद रोमानिया पहुंची

एक परिवार ने पश्चिमी यूक्रेन के चेर्नेवित्सि में 20 घंटे से अधिक समय तक इंतजार किया। इसके बाद उसे सीमा पार कर रोमानिया के साइरेट पहुंचने का मौका मिला। यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में शरण ले रहे इन परिवारों के बच्चों का बुरा हाल है। अपने बड़ों, दादा दादी व नाना नानी को छोड़कर जाना इनके लिए कष्टकारी है। सीमा पर इन बच्चों को अपने घर और बड़े बूढ़ों के लिए रोते बिलखते देखा गया। 

इन देशों में ले रहे शरण

यूक्रेन के लोग पोलैंड, मोलडोवा, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया में शरण ले रहे हैं। सबसे ज्यादा लोग पोलैंड पहुंचे हैं। वहीं कुछ ने बेलारूस में भी शरण ली है। हालांकि बेलारूस से भी कुछ रूसी सैनिक यूक्रेन में घुसे हैं।

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