एसएस राजामौली फिल्म इंडस्ट्री के उन गिने-चुने लोगों में से हैं जिन्हें क्लासिक और सफल फिल्मों के लिए जाना जाता है। कर्नाटक में जन्में राजामौली एक भारतीय फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक हैं, फिलहाल उन्होंने ज्यादातर तेलुगु फिल्मों में ही निर्देशन किया है। अगर बात करें फिल्मों की तो राजामौली फिल्म बाहुबली के बाद चर्चा में आए थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वह नास्तिक हैं, कि इस बारे में राजामौली ने कभी खुद कुछ नहीं कहा है, लेकिन कई सारी ऐसी चीजें हैं जिससे पता चलता है कि वह किसी शक्ति में विश्वास नहीं रखते हैं। हालांकि ऐसा लगता है कि बाहुबली की अपार सफलता बाद उनकी ये राय बदल गई थी। तो चलिए जानते हैं कि कैसे राजामौली में जागी भगवान के प्रति आस्था।
‘बाहुबली’ के बाद मंदिर में पूजन करने पहुंचे थे राजामौली
साल 2015 में आई फिल्म बाहुबली फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अपना परचम लहरा दिया था, यह फिल्म जबरदस्त हिट हुई थी, इसका दूसरा पार्ट आने तक राजामौली ने लोगों के दिमाग में बस एक ही सवाल पैदा कर दिया था कि बाहुबली को किसने मारा। कहा जाता है कि इस फिल्म की सफलता के बाद उस दौरान राजामौली और उनकी पत्नी को प्राचीन हिमावद गोपाल स्वामी देवस्थानम में विशेष पूजा करते हुए देखा गया था। यह मंदिर भगवान कृष्ण का है और इसे दक्षिण के गोवर्धन गिरी के रूप में पूजा जाता है।
इसलिए जागी थी आस्था-
राजामौली जब मंदिर में पूजा करने गए तो कहा जाता है कि लोग हैरान रह गए और कुछ का इस बारे में कहना था कि बाहुबली की सफलता इसके साथ ही अपने जीवन के कुछ अनुभवों ने निर्देशक राजामौली को आस्तिक बना दिया था।
इस दिन रिलीज होगी ‘आरआरआर’
अगर बात करें वर्क फ्रंट की तो इस समय राजामौली फिल्म ‘आरआरआर’ को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। उनकी ये मेगा बजट फिल्म 25 मार्च को रिलीज होने जा रही है। फिल्म में जूनियर एनटीआर, एक्टर रामचरण, बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन और एक्ट्रेस आलिया भट्ट नजर आने वाली हैं।
