Movie Review
लूप लपेटा
कलाकार
तापसी पन्नू
,
ताहिर भसीन
,
दिब्येन्दु भट्टाचार्य
,
श्रेया धन्वंतरि
और
राजेन्द्र चावला
लेखक
विनय छावल
,
अरनव नंदूरी
,
केतन पेडगांवकर
और
पुनीत चड्ढा
निर्देशक
आकाश भाटिया
निर्माता
सोनी पिक्चर्स इंडिया
और
एलिप्सिस एंटरटेनमेंट
ओटीटी
नेटफ्लिक्स
भारत जैसी तेजी से बढ़ती अर्थव्यस्था नेटफ्लिक्स को अपने पैर जमाने में बहुत मुश्किल हो रही है, ये इसके अमेरिका में बैठे आला अफसर भी मानने लगे हैं। यहां नेटफ्लिक्स के मुंबई दफ्तर में हर तिमाही कोई न कोई बड़ा विकेट गिरता रहता है। किसी को समझ नहीं आ रहा कि किस विभाग में क्या हो रहा है। पीआर एजेंसी भारतीय भाषाओं के समाचार माध्यमों को अंग्रेजी में मेल पर मेल भेजती रहती है। उनको पता है कि संवाद जब तक देसी भाषा में न हो, उत्पाद और उपभोक्ता का रिश्ता नही बनता लेकिन कोई किसी की यहां सुनने वाला दिखता नहीं। अपना खुद को ओटीटी ऐप सोनी लिव चलाने वाली कंपनी सोनी पिक्चर्स को भी पता है कि उन्होंने क्या बनाया है और तभी उसे फिल्म ‘लूप लपेटा’ को बजाय अपनी कंपनी के ओटीटी पर दिखाने के उसे नेटफ्लिक्स पर ‘डंप’ करना बेहतर लगता है। करण जौहर ये पहले ही खूब कर चुके हैं। अब बारी दूसरे फिल्म निर्माताओं की है। नेटफ्लिक्स है कि उसे समझ ही नहीं आ रहा। इसके मुंबई के अफसर इंडिया में रहते हैं और अपनी सोच की कहानियां दिखाना चाहते हैं भारत को। वह भी सबसे ज्यादा कीमत वसूल करके।