घरेलू बॉक्स ऑफिस पर साल 2018 में 302 करोड़ रुपये कमाने वाली फिल्म ‘पद्मावत’ और साल 2019 में 278 करोड़ रुपये कमाने वाली फिल्म ‘कबीर सिंह’ के हीरो शाहिद कपूर की नई फिल्म ‘जर्सी’ ऐसे समय पर रिलीज हुई है, जब बॉक्स ऑफिस पर कन्नड़ फिल्म ‘केजीएफ 2’ का तूफान छाया हुआ है। देश में करीब 2100 और विदेश में करीब 600 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई फिल्म ‘जर्सी’ करीब 60 करोड़ रुपये के बजट में बनी फिल्म है। फिल्म के प्रचार पर लगे करीब 10 करोड़ रुपये और इसे बनाने में लगी लागत पर फिल्म की बार बार टलती रिलीज के चलते बढ़े ब्याज के चलते रिलीज के समय तक फिल्म की कुल लागत करीब 100 करोड़ रुपये हो चुकी है। इस लिहाज से फिल्म की ओपनिंग आठ से 10 करोड़ रुपये के बीच होनी संतोषजनक मानी जा रही थी, लेकिन फिल्म की ओपनिंग इससे थोड़ा कम हुई है।
पहले दिन कमाए सात करोड़
शाहिद कपूर की ‘जर्सी’ का पहले दिन का वर्ल्डवाइड कलेक्शन शुरुआती आंकड़ों के हिसाब से करीब 7.10 करोड़ रुपये माना जा रहा है। घरेलू बॉक्स ऑफिस पर रिलीज के पहले दिन इसने करीब 4.70 करोड़ रुपये का नेट कारोबार किया है। फिल्म का पहले दिन का घरेलू ग्रॉस कलेक्शन 5.90 करोड़ रुपये और विदेश में फिल्म की कमाई करीब 1.20 करोड़ रुपये रही। फिल्म की आईएमडीबी रेटिंग रिलीज के दिन 8.3 तक पहुंच चुकी है और फिल्म देखकर निकल रहे लोगों की तारीफों के सहारे अगर फिल्म का शनिवार और रविवार का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन सुधरा तो फिल्म का बेड़ा पार हो सकता है। अगले शुक्रवार को रिलीज हो रही दोनों फिल्मों ‘हीरोपंती 2’ और ‘रनवे 34’ की रिपोर्ट भी अच्छी नहीं है और इसका फायदा भी शाहिद कपूर की फिल्म को हो सकता है।
शनिवार और रविवार अहम
फिल्म ‘जर्सी’ के लिए शुक्रवार और शनिवार के दिन काफी अहम रहने वाले हैं। शाहिद कपूर, मृणाल ठाकुर, पंकज कपूर, रोनित कामरा, गीतिका महेंद्रू, शिशिर शर्मा, रुद्रशीष मजूमदार और रितुराज सिंह स्टारर फिल्म ‘जर्सी’ को सबसे बड़ा नुकसान अपनी गलत मार्केटिंग के चलते उठाना पड़ा है। फिल्म का सोशल मीडिया कैंपेन बहुत कमजोर रहा और पूरे प्रचार के दौरान फिल्म की विषय वस्तु को लेकर पारिवारिक दर्शकों के बीच किसी भी तरह का कोई संदेश ठीक से प्रसारित नहीं हो सका। फिल्म के पोस्टर्स से भी यही लगता रहा कि ये क्रिकेट पर आधारित कोई स्पोर्ट्स फिल्म है। जबकि फिल्म ‘जर्सी’ की कहानी मे क्रिकेट सिर्फ एक पृष्ठभूमि है और ये कहानी किसी भी ऐसे पुरुष की हो सकती है जो मिड एज लाइफ क्राइसिस से गुजर रहा है।
‘कबीर सिंह’ और ‘पद्मावत’ से आगे
शाहिद कपूर का बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट कार्ड अभी तीन चार साल से ही सुधरना शुरू हुआ है। ‘कबीर सिंह’ और ‘पद्मावत’ को छोड़ दें तो उनके खाते में आखिरी हिट फिल्म साल 2007 में रिलीज हुई फिल्म ‘जब वी मेट’ ही है। इसके अलावा उनकी फिल्मोग्राफी में फ्लॉप फिल्मों की संख्या बहुत ज्यादा है। उनके करियर को यहां तक खींच लाने में ‘उड़ता पंजाब’, ‘हैदर’, ‘बदमाश कंपनी’, ‘कमीने’ जैसी औसत रूप से कामयाब रही फिल्मों ने ही बड़ी भूमिका निभाई है।
आने वाले दिनों का हाल
शाहिद कपूर की आने वाली फिल्मों में नवोदित निर्देशक आदित्य निंबालकर की फिल्म ‘बुल’ और अली अब्बास जफर की फिल्म ‘ब्लडी डैडी’ अहम हैं। इसके अलावा वह प्राइम वीडियो के लिए भी राज और डीके के साथ मिलकर एक सीरीज पर काम कर रहे हैं। शाहिद कपूर की हिंदी सिनेमा में शुरुआत साल 2003 में फिल्म ‘इश्क विश्क’ से हुई। उनकी छवि हिंदी सिनेमा में डासिंग स्टार की रही है। वह खुद भी हाल ही में फिर से एक डांस फिल्म करने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं।