बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Tue, 07 Dec 2021 12:55 PM IST
सार
Government Set On LIC IPO In Q4: पेटीएम और स्टार हेल्थ जैसी कंपनियों का बुरा हश्र देखने के बाद निवेशकों के लिए एक राहत भरी खबर है, क्योंकि बाजार में जारी गिरावट के बावजूद भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने अपना आईपीओ लाने की तैयारी पूरी कर ली है और इसके चौथी तिमाही में पेश होने की संभावना है।
ख़बर सुनें
विस्तार
सरकार अपनी योजना पर कायम
इस संबंध में आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि कई मेगा आईपीओ के कमजोर प्रदर्शन के बावजूद सरकार चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में एलआईसी का आईपीओ पेश करने की अपनी योजना पर कायम है। भले ही कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट ने निवेशकों की धारणाओं को प्रभावित क्यों न किया हो। निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने इस सप्ताह आईपीओ प्रक्रिया के लिए एक पीआर फर्म को भी नियुक्त किया है।
आईपीओ से पहले सुधरी एलआईसी की सेहत
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि एलआईसी ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मसौदे और इसके अर्ध-वार्षिक परिणामों के संबंध में आधारभूत काम किया है। आईपीओ पेश करने की तैयारी के चरण में संभावित निवेशकों के साथ प्रारंभिक बैठकें भी की गई हैं। गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी ने आईपीओ लाने से पहले एसेट क्वालिटी में भी जबरदस्त सुधार किया है। एलआईसी की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, 4,51,303.30 करोड़ रुपये के कुल पोर्टफोलियो में इसका एनपीए (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स) 35,129.89 करोड़ रुपये का रहा।
आईपीओ में पॉलिसी धारकों का 10 फीसदी हिस्सा
गौरतलब है कि सरकार ने इस साल की शुरुआत में एलआईसी की लिस्टिंग के लिए जीवन बीमा निगम अधिनियम, 1956 में संशोधन किया था। इसके तहत सरकार आईपीओ के बाद पहले पांच वर्षों के लिए इसमें 75 फीसदी हिस्सेदारी रखेगी और फिर पांच साल की लिस्टिंग के बाद हर समय कम से कम 51 फीसदी हिस्सेदारी रखेगी। बता दें कि फिलहाल, एलआईसी में सरकार की 100 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके साथ ही एलआईसी के आईपीओ इश्यू साइज का 10 फीसदी हिस्सा पॉलिसी धारकों के लिए आरक्षित होता।
25 हजार करोड़ रुपये का होगा आईपीओ
रिपोर्ट के अनुसार, एलआईसी का आईपीओ 25 हजार करोड़ रुपये का होगा और लिस्ट होने के बाद बाजार पूंजी के आधार पर एलआईसी देश की सबसे बड़ी कंपनी हो सकती है। बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह 8 से 10 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ लिस्ट हो सकती है।