न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Fri, 31 Dec 2021 08:09 PM IST
सार
नवंबर के अंत तक केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा सालाना बजट लक्ष्य के 46.2 फीसदी पर पहुंच गया। वहीं, नवंबर में आठ कोर क्षेत्रों के उत्पादन में भी वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले साल में इसी अवधि के दौरान स्थिति के मुकाबले इस साल के आंकड़ें काफी राहत देने वाले हैं।
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : पिक्साबे
केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा नवंबर के अंत में वित्त वर्ष 2021-22 के वार्षिक बजट लक्ष्य का 46.2 फीसदी रहा है। यह जानकारी शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में दी गई। इसमें कहा गया है कि राजस्व प्राप्त करने में उल्लेखनीय सुधार होने के चलते ऐसा हुआ है।
मौजूदा वित्त वर्ष में नवंबर कर के राजकोषीय घाटे के आंकड़े पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले कहीं बेहतर दिखाई दे रहे हैं, जब यह अनुमान से 135.1 फीसदी अधिक पर पहुंच गया था। इसमें यह बढ़ोतरी कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए किए गए खर्च से हुई थी।
महालेखा नियंत्रक (सीजीए) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 15.06 लाख करोड़ रुपये के अनुमान के मद्देनजर नवंबर 2021 के अंत तक राजकोषीय घाटा छह लाख 95 हजार 614 करोड़ रुपये रहा। इस वित्त वर्ष के लिए इसके जीडीपी का 6.8 फीसदी रहने की उम्मीद है।
अभी तक शुद्ध कर राजस्व 2021-22 के अनुमानित बजट का 73.5 फीसदी पर रहा है। पिछले वित्त वर्ष में इसी अवधि में यह आंकड़ा 2020-21 के बजट अनुमान का केवल 42.1 फीसदी था। नवंबर अंत तक केंद्र का कुल खर्च 20.74 लाख (बजट अनुमान का 59.6 फीसदी रहा।
नवंबर में आठ कोर सेक्टरों में उत्पादन 3.1 फीसदी बढ़ा
नवंबर माह में आठ कोर सेक्टरों के उत्पादन में 3.1 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है। पिछले साल इसी महीने में यह केवल 1.1 फीसदी रहा था। शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अक्तूबर में इन सेक्टरों के उत्पादन में 8.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
इन आठ कोर सेक्टरों में कोयला, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली हैं। वर्तमान वित्त वर्ष में इन सेक्टरों की विकास दर अप्रैल से नवंबर के दौरान 13.7 फीसदी रही। पिछले साल इसी अवधि में यह दर महज 11.1 फीसदी पर ही रह गई थी।
आंकड़ों के अनुसार नवंबर में कोयला उत्पादन 8.2 फीसदी बढ़ा है। प्राकृतिक गैस के उत्पादन में 23.7 फीसदी, रिफाइनरी उत्पादों में 4.3 फासदी, उर्वरकों में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, स्टील के उत्पादन में 0.8 फीसदी और बिजली में 1.5 फीसदी इजाफा हुआ है।
विस्तार
केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा नवंबर के अंत में वित्त वर्ष 2021-22 के वार्षिक बजट लक्ष्य का 46.2 फीसदी रहा है। यह जानकारी शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में दी गई। इसमें कहा गया है कि राजस्व प्राप्त करने में उल्लेखनीय सुधार होने के चलते ऐसा हुआ है।
मौजूदा वित्त वर्ष में नवंबर कर के राजकोषीय घाटे के आंकड़े पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले कहीं बेहतर दिखाई दे रहे हैं, जब यह अनुमान से 135.1 फीसदी अधिक पर पहुंच गया था। इसमें यह बढ़ोतरी कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए किए गए खर्च से हुई थी।
महालेखा नियंत्रक (सीजीए) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 15.06 लाख करोड़ रुपये के अनुमान के मद्देनजर नवंबर 2021 के अंत तक राजकोषीय घाटा छह लाख 95 हजार 614 करोड़ रुपये रहा। इस वित्त वर्ष के लिए इसके जीडीपी का 6.8 फीसदी रहने की उम्मीद है।
अभी तक शुद्ध कर राजस्व 2021-22 के अनुमानित बजट का 73.5 फीसदी पर रहा है। पिछले वित्त वर्ष में इसी अवधि में यह आंकड़ा 2020-21 के बजट अनुमान का केवल 42.1 फीसदी था। नवंबर अंत तक केंद्र का कुल खर्च 20.74 लाख (बजट अनुमान का 59.6 फीसदी रहा।
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