सतीश कौशिक आज 13 अप्रैल को अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं। फिल्मों में को-स्टार और कॉमेडियन की भूमिका निभाने वाले सतीश कौशिक को बॉलीवुड के शानदार अभिनेताओं में गिना जाता है। किरदार गंभीर हो या कॉमिक सतीश कौशिक अपनी अदाकारी से उसमें जान डाल देते हैं। साल 1983 में आई फिल्म ‘मौसम’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले सतीश कौशिक ने अब तक कई बहतरीन फिल्मों में काम किया है। हालांकि, उनकी दमदार फिल्मों की लिस्ट बहुत लंबी है। लेकिन आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनकी ऐसी पांच फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें उनकी कॉमेडी को दर्शक आज भी याद करते हैं। आप इन फिल्मों को आसानी से ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर देख सकते हैं।
फिल्म का नाम- साजन चले ससुराल
ओटीटी प्लेटफॉर्म- जी 5
गोविंदा स्टारर यह फिल्म साल 1996 में रिलीज हुई थी। फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ में सतीश कौशिक मुत्त स्वामी के किरदार में नजर आए थे। उन्हें इस फिल्म में गोविंदा के दोस्त के रूप देखा गया था। इस फिल्म में उन्हें देखकर लोगों का हंस हंस कर बुरा हाल हो गया था। इस कॉमेडी फिल्म में दर्शकों को उनका दक्षिण भारतीय लहजा खूब पसंद आया था। यह फिल्म अपने जमाने की हिट फिल्मों में से एक है।
फिल्म का नाम- मिस्टर अंड मिसेज खिलाड़ी
ओटीटी प्लेटफॉर्म- अमेजन प्राइम वीडियो
डेविड धवन के निर्देशन में बनी फिल्म ‘मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी’ साल 1997 में आई एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म थी। इस फिल्म में सतीश कौशिक ने अक्षय कुमार के मामा का किरदार निभाया था। वह फिल्म में अक्षय को लेकर भविष्यवाणी करते हैं कि उनकी कुंडली में राज योग है और उन्हें मेहनत करने से बचना है। सतीश के अजीबो गरीब टोटको से अक्षय कुमार के जीवन में ऐसे-ऐसे भूचाल आए कि उन्हें देख लोग अपनी हंसी रोक नहीं पाए थे।
फिल्म का नाम- हसीना मान जाएगी
ओटीटी प्लेफॉर्म- जी 5
संजय दत्त और गोविंदा की इस कॉमेडी फिल्म में सतीश कौशिक कुंज बिहारी के किरदार में नजर आए थे। इसमें वह कादर खान के पर्सनल असिस्टेंट का रोल कर लोगों को हंसाना नहीं भूले। डेविड धवन द्वारा निर्देशित इस फिल्म में वह बात-बात पर एक ऐसी पंच लाइन कहते नजर आए थे, जिसे सुन आज भी फैंस हंस हंसकर लोट पोट हो जाते हैं।
फिल्म का नाम- दीवाना मस्ताना
ओटीटी प्लेटफॉर्म- नेटफ्लिक्स
गोविंदा, अनिल कपूर और जूही चावला की इस रोमांटिक कॉमेडी फिल्म में कौशिक ने पप्पू पेजर का किरदार निभाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। सतीश कौशिक ने इस किरदार के लिए बिल्कुल अलग बोली ईजाद की और अपने इसी स्टाइल से वह फिल्म के मुख्य किरदारों पर भी कहीं न कहीं भारी पड़े थे।