नॉन वीआईपी मेंबर्स के हाथ में दिया कंट्रोल
बिग बॉस ने वीआईपी मेंबर बनकर अपनी जगह फिनाले में सुरक्षित करने वाले कंटेस्टेंट्स के सामने अब बड़ी चुनौती रखी थी और उन्हें वीआईपी मेम्बरशिप में अपनी जगह कायम रखने के लिए ये टास्क करना था। इस टास्क में कोई भी संचालक नहीं था। टास्क का पूरा कंट्रोल नॉन वीआईपी सदस्यों के हाथ में दिया गया। जहां उनके पास ये पावर थी कि वो किसी को भी स्पेशल पावर दे सकते थे।
इस टास्क में वीआईपी सदस्यों यानी कि उमर रियाज, निशांत भट्ट, विशाल कोटियन, तेजस्वी प्रकाश और करण कुंद्रा ने भाग लिया। टास्क के दौरान इन सभी सदस्यों को अपनी टोकरी में जितनी हो सके उतनी ज्यादा रुई भरनी थी और घर का अन्य सामान इकट्ठा करना था। जिनकी टोकरी टास्क में सबसे हल्की थीं उनमें से किसी भी एक कंटेस्टेंट को गेम से बाहर करने का अधिकार राक्षस बने नॉन वीआईपी कंटेस्टेंट्स को दिया गया था।
नेहा भसीन और तेजस्वी प्रकाश के बीच की लड़ाई घरवालों से बिलकुल नहीं छुपी है। नेहा ने जहां हाल ही में राशन कम पड़ने की वजह तेजस्वी को बताते हुए उन्हें बददिमाग कहा था तो वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी ने भी नेहा को बेईमान बताया था। ऐसे में जब नेहा भसीन के हाथ में पावर आई तो उन्होंने टास्क में तेजस्वी को सबसे पहले बाहर कर दिया।
नेहा के बाद राक्षस की कुर्सी पर सिंबा नागपाल बैठे। इस दौरान प्रतीक ने करण को बजर बजने के बाद रुई लेते हुए देखा, जिसकी वजह से करण और प्रतीक का झगड़ा भी हुआ। करण ने अपनी गलती तो नहीं मानी, लेकिन वो प्रतीक पर चिल्लाने लगे। जब झगड़ा बड़ा तो करण की तरफ से तेजस्वी भी लड़ाई में शामिल हो गईं और प्रतीक पर चिल्लाने लगीं।
हालांकि हमेशा शांत रहने वाले सिंबा नागपाल राक्षस की कुर्सी से बैठकर ये सब देख रहे थे। बिग बॉस ने जैसे ही बजर बजाया सिंबा ने निशांत भट्ट को बताते हुए करण कुंद्रा को टास्क से बाहर कर दिया और तेजस्वी और करण दोनों ही टास्क से बाहर हो गए।
